×

संसद में प्रदूषण पर चर्चा: गंभीर बोले- वायू प्रदूषण से हर 3 मिनट में 1 बच्चे की मौत

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार से हो चुकी है। शीतकालीन सत्र का पहला ही दिन काफी हंगामेदार रहा है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उठाया और जमकर हंगामा किया।

Shreya
Published on: 19 Nov 2019 3:37 AM GMT
संसद में प्रदूषण पर चर्चा: गंभीर बोले- वायू प्रदूषण से हर 3 मिनट में 1 बच्चे की मौत
X

नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत सोमवार से हो चुकी है। शीतकालीन सत्र का पहला ही दिन काफी हंगामेदार रहा है। कांग्रेस समेत कई विपक्षी पार्टियों ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर के मुद्दे को उठाया और जमकर हंगामा किया। तो वहीं मंगलवार को विपक्षी पार्टियों ने संसद में प्रदूषण का मुद्दा उठाया। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सांसदों ने सरकार से कई सवाल पूछे।

प्रदूषण से हर 3 मिनट में होती है 1 बच्चे की मौत: गौतम गंभीर

गौतम गंभीर ने कहा कि आइडिया जनता को साफ हवा देने का होना चाहिए। दिल्ली पूर्व से बीजेपी सांसद ने कहा कि पराली पर रोक ही एकमात्र विकल्प नहीं है। एकदूसरे को ब्लेम करने से या इसे चुनाव के हिसाब से देखने से बहुत बुरा होगा।

उन्होंने कहा कि जनता ने हमें वोट एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने के लिए नहीं बल्कि बेहतर काम करने के लिए दिया है। वायू प्रदूषण से हर तीन मिनट में 1 बच्चे की मौत होती है। हमें शॉर्टकट के बजाय लॉग-टर्म सोल्यूशन पर सोचना चाहिए नहीं तो हमारे बच्चों को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी।

इंटीग्रेटेड पॉलिसी बने: बीएसपी

बीएसपी सांसद कुंवर दानिश अली ने कहा कि जो राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हैं वे क्या काम करते हैं यह हम सभी जानते हैं और यह किसी से छुपा नहीं है। आज जो स्थिति हो गई है, यह सवाल केवल दिल्ली का नहीं है पूरे देश का है। हमारे पास इंटीग्रेटेड पॉलिसी का अभाव है। हमने घोषणा की कि इलेक्ट्रिक व्हीकल लाएंगे लेकिन वे आ नहीं रहे। प्रचार किया जा रहा है दिल्ली के प्रदूषण के लिए किसान जिम्मेदार हैं। किसान अपनी बात नहीं रख सकते इसलिए किसान को जिम्मेदार ठहरा दो। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि एक इंटीग्रेटेड पॉलिसी बने और इससे हमारी आने वाली पीढ़ी निजात पा सके।

यह भी पढ़ें:अयोध्या केस: रिव्यू पिटीशन पर 26 नवंबर को सुन्नी वक्फ बोर्ड लेगा फैसला

प्रदूषण से निपटने के लिए लोगों को जागरूक करें: जेडीयू

जेडीयू ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि पर्यावरण प्रदूषण के मुख्य कारण हैं। बिहार के सुपौल से जेडीयू सांसद दिलेश्वर कामत ने कहा कि आज पेड़ काटे जा रहे हैं। पर्यावरण से छेड़छाड़ हो रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। नवजात शिशु बुरी तरह से बीमार हो जाते हैं। देश की राजधानी में ऐसे हालात हैं कि यहां हेल्थ इमरजेंसी घोषित करना पड़ा। आप सबसे निवेदन है कि समाज में इस पर चर्चा करें और लोगों को इससे निपटने के उपाय बताएं।

एक रात में काटे गए 2700 पेड़: शिवसेना सांसद

मुंबई दक्षिण से शिवसेना सांसद अरविंद गणपत सावंत ने कहा कि यूएन में जब क्लाइमेट चेंज की बात हुई तो पूरी दुनिया उस पर काम करने लगी। हमने इस वर्ष तो इतना अनुभव लिया जितना कभी नहीं लिया. इतनी बारिश हुई जितनी कभी नहीं हुई. उसके बाद बाढ़ आई जैसा कभी नहीं हुआ था। समंदर ने पूरा कचरा वापस फेंक दिया। यह क्लाइमेट चेंज है। उन्होंने कहा कि 2700 पेड़ एक रात में काट दिए गए और हम चर्चा प्रदूषण और पर्यावरण की बात कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें:Reliance ने बनाया रिकॉर्ड: पीछे हुई बड़ी-बड़ी कंपनियां, इस बार भी नंबर वन

