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बड़ी खबर: डॉग मीट चीन में बैन, लेकिन ये देश अभी भी हैं शौक़ीन

चीन में कुत्तों के मांस को खाने में आंकड़ों के अनुसार हर साल चीन में लगभग 20 मिलियन कुत्तों का मांस खाया जाता है। अब कृषि मंत्रालय ने लगाईं है रोक।

Aradhya Tripathi
Published on: 14 April 2020 3:14 PM IST
बड़ी खबर: डॉग मीट चीन में बैन, लेकिन ये देश अभी भी हैं शौक़ीन
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पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा है। इस वायरस की शुरुआअत चीन चीन के हुबई प्रांत से दिसंबर महीने में हुई थी। अब इस खतरनाक वायरस की चपेट में दुनियाभर के लगभग 185 देश आ चुके हैं। ऐसे में कई रिपोर्ट्स में कहा गया कि कोरोना वायरस चीन के हुबई के वुहान शहर में स्थित पशु बाजार से फैला है। लेकिन इस बात की कोई पुष्टि नहीं है। लेकिन ये जगजाहिर है कि चीन में पशुओं के मांस का भोजन में ज्यादा प्रयोग किया जाता है। हालांकि इस वायरस के फैलने के बाद चीन कृषि मंत्रालय ने कुत्तों की खरीद-फरोख्त पर रोक लग दी।

चीन में हर साल खाया जाता 20 मिलियन कुत्तों का मांस

कृषि मंत्रालय द्वारा रोक लगाने के बाद चीन में कुत्ते अब पालतू पशुओं की श्रेणी में आ गए हैं और सिर्फ आधिकारिक कारणों से ही उन्हें पालने और व्यापार की अनुमति मिल सकेगी। जबकि इससे पहले चीन में कुत्तों के मांस को खाने में आंकड़ों के अनुसार हर साल चीन में लगभग 20 मिलियन कुत्तों का मांस खाया जाता है। यहां तक कि इस देश में डॉग मीट फेस्टिवल भी होता है। जिसमें ज्यादा स्वाद के लिए कुत्तों को जिंदा ही उबलते पानी में डाल दिया जाता रहा है।

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माना जा रहा है कि अब इस नए कदम से चीन के खाने की आदतों में बड़ा बदलाव आ सकता है। वैसे चीन के अलावा दूसरे देश भी कुत्तों के मांस के शौकीन हैं। चीन के अलावा दक्षिण कोरिया में इसका मांस इतना कॉमन है कि इसे उन्होंने अपना नाम दे दिया है- Gaegogi। Humane Society के अनुसार कोरिया में 17000 से ज्यादा फार्म हैं, जहां इंसानों के खाने के लिहाज से जानवरों का पालन होता है।

वियतनाम में हर साल पकाए जाते 50 लाख कुत्ते

इसके साथ मांस खाने के शौक़ीन देशों में वियनताम भी शामिल है। यहां हर साल लगभग 50 लाख कुत्ते पकाकर खाए जाते हैं। यहां तक कि मांग के अनुसार बिक्री न हो पाने पर पड़ोसी देशों जैसे थाइलैंड और कंबोडिया से भी अवैध ढंग से डॉग मीट मंगाया जाता है। Asia Canine Protection Alliance (Acpa) के चेताने कई बाद भी इन शौक़ीन देशों पर कोई असर नहीं पड़ा। Acpa ने इस तस्करी पर चेताते हुए कहा भी है कि कुत्ते खाने से रेबीज जैसी कई बीमारियां हो सकती हैं। अपनी दिलकश अदाओं व लोकेशन के लिए मशहूर स्विटजरलैंड में भी कुत्तों का मांस काफी पसंद किया जाता है।

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आंकड़ों के अनुसार लगभग 3 प्रतिशत स्विस कुत्तों का मांस खाते हैं। पश्चिमी अफ्रीका के देश Burkina Faso में तो कुत्तों का मांस प्रमुख भोजन की तरह प्रयोग किया जाता है। यहां दावतों में लोगों के यहां कुत्ते के मांस की अलग-अलग तरह की कई डिशें तैयार की जाती हैं। लेकिन यहां के रेस्त्रां में कुत्तों का मांस नहीं परोसा जाता है। घाना के लोग कुत्ते के मांस में आध्यात्मिक ताकत देखते हैं और ईश्वर से जुड़ने के लिए इसे खाने पर जोर देते हैं। मानते हैं कि कुत्तों का मांस न सिर्फ आत्मा को, बल्कि शरीर को भी तंदुरुस्त रखता है। यहां पर कई तरीकों से नमकीन के साथ मीठी डिश बनाकर भी दी जाती है।

चीन में 7,000 से ज्यादा सालों से खाया जाता है मांस

कुत्ते की मांस के शौक़ीन एक और देश थाइलैंड में तो लोग और ही जालिम हैं। यहां के लोगों का मानना है कि पकाने के दौरान कुत्ते को जितना टॉर्चर किया जाए, उसका मांस उतना ही स्वादिष्ट और जर्म-फ्री होता है। चीन में हालांकि ये मांस अब बैन हुआ है लेकिन अब तक इसे खूब चाव से खाया जाता रहा था। चीन में अभी तक इस मांस की इतनी दीवानगी थी कि चीन के लोग इस मांस को 'Mutton of the Earth' कहते हैं। इतिहासकारों के अनुसार चीन में 7,000 से भी ज्यादा सालों से कुत्ते का मांस खाया जा रहा है।

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कुत्तों को पकाने के अलग-अलग तरीकों के अलावा एक तरीका यहां खासा क्रूर है, इसे pressed dog रेसिपी कहते है। जिसके तहत कुत्तों की स्किन निकालकर उसे पीटकर फिर रातभर मैरिनेट करते हैं और फिर पकाते हैं। कैमरून में डॉग मीट खाना एक तरह से खेल है। यहां सड़कों पर फिर रहे कुत्तों को खाया जाता है, न कि खाने के लिहाज से उन्हें पालते हैं। सड़कों पर कुत्तों को बाकायदा शिकार करने की तर्ज पर दौड़ा-दौड़ाकर पकड़ा जाता है और फिर पकाया जाता है। कैमरून की कई प्रजातियों में ये जवान लड़कों का खेल माना जाता है।

भारत में नागालैंड में भी खाया जाता डॉग मीट

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ऐसा कहा जाता है कि भारत के भी नागालैंड में डॉग मीट एक आम भोजन है। आंकड़ों के अनुसार हल साल देश के इसी हिस्से में 30,000 से ज्यादा कुत्तों को खाया जाता है। वैसे भारत में कुत्ते पालतू पशु की श्रेणी में आते हैं और उन्हें खाए जाने पर बैन लगा हुआ है। इंडोनेशिया में कुत्ते के मांस की एक खास डिश का नाम है Rica-rica। वैसे इस डिश में कुत्ते के अलावा दूसरे कई जानवरों का मांस भी मिलाया जाता है। Rica-rica waung डिश में सिर्फ छोटे और नर्म कुत्तों का मांस पकाते हैं। वैसे इस देश में भी कसाई के पास कुत्ते खरीदने की बजाए शौकीन खुद शिकार करते और काटते हैं।



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Aradhya Tripathi

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