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चेहरे नए, कुनबे पुराने

भारतीय क्रिकेट प्रशासन में 23 अक्टूबर से नए चेहरे आ जायेंगे। इसी दिन बीसीसीआई की जनरल बाडी मीटिंग है जिसमें नए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप कर सीओए यानी कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स पद से हट जायेगी। लेकिन नए पदाधिकारी कोई अनजान चेहरे नहीं हैं।

Dharmendra kumar
Published on: 13 Aug 2023 12:09 PM IST
चेहरे नए, कुनबे पुराने
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नील मणि लाल

मुंबई: भारतीय क्रिकेट प्रशासन में 23 अक्टूबर से नए चेहरे आ जायेंगे। इसी दिन बीसीसीआई की जनरल बाडी मीटिंग है जिसमें नए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप कर सीओए यानी कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स पद से हट जायेगी। लेकिन नए पदाधिकारी कोई अनजान चेहरे नहीं हैं। इनमें ज्यादातर लोग भारत में क्रिकेट को कंट्रोल करते रहे कुनबों के ही सदस्य हैं। क्रिकेट संघों के नए पदाधिकारी नियमानुसार एकदम सही हैं। लेकिन आशंका ये है कि वंशबेल के जरिए पुराने दिग्गज ही भारतय क्रिकेट का नियंत्रण संभालते रहेंगे।

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लोढा कमेटी

भारतीय क्रिकेट के प्रशासन में साफ-सफाई करने के लिए लोढा कमेटी ने कई सुझाव दिये थे जिनमें दशकों से विभिन्न राज्य संघों पर कब्जा जमाये बैठे दिग्गजों को बाहर करने की बात शामिल थी। लोढा कमेटी के सुधार लागू हुए तो एन. श्रीनिवासन, निरंजन शाह, अनुराग ठाकुर, अमित शाह, परिमल नाथवानी और चिरायु अमीन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड व क्रिकेट प्रशासन के हिस्सा नहीं रहे। वजह ये थी कि क्रिकेट बोर्ड के नए संविधान के तहत ये लोग पद के योग्य नहीं रह गये थे। लागू करने के लिए बनी प्रशासक कमेटी (सीओए) 23 अक्टूबर को बीसीसीआई की आमसभा की बैठक के बाद अपने पद से हट जायेगी।

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नए पदाधिकारी

तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन : बीसीसीआई और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन की बेटी रूपा गुरुनाथ तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (टीएनसीए) की अध्यक्ष बन गई हैं। रूपा किसी भी राज्य संघ की पहली महिला अध्यक्ष हैं। रूपा के पति गुरुनाथ मेयप्पन को 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल में लिप्त होने के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया था। रूपा इंडिया सीमेंट्स की पूर्ण कालिक निदेशक हैं।

-सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन: सौराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन (एससीए) के नए अध्यक्ष हैं जयदेव शाह जो एससीए के चालीस साल तक सचिव रहे निरंजन शाह के पुत्र हैं।

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-हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन: बीसीसीआई और हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के भाई अरुण धूमल एचसीपीए के नए अध्यक्ष बने हैं। राज्य संघ में पंद्रह साल बाद बदलाव आया है, लेकिन व्यवस्था परिवार के हाथों में ही है।

-गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन: गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह को बीसीसीआई की वार्षिक आमसभा यानी एजीएम में राज्य संघ का नॉमिनी बनाया गया है। गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन (जीसीए) के नए उपाध्यक्ष हैं धनराज जो राज्यसभा सांसद और जीसीए के पूर्व उपाध्यक्ष परिमल नाथवानी के पुत्र हैं।

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-बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन: आईपीएल के पूर्व चेयरमैन और बड़ौदा क्रिकेट संघ के पूर्व उपाध्यक्ष चिरायु अमीन के पुत्र प्रणव एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गये हैं। एसोसिएशन के दिवंगत पदाधिकारी जयंत लेले के पुत्र बीसीए के सचिव बनाए गए हैं।

-विदर्भ क्रिकेट एसोएिशन: बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और आईसीसी के वर्तमान चेयरमैन शशांक मनोहर के पुत्र अद्वैत पांच साल से वीसीए के उपाध्यक्ष पद पर असीन हैं। अब दूसरे टर्म में भी वही अध्यक्ष रहेंगे।

-यूपी क्रिकेट एसोसिएशन: यूपीसीए पर करीब दो दशकों पर गौर हरि सिंघानिया का राज रहा था। अब उनके पुत्र यदुपति सिंघानिया नए बॉस बन गए हैं।

-छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन: राज्य संघ के पूर्व अध्यक्ष बल्देव सिंह भाटिया के पुत्र प्रभतेज को नया अध्यक्ष बनाया गया है। प्रभतेज शराब के बड़े व्यवसायी हैं।

