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शाह-नीतीश को तगड़ा झटका: इतना बड़ा प्लान हुआ फेल, अब क्या करेंगे बिहार में...
अरविंद केजरीवाल की लहर के सामने भाजपा फेल हो गयी। बीजेपी के दिग्गजों ने सारी ताकत झोंक दी लेकिन 70 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 8 पर ही जीत हासिल कर सके।
दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद आम आदमी पार्टी की जीत और भाजपा की हार की वजहों पर विश्लेषण किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने तो दिल्ली में जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। दिग्गज नेता, कई राज्यों के सीएम, अभिनेता, मंत्री सभी ने ताबड़तोड़ रैलियां की लेकिन फिर भी दिल्ली की जनता का दिल न जीत सके। ध्यान देने वाली बात ये है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार संग गृह मंत्री अमित शाह की साझा ताकत भी केजरीवाल की लहर के सामने हवा हो हुई।
सीएम नीतीश और शाह की संयुक्त रैली भी नहीं आई काम:
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके उम्मीदवारों का जोश विपक्षियों पर भारी पड़ गया। भाजपा के दिग्गजों ने सारी ताकत झोंक दी लेकिन 70 विधानसभा सीटों में से उन्हें सिर्फ 8 पर ही जीत हासिल हो सकी। इन सीटों में से कई विधानसभा क्षेत्र ऐसे थे, जहां भाजपा के चाणक्य यानी अमित शाह ने रैली की थी, वो भी बिहार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ।
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प्रचार के बाद से ही सबकी नजर दिल्ली के बुराड़ी विधानसभा सीट पर थी। दरअसल इस सीट पर चुनाव प्रचार के लिए गृह मंत्री और सीएम नीतीश कुमार एक साथ मंच में आये थे। इस सीट पर जेडीयू के प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमार मैदान में थे, उनका मुकाबला आप के प्रत्याशी संजीव झा से था।
जेडीयू और बीजेपी ने झोंकी थी पूरी ताकत:
जेडीयू और बीजेपी ने यहां जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। संजीव झा के समर्थन में 2 फरवरी को बिहार के सीएम नीतीश कुमार और गृह मंत्री अमित शाह ने बुराड़ी में विशाल रैली की थी, लेकिन संयुक्त ताकत भी फेल हो गयी।
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बता दें कि आप प्रत्याशी ने जेडीयू के शैलेन्द्र कुमार को रिकॉर्ड 88158 वोटों से हराया। इस बार के दिल्ली विधानसभा चुनाव में ये सबसे बड़ी शिकस्त रही। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, बुराड़ी सीट पर संजीव झा को 1,39,368 वोट मिले, जबकि जेडीयू के कैंडिडेट शैलेंद्र कुमार को यहां पर 51 हजार 440 वोट मिले।