काकोली घोष दस्ती ने की स्वच्छ हवा मिशन लॉन्च करने की मांग

टीएमसी सांसद काकोली घोष दस्तीदार मास्क लगाकर संसद पहुंची। उन्होंने कहा कि दुनिया के ज्यादातर प्रदूषित शहर भारत के हैं। क्या जैसे स्वच्छ भारत मिशन है वैसे ही क्या हम स्वच्छ हवा मिशन लॉन्च कर सकते हैं? इसके साथ ही उन्होंने यह भी पूछा कि क्या हमारा अधिकार नहीं है कि हमें सांस लेने के लिए स्वच्छ हवा मिले।

टीएमसी सांसद ने कहा कि जहरीली हवा हमारे फेफड़े को खराब करती है और इस वजह से ऑक्सीजन हमारे खून में नहीं जाती। जिसके बाद फेफड़े बदलने की बात होती है। यह सीधे-सीधे आर्थिक समस्या से भी जुड़ा है। हमें मॉनिटर करना होगा क्या हो रहा है केवल नोटिफाई कर देने से कुछ नहीं होगा। इसे एक राष्ट्रीय मिशन बनाना चाहिए तभी हम अपनी अगली पीढ़ी को स्वच्छ हवा दे सकेंगे।

यह भी पढ़ें:महाराष्ट्र में सियासी संकट: PM मोदी के बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत ने दिया बड़ा बयान

जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक (संशोधन) विधेयक पारित

राज्यसभा में लंबी चर्चा के बाद ध्वनिमत के साथ जलियांवाला बाग राष्ट्रीय स्मारक (संशोधन) विधेयक पास हो गया।

प्रदूषण के लिए किसान जिम्मेदार नहीं: पिनाकी मिश्रा

ओडिशा के पुरी से बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा ने कहा कि सिर्फ किसान ही प्रदूषण के लिए जिम्मेदार हैं ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटना दिवाली से दो हफ्ते पहले की है और हवा दिवाली के अगले दिन बाद जानलेवा हुई। पराली के लिए केंद्र को किसानों को सब्सिडी देनी चाहिए। उसे थोड़ा सपोर्ट करेंगे वह शिफ्ट हो जाएगा। उसे तो दो टाइम की रोटी चाहिए। इसके लिए केंद्र को आगे आना होगा क्योंकि राज्यों के पास पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि हर कोई आजकल ओला और उबर से जाना चाहता है। कोई भी सार्वजनिक वाहन का इस्तेमाल नहीं करता। टैक्सी से 60 फीसदी सड़क पैक हैं और उसके बाद हम किसानों को दोष देते हैं।

यह भी पढ़ें:पाकिस्तान की उड़ा रहे थे धज्जियां, तभी बीजेपी नेता के साथ की गई बदसलूकी

पहले केवल वो खांसता था और आज सब खांसते हैं: बीजेपी सांसद

बीजेपी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि 5 साल पहले केवल दिल्ली का मुख्यमंत्री खांसता था और आज सब खांसते हैं। वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से मिलने, बनारस में चुनाव लड़ने चला जाता है लेकिन दिल्ली की जनता से नहीं मिलता। दिल्ली में कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी बहुत हो रही है। कांग्रेस सरकार में बनी योजना पर अब काम हो रहा है, फ्लाई ओवर बन रहा है, वहां किसी नॉर्म्स को फॉलो नहीं किया जा रहा है। दिल्ली में एयर प्योरीफॉयर की सेल बढ़ गया है। लोग दिल्ली छोड़कर जाना चाहते हैं। मुख्यमंत्री मास्क बांट रहे हैं जो मास्क प्रदूषण से लड़ने में कोई मदद नहीं करता। दिल्ली के हर चौथे आदमी को मास्क बांटने के लिए टेंडर किया लेकिन किसे मिला पता नहीं, हमें कोई मास्क पहने नजर नहीं आता।

मैं सारे सांसद से कहता हूं कि एक बार यमुना को जाकर देखें। वहां हर इंडस्ट्री का पानी बिना ट्रीटमेंट के जाता है. पानी दिल्ली को कैसे मिलेगी, हवा दिल्ली को कैसे मिलेगी यह केवल मेरी चिंता नहीं होनी चाहिए, यह सभी की चिंता होनी चाहिए।

यह भी पढ़ें: सरकार-सरकार-सरकार: आखिर कब बनेगी महाराष्ट्र सरकार? चल रहा मीटिंग का दौर

