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जहां नजर नहीं जाती वहां भी है चीन

चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया जा रहा है, लोग चीनी एप अपने मोबाइल फोन से डिलीट कर रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि चीन में बने सामान हमारे आसपास हर जगह मौजूद हैं।

Ashiki
Published on: 19 Jun 2020 8:52 PM IST
जहां नजर नहीं जाती वहां भी है चीन
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नीलमणि लाल

नई दिल्ली: चीनी उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान किया जा रहा है, लोग चीनी एप अपने मोबाइल फोन से डिलीट कर रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि चीन में बने सामान हमारे आसपास हर जगह मौजूद हैं। ऐसी जगहों पर भी हैं जहां ये हमें दिखाई नहीं पड़ते।

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निवेश से ज्यादा चीन भारत पर व्यापार के जरिए हावी है

एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारत में चीनी निवेश का मूल्य मात्र 19 करोड़ डालर था। निवेश से ज्यादा चीन भारत पर व्यापार के जरिए हावी है। चीन भारत का सबसे बड़ा व्यापार पार्टनर है। सरकार के अनुसार 2019 में दोनों देशों के बीच 84 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। लेकिन इस व्यापार का पलड़ा चीन के पक्ष में भारी रूप से झुका हुआ है। 2019 में भारत ने चीन से 68 अरब डॉलर का सामान खरीदा और चीन ने भारत से सिर्फ 16.32 अरब डॉलर का सामान खरीदा।

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एक अनुमान के मुताबिक 2019-20 में चीनी तकनीकी कंपनियों ने दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में ही निवेश किया। भारत में एक अरब डॉलर के मूल्य वाली 'यूनिकॉर्न' कही जाने वाली स्टार्टअप कंपनियों में से दो-तिहाई में भारी चीनी निवेश है। जबकि डाइरेक्ट चीनी निवेश बहुत ही कम है।

बिजली उपकरण

भारत चीन से सबसे ज्यादा बिजली की मशीनें और उपकरण खरीदता है। पीएचडी चेम्बर्स के अनुसार 2016 में भारत ने चीन से 20.87 अरब डॉलर की कीमत के बिजली के उपकरण, मशीनें, पुर्जे, साउंड रिकॉर्डर, टेलीविजन इत्यादि खरीदे। 2016 में ही भारत ने चीन से 10.73 अरब डॉलर मूल्य की भारी मशीनें, यंत्र, परमाणु रिएक्टर, बॉयलर और इनके पुर्जे खरीदे। इसी अवधि में भारत ने चीन से 5.59 अरब डॉलर के ऑरगैनिक केमिकल खरीदे। इनमें बड़े पैमाने पर एंटीबायोटिक और दवाएं बनाने की केमिकल सामग्री शामिल हैं। 2016 में भारत ने चीन से 1.84 अरब डॉलर का प्लास्टिक का सामान खरीदा।

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लोहा और स्टील की श्रेणी में भी भारत चीन से बहुत सामान खरीदता है। 2016 में 1.65 अरब डॉलर मूल्य का लोहे और स्टील का सामान खरीदा गया था। भारत बड़े पैमाने पर खाद और खाद बनाने में उपयोग किए जाने वाले केमिकल भी चीन से खरीदता है। 2016 में भारत ने चीन से 1.54 अरब डॉलर की खाद खरीदी।

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