TRENDING TAGS :
सहेली को बचाने के लिए मगरमच्छ के आगे कूद गई ये लड़की, आगे हुआ ये...
आपने किताबों और कहानियों में दोस्ती के कई किस्से सुने होंगे। जिसमें एक दोस्त की जान बचाने के लिए दूसरे ने अपनी जिन्दगी की बाजी लगा दी हो। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी सच्ची घटना के बारे में बता रहे हैं।
नई दिल्ली: आपने किताबों और कहानियों में दोस्ती के कई किस्से सुने होंगे। जिसमें एक दोस्त की जान बचाने के लिए दूसरे ने अपनी जिन्दगी की बाजी लगा दी हो। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी सच्ची घटना के बारे में बता रहे हैं।
जिसमें न केवल सहेली ने अपनी जान की बाजी लगा दी बल्कि उसे सही सलामत मौत के मुंह से भी खिंच लाई। मामला जिम्बाब्वे के सिंड्रेला गांव का है।
उस वक्त लोग दंग रह गए जब एक 11 वर्षीय लड़की मगरमच्छ से लड़कर अपनी सहेली को जिंदा बचा लाई। इस बहादुर लड़की का नाम लाटोया मुवानी है।
ये भी पढ़ें...इनसे सीखें: 13 साल के लड़के ने अपनी जिन्दगी दांव पर लगा बचाई महिला की जान
उसकी उम्र नौ वर्ष है। दरअसल लाटोया अपने दोस्तों के साथ गांव के नज़दीक एक नदी में तैर रही थी, तभी एक मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया।
मगरमच्छ उसे खींच कर पानी में ले जा रहा था कि तभी उसकी चीख सुनकर 11 वर्षीय सहेली रेबेका मुंकोंब्वे ने मगरमच्छ की पीठ पर छलांग लगा दी।
मगरमच्छ ने लाटोया का हाथ और पैर जकड़ रखा था। यह देखकर रेबेका मगरमच्छ से भिड़ गई और उसकी आंख पर तब तक हमला करती रही जब तक की मगरमच्छ ने उसे छोड़ नहीं दिया।
ये भी पढ़ें...इनसे सीखें, इस TTE से नहीं देखा गया महिला का दर्द, चलती ट्रेन में करा दी डिलीवरी
लाटोया का अस्पताल में चल रहा इलाज
रेबेका घायल नहीं हुई, लेकिन उसकी सहेली को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने बताया कि लाटोया को मामूली चोटें आई हैं।
उधर उसके पिता फॉर्चून मुवानी का कहना है कि, "वो ईश्वर का शुक्रिया करना चाहते हैं, जो उनकी बच्ची ज़िंदा बच गई। लाटोया ठीक हो रही है। उसे जल्द ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें...इनसे सीखें! ममता और नौकरी दोनों का फर्ज एक साथ निभा रहीं ACM शुभांगी शुक्ला