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Sonbhadra News: अतीक आइकान या अब्दुल कलाम, तय करें प्राथमिकताएं, इंद्रेश कुमार का बड़ा बयान, सनातन से जुड़ी हैं सबकी जड़ें
Sonbhadra News: बोले-सबका डीएनए एक है, चाहे वह किसी भी संप्रदाय, जाति, मजहब को मानने वाला हो। इसलिए सभी लोग नफरत का रास्ता छोड़, मुहब्बत-शांति का रास्ता चुनें और हिंदुस्तान की खुशहाली और सुकुनपरस्ती में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
Sonbhadra News: आरएसए के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार ने बुधवार को सोनभद्र में बड़ा बयान दिया। कहा कि चाहे हिंदू हों या मुस्लिम हों, वह यह तय कर लें कि उनका आइकान अतीक जैसा माफिया होगा या फिर अब्दुल कलाम जैसा महापुरूष..। उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुरातन काल में जाकर देखें तो सबकी जड़ें सनातन से जुड़ी है। सबका डीएनए एक है चाहे वह किसी भी संप्रदाय, जाति, मजहब को मानने वाला हो। इसलिए सभी लोग नफरत का रास्ता छोड़, मुहब्बत-शांति का रास्ता चुने और हिंदुस्तान की खुशहाली और सुकुनपरस्ती में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
जीवन में खुशहाली-शांति के लिए शैतान से दूरी जरूरी-
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की तरफ से आयाजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने कहा कि हमारी पहचान माफिया, आतंकी या नक्सली से होगी या हमारी पहचान एक अमन और सलामती पर चलने वाले इंसान से होगी। हम पहचान तय कर सकते हैं। अगर शैतान से पहचान तय करेंगे तो फिर लोग सोचेंगे तो आप शैतान के साथ चलने वाले लोग हैं। हज में शैतान को पत्थर मारे जाने का जिक्र करते हुए कहा कि हज को तभी पूरा माना जाता है जब शैतान को पत्थर मारते हैं। कहा कि हज में शैतान को पत्थर मारने से सिर्फ काम नहीं चलने वाला है, वास्तविक जीवन में शैतान से दूरी बनाकर रखना जरूरी है।
सोनभद्र की सात साल पुरानी घटना का किया जिक्र-
सोनभद्र से जुड़ी सात साल पूर्व की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ साल पहले चार नौजवानों को जलाया भी गया था और मारा भी गया था। सब जानते हैं किसने मारा और किसने मरवाया लेकिन किसी की हिम्मत नहीं पड़ी कि वह किसी को सच बताए। अगर हम आगे भी यहीं किरदार निभाते रहें तो शैतानों यानी माफियाओं-अपराधियों को बढ़ावा मिलता रहेगा।
सनातन से जुड़ी हैं सबकी जड़ें-
आरएसएस के महत्वपूर्ण थिंक टैंकों में एक इंद्रेश कुमार ने कहा कि अच्छी बात समझाने वाले लोग घटते जा रहे हैं और बुराई का रास्ता दिखाने वाले बढ़ते जा रहे हैं। यह बात सभी के लिए समझना जरूरी है कि इसे रोकने के लिए, कितनी भी कठिनाई आए, अच्छाई के रास्ते पर चलना होगा। सनातन धर्म से सबकी जड़ें जुड़ी होने की बात करते हुए कहा कि चाहे कोई भी व्यक्ति किसी धर्म-समाज का हो, पीछे की पीढ़ियों में जाकर देखेगा तो उसके पूर्वज सनातनी ही मिलेंगे।
अल्ला हू अकबर का समझाया शाब्दिक अर्थ-
उन्होंने अल्ला हू अकबर का शाब्दिक अर्थ समझाते हुए कहा कि अंग्रेजी में इसे गाड द ग्रेट तो हिंदी में ईश्वर महान है.. कहा जाएगा लेकिन अलग-अलग मजहब-पंथ के हिसाब से इसकी अलग-अलग व्याख्या की जाती है। इसको समझना जरूरी है ताकि आसानी से एक दूसरे पंथ-मजहब के विरोध की बजाय, मुहब्बत, ईमान और शांति के रास्ते पर चला जा सके।
समाज-परिवार के लिए सही नहीं है समलैंगिकता-
उन्होंने समलैंगिकता पर चल रही बहस और कवायद को गैर जरूरी बताया। कहा कि उच्चतम न्यायालय द्वारा समलैंगिकता के प्रकरण पर दखल देना प्रकृति के नियमांे का उल्लंघन है। इंसानों की उत्पत्ति किसी मशीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट ने नहीं की। इसलिए प्रकृति के नियमों से खिलवाड़ करने का अधिकार किसी को नहीं है। कहा कि इससे अनैतिकता, अवैधता और अपराध को तो बढ़ावा मिलेगा ही, समाज और परिवार दोनों के लिए यह स्थिति काफी नुकसानदेह होगी।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पदाधिकारियों ने किया स्वागत-
इससे पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोश स्वागत किया। विशिष्ठ अतिथि डॉ. राजीव श्रीवास्तव राष्ट्रीय अध्यक्ष विशाल भारत संस्थान, आरएसएस के विभाग प्रचारक प्रवेश कुमार, जिला प्रचारक दीपक कुमार, सदर विधायक भूपेश चैबे, सह जिला कार्यवाह पंकज, मनोज जालान, महेश कुमार जी नगर कार्यवाह, यादवेंद्र दत्त द्विवेदी जिलाध्यक्ष भाजपा किसान मोर्चा, डॉ. गोपाल सिंह, दयाशंकर पांडेय, राजेश मिश्रा, अध्यक्षता कर रहे हाजी सलीम हुसैन जिला संयोजक राष्ट्रीय मुस्लिम मंच, मो. अजहरुद्दीन क्षेत्रीय संयोजक पूर्वी यूपी, मकसूद आलम क्षेत्रीय सह संयोजक, वकील अहमद खान जिला सह संयोजक, रमीज आलम पसमांदा जिलाध्यक्ष, कासिम हुसैन पूर्व ब्लॉक प्रमुख, मो. आरिफ खान, शरीफ अहमद, मुख्तार खान, इश्तियाक अली, शहीद खान, इमरान खान, डॉ. इस्माईल, शाहेनूर आलम, ख्वाजा खान, इमरान बक्शी, मोइनुदीन, मोहम्मद कैफ आदि मौजूद रहे।