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MA Chidambaram Stadium History: चेपाक स्टेडियम का कैसा है रिकॉर्ड, जाने इस पिच की कहानी और ऐतिहासिक खिताब
MA Chidambaram Stadium History: इस स्टेडियम को पहले मद्रास क्रिकेट क्लब ग्राउंड या चेपॉक स्टेडियम के नाम से जाना जाता था और इसे वर्ष 1916 में स्थापित किया गया था, जिससे यह भारत का सबसे पुराना क्रिकेट स्टेडियम बन गया।
MA Chidambaram Stadium History World Cup: एमए चिदम्बरम स्टेडियम भारत का एक ऐतिहासिक क्रिकेट स्टेडियम है। यहां कई यादगार क्रिकेट मैचों की मेजबानी हुई है और भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एमए चिदंबरम स्टेडियम का स्वामित्व तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) के पास है, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का सदस्य है। एमए चिदम्बरम स्टेडियम का नाम बीसीसीआई और तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री एमए चिदम्बरम के नाम पर रखा गया।
आज से 89 साल पहले खेला गया था पहला मैच
एमए चिदम्बरम स्टेडियम (MA Chidambaram Stadium)चेन्नई शहर के मध्य में, चेपॉक के पास में है। स्टेडियम मरीना बीच के पास स्थित है जिससे सड़क के सार्वजनिक परिवहन द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
इस स्टेडियम को पहले मद्रास क्रिकेट क्लब ग्राउंड या चेपॉक स्टेडियम के नाम से जाना जाता था और इसे वर्ष 1916 में स्थापित किया गया था, जिससे यह भारत का सबसे पुराना क्रिकेट स्टेडियम बन गया जो निरंतर उपयोग में है। आमतौर पर चेपॉक के नाम से जाना जाने लगा, यहां पर पहला मैच 10 फरवरी 1934 को खेला गया था।
क्या है इस स्टेडियम की कहानी
एमए चिदम्बरम स्टेडियम (MA Chidambaram Stadium) की स्थापना 1916 में हुई थी और शुरुआत में इसे मद्रास क्रिकेट क्लब ग्राउंड के नाम से जाना जाता था। बाद में इसका नाम एमए चिदंबरम के नाम पर रखा गया, जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पूर्व अध्यक्ष थे। कई बड़े क्रिकेट मैचों की मेजबानी यहां की गई है, जिनमें टेस्ट मैच, एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और आईपीएल मैच शामिल हैं। यह भारत के सबसे पुराने क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है। इस स्टेडियम में बैठने की क्षमता 50, 000 है और यह तमिलनाडु क्रिकेट टीम और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में चेन्नई सुपर किंग्स फ्रेंचाइजी का होम ग्राउंड है। चेन्नई में टेस्ट क्रिकेट जनवरी में पोंगल त्योहार के साथ मनाया जाता था, हालांकि यह परंपरा वर्तमान समय खत्म कर दी गई है।
एमए चिदंबरम की सुविधाएं:
एमए चिदंबरम स्टेडियम कई सुविधाओं से शोभायमान है, जिसमें बैठने की जगह कई है, एक स्कोरबोर्ड, फ्लडलाइट, प्रैक्टिस नेट और खिलाड़ियों के लिए ड्रेसिंग रूम शामिल हैं। स्टेडियम में एक प्रेस बॉक्स, मीडिया सेंटर और एक वीआईपी लाउंज भी है।
एमए चिदंबरम में खेले गए ऐतिहासिक मैच
एमए चिदम्बरम स्टेडियम ने कई प्रमुख क्रिकेट मैचों की मेजबानी की गई है, जिनमें 1987 और 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप मैच शामिल है, 1996 और 2012 आईसीसी वर्ल्ड 20– 20 मैच और 2002 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी शामिल हैं। स्टेडियम ने कई टेस्ट मैचों और एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों की भी मेजबानी की है। पहला रणजी ट्रॉफी 4 नवंबर 1934 को मैच यहीं खेला गया था। भारत ने यहां अपनी पहली टेस्ट जीत 1951-52 में दर्ज की थी, 1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टाई हुआ दूसरा टेस्ट मैच, 1996 क्रिकेट विश्व कप का भारत बनाम पाकिस्तान क्वार्टर फाइनल मैच और 2008 में भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट मैच शामिल हैं। जहां फॉलोऑन मिलने के बाद भारत ने 6 विकेट से मैच जीत लिया।
चेपॉक स्टेडियम की पिच पर गेंदबाजों का पलड़ा भारी
चेपॉक स्टेडियम की पिच दूसरी पारी में बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण है। दूसरी पारी में पिच स्पिनरों के लिए मददगार है। यह धीमी और नीची होने के लिए जाना जाता है, इसमें गेंद बल्ले पर उतनी तेजी से नहीं आती जितनी कुछ अन्य मैदानों पर आती है। इसका मतलब है कि बल्लेबाजों को धैर्य रखना होगा और अपने रनों के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी, जबकि गेंदबाजों को सटीक होना होगा और पिच से मूवमेंट निकालने पर ध्यान देना होगा। कुल मिलाकर, पिच बहुत अच्छी है और बल्लेबाजों या गेंदबाजों को समान लाभ देती है।
वनडे मैच रिकॉर्ड
कुल 34 मैच खेले गए है। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 17 मैच जीते गए है। पहले गेंदबाजी करते हुए 16 मैच जीते गए है। इसमें पहले इनिंग का स्कोर 224 रहा है। वहीं दूसरे इनिंग का स्कोर 205 रहा है।