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जेपी नड्डा की नई टीम में ऐसे-ऐसे नेता: दो विवादित चेहरों को भी मिली तरजीह

बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी को राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया है। यूपी से सबसे ज्यादा पदाधिकारी बनाए गए हैं, इनमें जातीय समीकरण पर पूरा ध्यान दिया गया है।

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Published on: 27 Sep 2020 11:38 AM GMT
जेपी नड्डा की नई टीम में ऐसे-ऐसे नेता: दो विवादित चेहरों को भी मिली तरजीह
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यहां की सियासत से सीधे तौर पर महामंत्री बने राज्यसभा सदस्य दुष्यंत गौतम और प्रवक्ता आरपी सिंह व नुपुर शर्मा ही जुड़े रहे हैं।

नई दिल्ली: इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी दिल्ली से आ रही है। ये खबर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की नई टीम को लेकर है। जगत प्रकाश नड्डा की नई टीम में एक बार फिर यूपी का दमखम देखने को मिला है।

जबकि दिल्ली के नेताओं को उतनी ज्यादा तरजीह नहीं दी गई है। इस बार यूपी से कई नई चहेरों को भी टीम में शामिल किया गया है।

जबकि पिछली टीम की तुलना में इस बार दिल्ली के नेताओं की संख्या टीम में कम रखी गई है। उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे दुष्यंत गौतम को महामंत्री बनाया गया है।

इस बार दिल्ली भाजपा के प्रभारी श्याम जाजू की भी उपाध्यक्ष पद से छुट्टी हो गई है, लेकिन सह प्रभारी तरुण चुग का कद जरूर बढ़ गया है। उन्हें मंत्री से आगे बढ़ाकर महामंत्री बना दिया गया है, जबकि प्रदेश प्रवक्ता नुपुर शर्मा अब राष्ट्रीय प्रवक्ता की भूमिका में नजर आएंगी।

BJP Symbol बीजेपी के चुनाव चिन्ह की फोटो(सोशल मीडिया)

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दिल्ली से पांच प्रवक्ता सहित सात नेताओं को राष्ट्रीय टीम में जगह

कहने को तो पांच प्रवक्ता सहित यहां के सात नेताओं को राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है। लेकिन, व्यावहारिक तौर पर देखा जाए तो यहां की सियासत से सीधे तौर पर महामंत्री बने राज्यसभा सदस्य दुष्यंत गौतम और प्रवक्ता आरपी सिंह व नुपुर शर्मा ही जुड़े रहे हैं।

मंत्री बनाए गए अरविंद मेनन और प्रवक्ता नलिन एस कोहली, गोपाल कृष्ण अग्रवाल व केके शर्मा दिल्ली के बजाय राष्ट्रीय कार्यालय से जुड़े रहे हैं।

गौतम केंद्रीय राजनीति में रहने के बावजूद दिल्ली में सक्रिय रहे हैं। आरपी सिंह पिछली टीम में मंत्री थे, लेकिन इस बार उन्हें प्रवक्ता बनाया गया है। वहीं, दिल्ली से दूसरे मंत्री रहे पूर्व सांसद महेश गिरी को इस बार जगह नहीं मिली। राष्ट्रीय प्रवक्ता की जिम्मेदारी निभा रहीं नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी को भी इस बार राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली है।

वहीं इस बार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय व पूर्व महामंत्री आशीष सूद के नाम की भी चर्चा थी, परंतु इन्हें भी निराशा मिली। किसी मोर्चे की कमान भी यहां के नेता को नहीं दी गई है।

जबकि अन्य सांसदों व विधायकों के भी हाथ खाली रहे हैं। उम्मीद की जा रही थी कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी, पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा और रोहिणी के विधायक विजेंद्र गुप्ता को राष्ट्रीय टीम में जगह मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

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सांसदों पर जताया भरोसा

बताते चलें कि जेपी नड्डा ने अपनी टीम में कई नए चेहरों को शामिल किया है। धौरहरा से सांसद रेखा वर्मा को उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि फतेहपुर सीकरी से सांसद राजकुमार चाहर किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाएं गये हैं।

बस्ती से सांसद हरीश द्विवेदी को राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया है। यूपी से सबसे ज्यादा पदाधिकारी बनाए गए हैं, इनमें जातीय समीकरण पर पूरा ध्यान दिया गया है।

Bjp Election Campaign बीजेपी चुनाव रैली की फोटो(सोशल मीडिया)

जाति समीकरण पर फोकस

अगर आप नई टीम पर गौर करें तो राजकुमार चाहर जाट बिरादरी से हैं और हाल ही में आए किसान बिल को लेकर सबसे ज्यादा विरोध जाट बेल्ट में ही देखने को मिल रहा है। इस वजह से चाहर को किसानों को संभालने की जिम्मेदारी मिली है। कुर्मी बिरादरी से ताल्लुक रखने वाली रेखा वर्मा और ब्राह्मण चेहरे के रूप में हरीश द्विवेदी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

इस टीम में एक नाम जो सबसे ज्यादा चौंकाने वाला है वो नाम पूर्व मंत्री राजेश अग्रवाल का है। कभी यूपी बीजेपी के कोषाध्यक्ष रहे राजेश अग्रवाल अब राष्ट्रीय टीम में इसी पद पर आ गए हैं। राजेश अग्रवाल को उम्रदराज होने की वजह से प्रदेश सरकार में मंत्री पद से हटा दिया गया था।

पुलिस को थप्पड़ मारने से लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ दे चुके हैं धरना

गौर करने वाली बात ये की राष्ट्रीय टीम में शामिल कई नेताओं का विवादों से पुराना नाता रहा है। रेखा वर्मा का नाम जहां सिपाही को थप्पड़ मारने को लेकर चर्चा में आया था जबकि वह महोली के विधायक शशांक त्रिवेदी से भी टकरा गई थीं। बाद में प्रदेश नेतृत्व को सुलह कराने के लिए आगे आना पड़ा था। वहीं हरीश द्विवेदी अपनी ही सरकार के खिलाफ बस्ती में धरना दें चुके हैं।

कई पुराने चेहरों को नहीं मिला मौका

खास बात ये कि इस बार भाजपा की राष्ट्रीय टीम में डॉ. अनिल जैन का न होना पार्टी से जुड़े लोगों को काफी हौरान कर रहा है। अनिल यूपी में काफी एक्टिव भी रहते हैं। उधर किसान मोर्चा के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह मस्त और मंत्री दारा सिंह चौहान को भी टीम में स्थान नहीं मिला है। कभी यूपी के प्रभारी रहे राजस्थान के ओपी माथुर को भी टीम में शामिल नहीं किया गया।

लेकिन पहली बार यूपी के सांसद बने सैयद जफर इस्लाम को यहां के कोटे से राष्ट्रीय टीम में प्रवक्ता बनाया गया है। जफर छत्तीसगढ़ से आते हैं। यूपी से विनोद सोनकर, गौरव भाटिया, शिव प्रकाश, सुधांशु द्विवेदी भी टीम में स्थान स्थान दिया गया हैं।

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