नवजातों पर बड़ी खबरः समय से पहले हो रहे पैदा, वजह का खुलासा, की गई ये अपील

शोधकर्ताओं का कहना है कि इस वजह से गर्भवती महिलाओं को मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। इन सभी वजहों से अजन्मे बच्चे और नवजात की सेहत पर असर पड़ता है। 

Shreya
Published on: 2 March 2021 5:59 AM GMT
नवजातों पर बड़ी खबरः समय से पहले हो रहे पैदा, वजह का खुलासा, की गई ये अपील
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नवजातों पर बड़ी खबरः समय से पहले हो रहे पैदा, वजह का खुलासा, की गई ये अपील

नई दिल्ली: एक नई स्टडी में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। स्टडी में बताया गया है कि इंसानों की अगली पीढ़ी समय से पहले ही जन्म ले रही है, जिसकी सबसे बड़ी वजह क्लाइमेट चेंज यानी पर्यावरण परिवर्तन है। स्टडी में सामने आया है कि Climate Change की वजह से ब्राजील (Brazil) के अमेजन (Amazon) इलाके में समय से पहले जन्म यानी प्री-मैच्योर बर्थ (Premature Birth) के मामले काफी ज्यादा बढ़ गए हैं।

स्टडी में हैरान करने वाली बात आई सामने

ये स्टडी 11 साल के बीच पैदा हुए तीन लाख बच्चों पर की गई है। ये अध्ययन ब्रिटेन की लैंकास्टर यूनिवर्सिटी और FIOCRUZ हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट के रिसर्चर्स ने मिलकर किया है। स्टडी में बताया गया कि अमेजन इलाके में साल 2006 से 2017 तक करीब तीन लाख बच्चों का जन्म हुआ। वहीं, जब स्थानीय डेटा और जन्मे बच्चों के हेल्थ का Analysis किया गया तो हैरान करने वाली बात सामने आईं।

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newborns (सांकेतिक फोटो- सोशल मीडिया)

Climate Change के चलते वजन होता है कम

स्टडी के मुताबिक, बच्चों का जन्म के समय वजन काफी कम था। इसकी वजह Climate Change को बताया जा रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह अत्यधिक बारिश थी। साथ ही खराब एजुकेशन सिस्टम के साथ साथ हेल्थ सर्विसेस और आर्थिक कमजोरी भी। यही नहीं सामान्य बारिश के चलते भी 40 प्रतिशत नवजातों (Newborns) का वजन कम रह जाता है। बता दें कि यह स्टडी चर सस्टेनेबिलिटी जर्नल में सोमवार को प्रकाशित हुई।

क्या है शोधकर्ताओं का कहना?

शोधकर्ताओं का कहना है कि ब्राजील में पर्यावरण परिवर्तन के कारण बढ़ी बारिश से मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियां फैलती हैं। इससे खाने की परेशानी पैदा हो जाती है। वहीं बात करें गर्भवती महिलाओं की तो उन्हें मेंटल हेल्थ से जुड़ी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। इन सभी वजहों से अजन्मे बच्चे और नवजात की सेहत पर असर पड़ता है।

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brazil (फोटो- सोशल मीडिया)

रिसर्चर्स के मुताबिक, ब्राजील के लोगों ने यहां का पर्यावरण नहीं बदला, लेकिन भुगतना इन्हें ही पड़ रहा है। शोधकर्ताओं में शामिल ल्यूक पेरी कहते हैं कि ब्राजील के अमेजन इलाके में रहने वाले लोग यहां के बदलते पर्यावरण के हिसाब से खुद को बदल रहे हैं, लेकिन यह कोई हल नहीं है। अब नदियों का बढ़ता हुआ जलस्तर और भीषण बारिश यहां रहने वालों की बदलने की क्षमता से ज्यादा ताकतवर साबित हो रही हैं।

सरकार से की गई ये अपीलें

स्टडी में बताया गया है कि ब्राजील में विकास भी अनियमित है। इन सबके चलते पर्यावरण परिवर्तन और हेल्थ से जुड़ी असमानता का लोगों को सामना करना पड़ रहा है। स्टडी के जरिए ब्राजील की सरकार से तीन अपील की गई है। पहली ये कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखा जाए। दूसरी, ग्रामीण बच्चों को हाईस्कूल तक शिक्षा दी जाए। और तीसरी ये कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं की पहले से सूचना दी जाए।

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