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Simlipal National Park: सेमल और लाल कपास के पेड़ों का आकर्षण, यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी

Simlipal National Park: सिमलीपाल का यह नाम यहां पाए जाने वाले सेमल और लाल कपास के पेड़ों की वजह से पड़ा। सिमलीपाल भारत का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है, जो 845.70 वर्ग किमी में फैला हुआ है और प्रमुख बाघ अभयारण्य है।

Sarojini Sriharsha
Published on: 28 Aug 2023 9:46 AM IST
Simlipal National Park: सेमल और लाल कपास के पेड़ों का आकर्षण, यहां की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी
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Simlipal National Park (photo: social media)

Simlipal National Park: भारत के हर राज्य और शहर में ऐसी कई प्राकृतिक चीजें हैं जो दुनिया भर में मशहूर हैं। कहीं हसीन वादियां हैं, तो कहीं किला और महल , कहीं समुद्र तो कहीं जंगल। ऐसा ही नजारा कुछ देखने को मिलता है ओडिशा राज्य के मयूरभंज जिले में स्थित सिमलीपाल राष्ट्रीय उद्यान में ।यह जिला हमारे देश की वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जन्मस्थान भी है।

अगर आपको एडवेंचर ट्रीप और वन्‍यजीवों से लगाव है तो उड़ीसा के मयूरभंज में स्थित सिमलीपाल राष्‍ट्रीय उद्यान एकदम सही जगह है। सिमलीपाल का यह नाम यहां पाए जाने वाले सेमल और लाल कपास के पेड़ों की वजह से पड़ा। सिमलीपाल भारत का सबसे बड़ा वन्यजीव अभयारण्य है, जो 845.70 वर्ग किमी में फैला हुआ है और प्रमुख बाघ अभयारण्य है। इसके अलावा यहां हाथी, हिरन के साथ कई पक्षियों की प्रजातियां भी पाई जाती हैं। इस राष्ट्रीय उद्यान का खास आकर्षण जीप सफारी है जिसमें पर्यटक वन्यजीवों और खूबसूरती को नज़दीक से महसूस कर सकते हैं। किसी जमाने में यह अभयारण्य सूबे के शासकों का शिकारगाह हुआ करता था। सन् 1994 में भारत सरकार ने इसे एक बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में घोषित किया और 2009 में यह यूनेस्को की सूचि में भी शामिल हो गया।

इस अभयारण में जोरांडा और बरेहीपानी जैसे खूबसूरत झरने हैं। इस नेशनल पार्क के आसपास घूमने के लिए कई अन्य जगह भी है, जिसमें प्रमुख है:

बरेहीपानी झरना

ओडिशा के मयूरभंज का यह बरेहीपानी झरना भारत का दूसरा सबसे ऊंचा झरना है। लगभग 400 मीटर से भी अधिक की ऊंचाई से जमीन पर गिरते पानी का नज़ारा देखते ही बनता है । घने जंगलों से घिरे इस जगह में मानसून के समय सबसे अधिक सैलानी घूमने के लिए आते हैं।

देवकुंड झरना

देवकुंड झरना सिमलीपाल जंगल में अपनी खूबसूरती से सभी को अपनी ओर आकर्षित कर लेगा। इस झरने के पास मयूरभंज राजाओं द्वारा निर्मित दुर्गा देवी का मंदिर है जहां पर्यटक मां दुर्गा के दर्शन कर सकते हैं। इस झरने के पास पर्यटक फोटोग्राफी कर सकते हैं।

इसके अलावा यहां ज्वाला मुखी मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, मयूरभंज पैलेस भी घूम सकते हैं।सिमलिपाल राष्‍ट्रीय उद्यान घूमने के लिए सितंबर से मार्च तक का समय उत्तम है। इस दौरान यहां का मौसम ना ज्यादा गरम होता है न ठंडा, इसलिए पर्यटन के लिए खूबसूरत हो जाता है।

कैसे पहुंचें ?

सिमलीपाल पहुंचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा भुवनेश्‍वर और कोलकाता है। भुवनेश्वर से यह पार्क लगभग 195 किमी की दूरी पर स्थित है। सिमलीपाल नेशनल पार्क जाने के लिए यहां से टैक्सी बुक कर सकते हैं ।

रेल मार्ग से ओडिशा के बारीपादा से बालासोर स्टेशन आ सकते हैं। तकरीबन सभी बड़े शहरों से यह रेल मार्ग से जुड़ा है।

सड़क मार्ग से आप भुवनेश्‍वर, कोलकाता और बालासोर से आ सकते हैं। यहां से उद्यान तक जाने के लिए राज्य परिवहन की भी अच्छी सुविधाएं हैं।

( लेखिका वरिष्ठ पत्रकार हैं ।)



Sarojini Sriharsha

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