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29 अप्रैल को ख़तम हो जाएगी दुनिया! यहां जानें क्या है वास्तविकता
सोशल मीडिया पर ऐसी कई खबरें चल रही हैं, कि दुनिया में बहुत जल्द बड़ी तबाही आएगी और 29 अप्रैल तक दुनिया खत्म हो जाएगी। जिससे लोग डरे हुए हैं
नई दिल्ली: भारत समेत दुनिया भर के तमाम देश इस वक्त चीन से फैले कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं। कोविड-19 से संक्रमण से मौत का आंकड़ा लगाता बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों में दहशत है। इन सबके बीच एक और खगोलीय घटना से लोग डरे हुए हैं। सोशल मीडिया पर ऐसी कई खबरें चल रही हैं, कि दुनिया में बहुत जल्द बड़ी तबाही आएगी और 29 अप्रैल तक दुनिया खत्म हो जाएगी। लेकिन हम आपको बता दें कि आप किसी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान दें।
क्यों कह रहें हैं लोग
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दरअसल, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में एक सूचना जारी की थी। इसके मुताबिक, 29 अप्रैल 2020 तक एक विशाल उल्का पिंड (asteroid) पृथ्वी से होकर गुजरेगा। जिसका आकार हिमालय के आकार का आधा होगा। हालांकि, अब कुछ सोशल मीडिया यूजर्स इसे लेकर झूठे दावे कर रहे हैं और फेक न्यूज़ को बढ़ावा दे रहे हैं। बेशक 29 अप्रैल को एक विशाल उल्का पिंड पृथ्वी से होकर गुजरेगा।
ये है वास्तविकता
नासा के मुताबिक करीब 2 हजार फुट क्षेत्रफल वाले जेओ 25 नाम का उल्का पिंड भूमि से 1.8 मिलियन किलो मीटर की दूर चला जाएगा। पिछले 400 वर्षों में या आने वाले 500 वर्षों में भूमि के इतनी करीब आने वाले उल्का पिंड और कोई नहीं है।
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नासा का ये भी कहना है कि ये उल्का पिंड चांद से पृथ्वी के बीच की दूरी का करीब 4 गुना दूर चला जाएगा। ऐसे में इसे धरती को छूने वाली बात बिल्कुल झूठी है। इस उल्का पिंड से धरती को कोई खतरा नहीं होगा।
दुनिया ख़तम होना महज अफवाह
रिपोर्ट के मुताबिक, एक उल्का पिंड पृथ्वी से होकर गुजरेगा जरूर, लेकिन इसका कोई असर नहीं होगा। हमारी धरती पूरी तरह सुरक्षित है। यही नहीं नासा के Sentry Impact Risk Page पर भी इसका कोई जिक्र नहीं है। नासा का ये पेज पृथ्वी पर प्रभाव डालने वाली संभावित घटनाओं की निगरानी करता है।
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जितनी तेजी से इंटरनेट की पहुंच बढ़ी है, सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलाना उतना ही आसान हो गया है। ये स्पष्ट है कि 29 अप्रैल को दुनिया खतम हो जाने की बात महज एक अफवाह है।
ऐसी अफवाहों से बचें
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सोशल मीडिया पर चल रहे इन खबरों का कोई सोर्स नहीं होता। इसलिए आपको भी सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर आपके पास कोई स्टोरी आती है, तो उसपर यकीन करने से पहले विचार करें कि इस खबर का सोर्स क्या है? इसे फॉरवर्ड क्यों किया जा रहा है। इसका असर क्या होगा? अगर संबंधित खबर से आप खुद ही तनाव महसूस करते हैं, तो उसे आगे फॉरवर्ड न करें और अपने तक की डिलीट कर दें।