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पोहा पर राजनीति गरमायी, विजयवर्गीय के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे विरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता ने एक अजीबो गरीब बयान दिया है। दरअसल, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक मजदूर के खाना खाने के तरीके ये उसकी नागरिकता की पहचान करने का दावा करते हुए कहा कि वह बांग्लादेशी है
भोपाल: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हो रहे विरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता ने एक अजीबो गरीब बयान दिया है। दरअसल, भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने एक मजदूर के खाना खाने के तरीके ये उसकी नागरिकता की पहचान (Identifies) करने का दावा करते हुए कहा कि वह बांग्लादेशी (Bangladeshi) है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इससे पहले 'कपड़ों से पहचानने' वाला बयान दिया था।
पोहा खाने के स्टाइल से पहचानी मजदूर की नागरिकता:
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में गुरूवार को भाजपा महासचिव ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, 'मेरे घर में काम कर रहे मजदूरों के पोहा खाने के स्टाइल से मैं समझ गया कि वह बांग्लादेशी हैं।' विजयवर्गीय ने बताया कि बेटे कल्पेश की शादी के लाइट घर में कमरे का निर्माण हो रहा है। निर्माण में लगे मजदूरों के खाने पीने का स्टाइल भाजपा नेता को अजीब लगा।
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उन्होंने कहा कि मजदूर केवल पोहा खा रहे थे। मैंने उनके सुपरवाइजर से बात की और शक जाहिर किया कि क्या ये बांग्लादेशी हैं। इसके दो दिन बाद सभी मजदूर काम पर ही नहीं आए।'
बांग्लादेशी मजदूरों के जरिये बंगाल सरकार को घेरा:
विजयवर्गीय ने कहा, 'मैंने ठेकेदार से बात की तो उन्होंने कहा कि ये सस्ते मजदूर दो टाइम खाने और 300 रुपए रोज में सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक काम करते हैं। वहीं, स्थानीय मजदूर 600 रुपये रोज मांगते हैं और सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ही काम करते हैं। जब मैने मजूदरों से बात की तो वो हिंदी नहीं बोल पा रहे थे। वो ये तक नहीं बता पाए कि वे पश्चिम बंगाल के किस जिले या गांव के रहने वाले हैं। यानी साफ है कि वोट बैंक की राजनीति की खातिर पश्चिम बंगाल जैसे राज्य में घुसपैठिये बड़ी संख्या में रह रहे हैं और उन्हें कोई रोकने वाला नहीं है।
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उन्होंने हैरानी जताई कि ये घुसपैठिये अब इंदौर में भी पहुंचने लगे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने उन मजदूरों को तत्काल काम पर आने से मना करवा दिया।
बांग्लादेशी करता था रेकी:
भाजपा नेता ने ये भी दावा किया कि एक बांग्लादेशी डेढ़ साल से उनकी रेकी कर रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद इसका खुलासा हुआ। उन्होंने कहा कि यह सब देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है। मैं जब बाहर जाता हूं तो मेरे साथ 6 सुरक्षाकर्मी चलते हैं, क्योंकि घुसपैठिए देश का माहौल बिगाड़ रहे हैं।'
पीएम दे चुके 'कपड़ों से पहचानने' वाला बयान:
गौरतलब है कि पीएम मोदी भी झारखंड में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कुछ ऐसा ही बयान दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि ये कांग्रेस और उसके साथी हल्ला मचा रहे हैं, तूफान खड़ा कर रहे हैं। उनकी बात चलती नहीं है तो आगजनी फैला रहे हैं। ये जो आग लगा रहे हैं, टीवी पर जो उनके दृश्य आ रहे हैं, ये आग लगाने वाले कौन हैं, उनके कपड़ों से ही पता चल जाता है।'
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राशिद अल्वी ने विजयवर्गीय को घेरा
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने पोहा की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, 'प्रिय पोहा , हमें बेहद अफसोस है। आपको भी अब अपनी नागरिकता के कागज दिखाने होंगे।' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, 'पोहा तो मालवा का व्यंजन है ना? ये उन्होंने कैसे पहचान लिया कि वो बांग्लादेशी है।
जब से मध्य प्रदेश में माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई है कैलाश विजयवर्गीय बहुत विचलित हैं।'
कांग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने कहा, ' प्रधानमंत्री कपड़ों से पहचान ले रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय पोहे से पहचान ले रहे हैं। कोई कपड़ों से पहचान रहा है, तो कोई खाने से पहचान रहा है। इनको जासूसों की जरूरत नहीं। अपने आप में ही पर्याप्त हैं। बस इन्हें जो असली समस्याएं हैं उनकी पहचान नहीं है।
सुष्मिता देव ने प्रेस कॉन्फेंस किया
कैलाश विजयवर्गीय के बयान को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को चौतरफा घेरा। कांग्रेस की नेता सुष्मिता देव ने प्रेस कॉन्फेंस किया और कहा कि विजयवर्गीय का बयान बताता है कि सरकार की लोगों के खाने पर नजर है। उन्होंने कहा कि सभी भारतीय पोहा खाते हैं।