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कांग्रेस का बड़ा बयान: PM मोदी पर लगाया ये आरोप, कहा- उनकी वजह से हो रहा ऐसा
राजभवन द्वारा उठाए गए सवालों के कांग्रेस सरकार ने जवाब दे दिया है। इसी के साथ कांग्रेस सरकार ने 31 जुलाई से विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग भी की है।
नई दिल्ली: राजस्थान की सियासत में बीते कुछ दिनों से सत्ता संग्राम जारी है। वहीं इस बीच कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्यपाल द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब भेज दिए गए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को कहा कि राजभवन द्वारा उठाए गए सवालों के कांग्रेस सरकार ने जवाब दे दिया है। इसी के साथ कांग्रेस सरकार ने 31 जुलाई से विधानसभा का सत्र बुलाने की मांग भी की है।
यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता
अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राज्यपाल ने विधायकों की देखभाल, स्वस्थ और आवागमन की बात कही है। ये अच्छी बात है। लेकिन यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। लेकिन क्या राज्यपाल सत्र शुरू करने की तारीख न देने के लिए ये प्रश्न उठा सकते हैं? ये सभी मुद्दे विधानसभा अध्यक्ष और सरकार का अधिकार क्षेत्र है।
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इन राज्यों में चल रही हैं विधान सभाएं
उन्होंने कहा कि सवाल ये भी उठाए गए कि कोरोना संकट में किन राज्यों की विधानसभा चल रही हैं या जहां सत्र बुलाए गए हैं। इस पर अभिषेक मनु सिंघवी ने राज्यपाल कलराज मिश्र की अनभिज्ञता की ओर इशारा करते हुए कहा कि देश में पुडुचेरी, महाराष्ट्र और बिहार जैसे राज्यो में विधान सभाएं चल रही हैं। इन राज्यों में कामकाज शुरू करने के लिए विधानसभा सत्र बुलाया गया है।
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केंद्र सरकार के आदेश और निर्देश पर ही ये सब हो रहा
राज्यपाल द्वारा सवाल उठाए जाने पर आ ऐतराज जताते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इसमें जरा भी संदेह नहीं है कि सभी सवाल केंद्र सरकार की उच्चस्तरीय अथॉरिटी की ओर से आ रहे हैं। केंद्र सरकार के आदेश और निर्देश पर ही ये सब हो रहा है। राजभवन की तरफ से 'मास्टर' के बयान हूबहू पढ़े जा रहे हैं। इस खेल में मास्टर कौन है, हम सब जानते हैं। मगर राज्यपाल के पद और गरिमा पर जो आघात हुआ है, उसे हम भूल नहीं सकते।
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प्रधानमंत्री ने पूरे मामले में मौन व्रत साध रखा है
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरे मामले में मौन व्रत साध रखा है। क्या प्रधानमंत्री अपना मौन व्रत तोड़कर राज्यपाल को राजधर्म निभाने के लिए नहीं पूछना चाहते? या उनकी मुखरता सिर्फ जुमलों के लिए है? वो इसमें शामिल हैं, इसलिए ये हो रहा है।
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