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अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस की ऐसे हुई शुरुआत, जानिए क्या है इसका मकसद

हर साल 7 दिसंबर को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का एक खास मकसद है। इसका उद्देश्य वायु परिवहन की सुरक्षा और दक्षता को बढ़ावा देने के साथ ही हवाई परिवहन में अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन की भूमिका के बारे में लोगों को जागरूक करना भी है।

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Published on: 7 Dec 2020 4:53 AM GMT
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस की ऐसे हुई शुरुआत, जानिए क्या है इसका मकसद
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अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस की ऐसे हुई शुरुआत, जानिए क्या है इसका मकसद

लखनऊ: हर साल 7 दिसंबर को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का एक खास मकसद है। इसका उद्देश्य वायु परिवहन की सुरक्षा और दक्षता को बढ़ावा देने के साथ ही हवाई परिवहन में अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन की भूमिका के बारे में लोगों को जागरूक करना भी है। देश में भी नागरिक उड्डयन दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है और इस दिन देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

इसलिए तय की गई 7 दिसंबर की तारीख

नागरिक उड्डयन दिवस के लिए 7 दिसंबर की तारीख इसलिए तय की गई है क्योंकि साल 1944 में इसी दिन अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। 1994 में इस दिन अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की ओर से दिवस मनाने की शुरुआत हुई।

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1996 में कनाडाई सरकार की सहायता से 7 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस को आधिकारिक तौर पर मान्यता दी।

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दिवस को मनाने का मकसद

अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) संयुक्त राष्ट्र संघ का एक हिस्सा है। इसका मुख्य मकसद विमानन सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय मानकों का विकास करना है। इस दिवस को मनाने का एक मकसद यह भी है कि सामाजिक और आर्थिक विकास में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन के महत्व के प्रति भविष्य में जागरूकता पैदा हो सके। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन की सुरक्षा, दक्षता और नियमितता को बढ़ावा मिल सके।

दूसरे संगठनों से भी मिलती है मदद

संयुक्त राष्ट्र से जुड़े हुए कई संगठन हैं जो मिलकर काम करते हैं। नागरिक उड्डयन संगठन भी विश्व मौसम विज्ञान संगठन, यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ और अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन सहित अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम करता है।

देश की सबसे पुरानी एयरलाइंस

अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस के मौके पर विमानन क्षेत्र से जुड़े कुछ तथ्यों को भी जानना जरूरी है। भारत की सबसे पुरानी एयरलाइन टाटा एयरलाइंस है जिसे जेआरडी टाटा ने 1932 में स्थापित किया था। 1946 में यह एयरलाइंस एयर इंडिया बन गई। यह भी जानना जरूरी है कि दुनिया की सबसे पुरानी एयरलाइंस रॉयल डच एयरलाइंस है। इस एयरलाइंस की स्थापना 1919 में हुई थी। इस एयरलाइंस ने 17 मई 1920 को एमस्टरडम और लंदन के बीच पहली उड़ान भरी थी।

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अंशुमान तिवारी

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