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Varanasi Ganga Aarti: विश्व प्रसिद्द है गंगा आरती, जिसका हिस्सा बनने के लिए उत्साहित रहते हैं पर्यटक, जानिए खासियत

Varanasi Ganga Aarti: दशाश्वमेध घाट पर पुजारी आरती करते हैं। संपूर्ण घाट एक दिव्य प्रकाश से आलोकित हो जाता है जिसे दृढ़ता से महसूस किया जा सकता है।

Kajal Sharma
Published on: 6 Jun 2023 9:46 PM IST (Updated on: 6 Jun 2023 9:46 PM IST)
Varanasi Ganga Aarti: विश्व प्रसिद्द है गंगा आरती, जिसका हिस्सा बनने के लिए उत्साहित रहते हैं पर्यटक, जानिए खासियत
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Varanasi Ganga Aarti (Image Description)

Varanasi Ganga Aarti: गंगा आरती पवित्र गंगा के तट पर हर सुबह और शाम को भव्य पैमाने पर आयोजित एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। दशाश्वमेध घाट पर पुजारी आरती करते हैं। संपूर्ण घाट एक दिव्य प्रकाश से आलोकित हो जाता है जिसे दृढ़ता से महसूस किया जा सकता है। शानदार अनुष्ठान में तेल से जलाए गए विशाल पीतल के दीपक शामिल होते हैं और पुजारी पवित्र मंत्रों का जाप करते हैं जो पूरे स्थान में गूंजते हैं। वाराणसी में होने वाली यह गंगा आरती विश्व प्रसिद्ध है जिसका हिस्सा बनने के लिए भारी संख्या में लोग आते हैं।

विश्व प्रसिद्ध है गंगा आरती

मेले जैसा होता है माहौल

भगवान शंकर की नगरी काशी के दशाश्वमेध घाट पर होने वाली गंगा आरती भव्य होती है। जहां भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं और इस आरती का हिस्सा बनते हैं। शाम होते-होते यहां गंगा के तट का माहौल काफी अच्छा और भक्तिमय हो जाता है। यहां पुजारियों की भी भारी भीड़ देखी जाती है। इसके साथ में शहर देश-विदेश से आए लोग यहां इकट्ठा हो जाते हैं। शंखनाद, घंटी, डमरू की आवाज और मां गंगा के जयकारे के बीच होने वाली यह गंगा मां की आरती अलग प्रभाव छोड़ती है। यहीं वजह है कि आरती के समय दशाश्वमेध घाट का माहौल माला जैसा हो जाता है। इस आरती का हिस्सा बनने और झलक पाने के लिए लोगों में काफी दिलचस्पी देखी जाती है। यही वजह है कि गंगा आरती की पहचान पूरी दुनिया में है।

वाराणसी में गंगा आरती का समय (Varanasi Ganga Aarti Timing)

Moring - 05:30 AM to 12:00 PM

Evening - 04:00 PM to 09:00 PM

कब हुई थी गंगा आरती की शुरुआत (Varanasi Ganga Aarti Ka Itihas in Hindi)

  • वाराणसी में गंगा आरती की शुरुआत साल 1991 में की गई थी।
  • तब से ही सूर्यआस्त के बाद दशाश्वमेध घाट पर यह गंगा आरती की जा रही है।
  • दशाश्वमेध घाट पर होने वाली यह आरती 45 मिनट तक की होती है।
  • आरती के समय गंगा के पानी में दीपक की लौ अलौकिक दृश्य दर्शाती है।
  • ऋषिकेश, वाराणसी ही नहीं बल्कि प्रयागराज और चित्रकूट में भी गंगा आरती की जाती है।
  • कहते हैं कि इस आरती से मन की नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है।

भारी संख्या में आते हैं सैलानी

वाराणसी में होने वाली यह विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती बेहद ही खास और शानदार होती है। जिसका हिस्सा बनने के लिए देश विदेश के लोग यहां पर भारी संख्या में आते हैं। इसके साथ ही शहर से भी लोग इस आरती का हिस्सा बनने के लिए शामिल होते हैं।



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Kajal Sharma

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