दिल्ली में प्रदूषण गाड़ियों से होता है: मनीष तिवारी

लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने दिल्ली के प्रदूषण पर चर्चा करते हुए कहा कि- कई शहरों की हवा जहरीली हो रही है। दिल्ली के प्रदूषण पर एक बात हमेशा कही जाती है कि, जो आसपास के सूबे हैं वहां पराली जाई जाती है। जिस वजह से दिल्ली में पॉल्यूशन फैलता है। पराली जलाना मैं सही नहीं मानता। लेकिन पराली को रोकने के लिए उसे आर्थिक रूप से मजबूत करना जरूरी है।

उन्होंने कहा, दिल्ली में प्रदूषण गाड़ियों से होता है, इंडस्ट्री से होता है और ईंट भट्टों से होता है। छोटा किसान जिसकी आवाज कहीं सुनाई नहीं देती है उसे अगर गुनाहगार बनाते हैं तो यह सही नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि, प्रदूषण को रोकने के लिए 1981 में जो एक्ट बनाया गया था, उसको और मजबूत बनाने की जरूरत है। इसके साथ ही सरकार ने जनवरी, 2018 में एक नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम की घोषणा की थी, उसका उद्देश्य अच्छा है पर उसका आउटले 300 करोड़ रखा है। मनीष तिवारी ने कहा कि, 300 करोड़ रुपये में इस देश की हवा साफ नहीं होने वाली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस सदन की एक स्थायी समिति बननी चाहिए।

यह भी पढ़ें: सियाचिन: बर्फीले तूफान ने ली 4 जवानों की जान, 2 नागरिकों ने भी तोड़ा दम

दिवाली के बाद से ही दिल्ली-एनसीआर बढ़े प्रदूषण की मार झेल रहा है और AQI भी लगातार बढ़ता जा रहा है। स्माॅग के कारण दिल्लीवासियों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। अब इसी मुद्दे पर आज संसद में चर्चा होनी है। बता दें कि, मंगलवार दोपहर 2 बजे से लोकसभा में चर्चा शुरु होगी। वहीं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर शाम 5 बजे इस मुद्दे पर अपना जवाब रखेंगे।

मास्क पहन कर आए सांसद

बता दें कि, बीते दिनों दिल्ली में ऑड-ईवन के नियमों को हटा दिया गया है। बढ़ते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से भी लगातार केंद्र और राज्य सरकार को फटकार लगाई जा चुकी है। संसद सत्र के पहले दिन भी कई सांसद साइकिल पर सदन पहुंचे तो कुछ मास्क लगाए सदन में पहुंचे।

यह भी पढ़ें: प्यार व जुनून ने बनाया साधना पटेल को दस्यु सुंदरी, आज है पुलिस की गिरफ्त में

लोकसभा में चिटफंड संशोधन विधेयक पेश

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को लोकसभा में चिटफंड संशोधन विधेयक 2019 पेश किया जिसमें चिटफंड क्षेत्र का विकास करने और उद्धोग के समक्ष आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए प्रस्ताव शामिल है।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि चिटफंड सालों से छोटे कारोबारी और गरीब बर्ग के लोगों के लिए निवेश का स्रोत रहा है। लेकिन इसमें कुछ पक्षकारों ने इसमें अनियमितताओं को लेकर चिंता जताई थी। जिसके बाद सरकार ने एक पारमर्श समूह बनाया है।

ठाकूर ने कहा कि संसदीय समिती की सिफारिश पर इसमें अब संशोधन के लिए विधेयक लाया गया है। पिछले लोकसभा सत्र में ये पेश किया गया था लेकिन लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने के साथ ये निष्प्रभावी हो गया। इसमें व्यक्तियों की संकलित चिट रकम की अधिकतम सीमा एक लाख से संसोधित करके तान लाख करने का प्रस्ताव किया गया है।

39 बिल होंगे पेश

13 दिसंबर तक चलने वाले इस शीतकालीन सत्र में करीब 39 बिल पेश होने वाले हैं। इनमें सिटिजन बिल, डाटा प्रोटेक्शन बिल सहित कई बड़े बिल शामिल हैं। सोमवार को सत्र के शुरुआत में विपक्ष ने अपने मुद्दे रखे और जमकर हंगामा किया। बता दें कि, ये राज्यसभा का 250वां सत्र है, इस दौरान सदन में पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधन किया।

यह भी पढ़ें: इस नए फॉर्मूला से बन सकती है बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार-रामदास अठावले

Shreya

Shreya

Next Story