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गाजीपुर की बहू दीक्षा राय LLB के प्रथम वर्ष में बनीं गोल्ड मेडलिस्ट
उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जनपद के अंतर्गत भांवरकोल थाना क्षेत्र के मलिकपुरा निवासी पत्रकार हिमांशु राय की पत्नी दीक्षा राय जो लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी के प्रथम वर्ष में गोल्ड मेडल हासिल कर अपने ससुराल व पूरे गाजीपुर जनपद के साथ साथ मायके का भी नाम रौशन किया है।
गाजीपुर: रजनीश कुमार मिश्र बाराचवर (गाजीपुर) इस युग में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है। चाहे वो पढ़ाई का क्षेत्र हो या चाहे नौकरी का क्षेत्र हर क्षेत्र महिलाएं पुरुषों से कहीं आगे है। इनमे कुछ ऐसी महिलाएं है जो पढ़ने में तेज होने के बावजूद भी घर के चाहरदीवारी के अंदर ही सिमट कर रह जाती है। क्योंकि इन सबका जिम्मेदार पत्ती के साथ साथ पूरे परिवार के लोग होते है।
शादी के बाद भी हौसला बना रहा
इन्हीं महिलाओं में कुछ ऐसी भी है जीनका शादी होने के बावजूद वो बुलंदियों को छू लेती हैं। क्यो की इनके पती के साथ इनके परिवार के लोगों का साथ मिलता है। इन्हीं महिलाओं में से एक है उत्तरप्रदेश के गाजीपुर जनपद के अंतर्गत भांवरकोल थाना क्षेत्र के मलिकपुरा निवासी पत्रकार हिमांशु राय की पत्नी दीक्षा राय जो लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी के प्रथम वर्ष में गोल्ड मेडल हासिल कर अपने ससुराल व पूरे गाजीपुर जनपद के साथ साथ मायके का भी नाम रौशन किया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस ने किया सम्मानित
बतादें की गाजीपुर की बहू को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस जयेंद्र ठाकुर ने दीक्षा राय को गोल्ड मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। वहीं पती हिमांशु राय ने बताया की दीक्षा शुरू से ही पढ़ने में काफी तेज तर्रार थी शादी होने के बाद भी दीक्षा की पढ़ाई में कोई भी रुकावट नहीं आने दिया। इसमे मेरे पिता जी के साथ साथ पूरे परिवार का सहयोग था। वहीं दीक्षा राय ने अपना भारत न्यूज़ट्रैक को बताया कि मै अपने माता पीता के आशिर्वाद से अपने ससुराल के लोगों, मेरे पती, सास -ससुर का शुक्रगुजार हूं कि मेरी पढ़ाई पर कोई भी आंच नहीं आने दिया।ऐसे ससुराल सबको मिले।
परिवार के लोगों ने दिया साथ
दीक्षा राय ने बताया की शादी होने के बाद भी मेरी पढ़ाई जारी रही हमारे परिवार के लोगों ने हमारा साथ दिया। हिमांशु राय ने कहा की दीक्षा एक लेखिका भी है। ऐहसास नामक पुस्तक का हो चुका है प्रकाशन। बतादें की गाजीपुर जनपद का नाम रौशन करने वाली गाजीपुर की मलिकपुरा गाव की बहू दीक्षा राय मऊ जनपद के सेमरी जमालपुर निवासी सत्येंद्र राय की होनहार पुत्री है।
दीक्षा राय शुरू से पढ़ने मे काफी तेज थी। होनहार दीक्षा राय ने बताया कि कुछ सालों पहले मेरे द्वारा लिखी एक पुस्तक एहसास का सफल प्रकाशन भी हुआ था। दीक्षा की इसी पढ़ने लिखने की ललक ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचा दिया।
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दीक्षा शुरू से ही संघर्षशील रही
दीक्षा राय ने बताया की मैं शुरू से ही काफी संघर्षशील रही हूं। उन्होंने बताया की जब मै किसी चीज को अपने मन में ठान लेती हु उसे पुरा करती हु।चाहे लाख कठिनाई मेरे सामने आये मै बढ़ाया हुआ कदम पिछे नहीं खिचती हूं। वही पती पत्रकार हिमांशु राय ने बताया कि जब दीक्षा की शादी हुई तो सभी को लगा की दीक्षा की पढ़ाई के आगे ससुराल वाले आयेंगे। लेकिन मेरे परिवार के लोगों ने पत्नी दीक्षा की पढ़ाई में पूरा योगदान किया।
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सन् 2019 मे हुई दिक्षा की शादी
बता दें कि मऊ जनपद की सेमरी जमालपुर निवासी सत्येंद्र राय की होनहार पुत्री दीक्षा राय की शादी गाजीपुर जनपद के भांवरकोल थाने क्षेत्र के मलिकपुरा निवासी पत्रकार हिमांशु राय से सन् 2019 में हुई थी। शादी होने के बाद दीक्षा के मायके वालो को लगा की दीक्षा की पढ़ाई ससुराल मे नहीं हो पायेगी। लेकिन दीक्षा के ससुराल के लोगों ने दीक्षा का पुरा साथ दिया।और वो इस मुकाम तक पहुंच अपने ससुराल के साथ पुरे जनपद का नाम रौशन कर दिया।
रिपोर्ट- रजनीश कुमार मिश्रा