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-क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल: राज्य संघ के अध्यक्ष सौरव गांगुली के चाचा संघ को नए कोषाध्यक्ष बने हैं। सौरव के बड़े भाई व बंगाल रणजी क्रिकेटर स्नेहाशीष शीर्ष परिषद के सदस्य हैं। अभिषेक डालमिया राज्य संघठन के सचिव हैं। वो अपने पिता जगमोहन डालमिया के निधन के बाद 2015 में संगठन में आए थे।

-राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन: राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत राज्य संघ के नए अध्यक्ष चुने गये हैं। स्थानीय भाजपा नेता अमीन पठान को उपाध्यक्ष बनाया गया है।

-असम क्रिकेट एसोसियेशन: राज्य के पूर्व एडवोकेट जनरल देवजीत सैकिया राज्य संघ के नए सचिव बने हैं। शारदा घोटाले में एक लोकल न्यूज चैनल न्यूज लाइव (इसकी मालकिन असम के पूर्व मंत्री हेमंत बिस्व सरमा की पत्नी थीं) की ओर से सैकिया कोलकाता में 2014 में सीबीआई के सामने पेश हुए थे।

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-मणिपुर क्रिकेट एसोसियेशन: राजकुमार इमो सिंह को राज्य संघ का अध्यक्ष चुना गया है। राजकुमार राज्य विधानसभा में कांग्रेस के एमएलए हैं। साथ ही वो क्रिकेट एसोसियेशन के महासचिव (प्रशासन) भी हैं। लोढा कमेटी के अनुसार सार्वजनिक पद पर आसीन कोई भी व्यक्ति क्रिकेट एसोसियेशनों में किसी पद के योग्य नहीं होगा।

-हैदराबाद क्रिकेट एसोसियेशन: मोहम्मद अजहरुद्दीन राज्य संघ के अध्यक्ष बनाए गए हैं। इन्हीं अजहरुद्दीन पर बीसीसीआई ने वर्ष 2000 में मैच फिक्सिंग मामले में आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। बाद में आंध्र हाईकोर्ट ने 2012 में प्रतिबंध को गैरकानूनी बताते हुए इसे हटाने का फैसला सुनाया जिसके खिलाफ बीसीसीआई अभी तक सुप्रीम कोर्ट नहीं गया है।

-नगालैंड क्रिकेट एसोसियेशन : राज्य के मुख्यमंत्री नेफियू रियो के पुत्र केचुंगली रियो एनसीए के अध्यक्ष बने हैं। अभी तक नेफियू रियो ही अध्यक्ष थे।

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-ओडीशा क्रिकेट एसोसियेशन : राज्य संघ के पूर्व सचिव आशीर्वाद बेहेरा के पुत्र संजय बेहेरा को नया सचिव बनाया गया है। संजय को राज्य के चिटफंड घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। संजय ने जेल से ही ओसीए का चुनाव लड़ा।

-मुम्बई क्रिकेट एसोसियेशन: दिग्गज नेता व बिहार के पूर्व राज्यपाल डी.वाई. पाटील के पुत्र विजय पाटील को एमसीए का अध्यक्ष चुना गया है। लोकल कांग्रेसी नेता शाह आलम संयुक्त सचिव बनाये गये हैं।

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-गोवा क्रिकेट एसोसियेशन: राज्य संघ के पूर्व सचिव विनोद के पुत्र विपुल फडके नए सचिव बनाये गये हैं। 2016 में वित्तीय घोटाले के आरोप में विनोद और जीसीए के अध्यक्ष चेतन देसाई गिरफ्तार किये गये थे।

-सीओए के चेयरमैन विनोद राय ने कहा कि हमारा काम पूरी तरह क्लीनिकल है। सुप्रीम कोर्ट ने हमें जो जिम्मेदारी दी हमारा काम उसी को पूरा करना है। चुनाव कौन जीतता है, इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता।

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-तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव आर. रामास्वामी कहते हैं कि क्रिकेट संघों में किसी के प्रभाव का कोई सवाल ही नहीं उठता। रूपा गुरुनाथ अपने फैसले खुद लेने में सक्षम हैं। वो एक बड़ा बिजनेस चलाती हैं। हमारी अध्यक्ष किसी के भी द्वारा प्रभावित नहीं होंगी। ये कहना गलत है कि हमारे पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन ने उन्हें मनोनीत किया था।

-सौराष्ट्र क्रिकेट संघ के जयदेव शाह का कहना है कि उन्होंने 110 मैचों में सौराष्ट्र रणजी टीम की कप्तानी की है। वो कहते हैं कि लोकतंत्र में कोई भी व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है।



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