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सावधानः जल्दी नहीं मिलेगा छुटकारा, कसता जा रहा कोरोना का शिकंजा

कोरोना वायरस महामारी का हाल कंट्रोल से बाहर है, भारत, अमेरिका, ब्राज़ील और साउथ अफ्रीका – इन देशों में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस आ रहे हैं। विश्व में एक करोड़ 78 लाख लोग संक्रमित हैं जबकि एक करोड़ से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं।

Suman  Mishra | Astrologer
Published on: 1 Aug 2020 3:29 PM GMT
सावधानः जल्दी नहीं मिलेगा छुटकारा,  कसता जा रहा कोरोना का शिकंजा
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प्रतीकात्मक

नई दिल्ली कोरोना वायरस महामारी का हाल कंट्रोल से बाहर है, भारत, अमेरिका, ब्राज़ील और साउथ अफ्रीका – इन देशों में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस आ रहे हैं। विश्व में एक करोड़ 78 लाख लोग संक्रमित हैं जबकि एक करोड़ से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं। अब तक 6 लाख 83 हजार मौतें हो चुकीं हैं। भारत में एक दिन में 57 हजार नए केस आये हैं और ७६४ मरीजों की मौत हुई है।

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भारत में क्यों बढ़े केस

भारत में कोरोना के केस काफी तेजी से बढ़े हैं और एक्सपर्ट्स का मानना है कि लॉकडाउन में ढील और सामान्य गतिविधियाँ बहल होने से कोरोना को बेलगाम फैलने का अवसर मिला है। यही वजह है कि जुलाई में भारत में 11 लाख से अधिक लोग वायरस से संक्रमित हुए हैं। जून तक ये संख्या आधी थी। अब जो आंकड़े हैं उसके अनुसार जुलाई में प्रतिदिन 35 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। आंध्र प्रदेश में कोरोना की संख्या जुलाई में 9 गुना बढ़ी है। कर्णाटक में 7 गुना, जबकि बिहार, असम, केरल में ये चार गुना बढ़ी है।

आंध्र प्रदेश का बुरा हाल

आंध्र प्रदेश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को देश में सबसे ज्यादा मामले इसी राज्य में आए। इसके बाद मुंबई का स्थान है। इसके साथ आंध्र प्रदेश का तीसरा सबसे ज्यादा संक्रमित राज्य बन गया है। इससे पहले दिल्ली तीसरे नंबर पर था।

दिल्ली में सीरो-सर्वे शुरू

दिल्ली में सीरो-सर्वे का दूसरा चरण 1 अगस्त यानी आज से शुरू हो रहा है। यह सर्वे 5 अगस्त तक चलेगा। दिल्ले के सभी 11 जिलों में 15 हजार सैंपल्स इकट्ठे किए जाएंगे। राज्य सरकार ने इससे पहले सीरो सर्वे 27 जून से 10 जुलाई तक किया था। इस दौरान 20 हजार सैंपल लिए गए थे। सीरो सर्वे के तहत यह पता लगाया जाता है कि किन लोगों में एंटीबॉडी डेवलप हो रही हैं और इसकी दर क्या है।

कोरोना अपडेट्स

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 57 हजार 117 मरीज बढ़े, वहीं 764 लोगों की मौत हुई। इसके साथ देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 लाख 95 हजार 988 हो गई है। इनमें 5 लाख 65 हजार 103 एक्टिव केस हैं। वहीं, 10 लाख 94 हजार 374 लोग स्वस्थ हो गए हैं। अब तक देश में 36 हजार 511 लोगों की मौत हो चुकी है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के मुताबिक, 31 जुलाई तक देश में 1 करोड़ 93 लाख 58 हजार 659 कोरोना टेस्ट किए गए। वहीं, शुक्रवार को सबसे ज्यादा 5 लाख 25 हजार 689 सैंपल की जांच की गई।

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डब्ल्यूएचओ की चेतावनी

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर साफ किया है कि कोरोना वायरस से जल्द छुटकारा मिलने वाला नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेब्येयियस ने कहा है कि ऐसी महामारी सदियों में एक बार होती है और इसका प्रभाव आने वाले दशकों तक महसूस किया जाएगा। इमरजेंसी कमेटी की बैठक में डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि कई देश जो मानते थे

कि उन्होंने कोरोना को पीछे छोड़ दिया है, अब नए मामलों से जूझ रहे हैं। कुछ ऐसे देश जो शुरुआत में वायरस के कम प्रभावित हुए थे, अब वहां हालात चिंताजनक बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब हमें वायरस के साथ जीना सीखना होगा और जो कुछ भी हमारे पास है उससे इसका मुकाबला करना होगा।

ऑक्सफोर्ड के वैक्सीन के अच्छे नतीजे

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ पार्टनरशिप में विकसित की जा रही एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन अब तक के ट्रायल में बेहतर नतीजे दिए हैं। वैक्सीन बनाने की रेस में अब तक एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को सबसे आगे माना जा रहा है। इसके शुरुआती ह्यूमन ट्रायल में बेहतर नतीजे सामने आए थे और यह पूरी तरह से न सिर्फ सेफ है, बल्कि इसने इम्यून रिस्पॉन्स भी डेवलप किया। इस वैक्सीन के तीसरे चरण का ह्यूमन ट्रायल जारी है।

एस्ट्राजेनेका ब्रिटेन की सबसे वैल्यूएबल लिस्टेड कंपनी है। इसने पहले ही अपने अंडर ट्रायल कोविड-19 वैक्सीन की 2 बिलियन से अधिक खुराक बनाने के लिए देशों के साथ सौदे कर चुकी है। कंपनी का मानना है कि इस साल के अंत तक उसके वैक्सीन को अप्रूवल मिल जाएगा।

Suman  Mishra | Astrologer

Suman Mishra | Astrologer

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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