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एक ही दिन 13 कोरोना संक्रमित मरीज मिलने से जिले में मचा हड़कंप
गुरुवार को एक साथ कोरोना के 13 मरीजों के मिलने के बाद यहां हाहाकार मच गया है। गोंडा के दो, बहराइच में आठ, श्रावस्ती में तीन और बलारमपुर में एक मरीज मिलने से मण्डल में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।
गोंडा: देवीपाटन मंडल के चारों जिलों में गुरुवार को एक साथ कोरोना के 13 मरीजों के मिलने के बाद यहां हाहाकार मच गया है। गोंडा के दो, बहराइच में आठ, श्रावस्ती में तीन और बलारमपुर में एक मरीज मिलने से मण्डल में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। करीब एक सप्ताह पूर्व मंडल के गोंडा जिले में मात्र एक कोरोना संक्रमित मरीज पाया गया था। अचानक एक ही दिन में बड़ी संख्या में मरीज मिलने से अफसरों में बेचैनी साफ देखी जा रही है।
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गोंडा में अब मरीजों की संख्या हुई दो
गुरुवार को गोंडा जिले के इटियाथोक थाना क्षेत्र के अन्तर्गत पारासराय गांव का निवासी एक युवक जांच में कोरोना पाजिटिव पाया गया है। वह बीते 29 मार्च को दिल्ली से अपने घर लौटा था। थर्मल स्कैनिंग करने के बाद उसे घर पर ही अलगवास में रखा गया था। 17 अप्रैल को कौड़िया में दिल्ली से ही आया एक युवक कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उसे 18 अप्रैल को ऐहतियातन जनता इंटर कालेज इटियाथोक में संस्थागत अलगवास में कर दिया गया था। 20 अप्रैल को कोरोना की जांच के लिए उसका नमूना लोकर किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ भेजा गया था। आज सुबह आई जांच रिपोर्ट में वह कोरोना संक्रमित पाया गया।
जिलाधिकारी डा. नितिन बंसल ने बताया कि इसके बाद युवक को जिला मुख्यालय पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पण्ड़री कृपाल में बनाए गए कोबिड-19 लेबल वन अस्पताल में स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने बताया कि युवक के गांव को ‘कैन्टोनमेण्ट जोन’ घोषित करते हुए गांव सील कर दिया गया है। स्वास्थ्य, बाल विकास एवं पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों के माध्यम से घर-घर सर्वेक्षण का कार्य शुरू करा दिया गया है।
युवक के परिजनों को भी घर से निकालकर स्वास्थ्य विभाग की सतर्क निगरानी में प्रशासन द्वारा तैयार किए गए आश्रय स्थल में पहुंचा दिया गया है। उनकी देखरेख की जा रही है। आश्रय स्थलों में रखे गए लोगों की भी जांच कराने के लिए आवश्यकतानुसार नमूने संकलित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा इस सम्बंध में जारी किए गए प्रोटोकाल के अनुरूप सारी कार्रवाई की जा रही है।
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बहराइच में मिले आठ कोरोना मरीजों दो नेपाली
मंडल के बहराइच जिले में भी गुरुवार को आठ कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए हैं। इनमें एक महिला व एक पुरुष नेपाल के निवासी है। इनके नमूने जांच के लिए लखनऊ के डा. राम मनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस भेजे गए थे। सभी की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इनमें छह जिला अस्पताल में भर्ती थे, जबकि शहर की एक महिला को उसके घर पर ही अलगवास में रखा गया था। एक अन्य नेपाली युवक भारत-नेपाल की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर रुपईडीहा में बनाए गए आश्रय स्थल में रखा गया था।
उन्होंने बताया कि नगर निवासी महिला पिछले दिनों इलाज के सिलसिले में गाजियाबाद गई थी। उसकी त्वरित जांच रिपोर्ट निगेटिव थी। इसके बाद उसे घर पर ही अलगवास में रखा गया था। दोबारा जांच रिपोर्ट भेजे जाने पर वह कोरोना संक्रमित पाई गई। रुपईडीहा में बने आश्रय स्थल में रखे गए तीन नेपाली युवकों का नमूना जांच के लिए भेजा गया था। इनमें से एक कोरोना संक्रमित पाया गया है। बहराइच के जिलाधिकारी शंभू कुमार ने बताया कि सभी कोरोना संक्रमित मरीजों को लेबल वन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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सभी मरीजों के परिवार वालों की भी जांच कराई जा रही है। उनके गांव को भी सील करके मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी तैनात कर दिया गए है। जिन गांवों को सील किया गया है, उसमें थाना दरगाह शरीफ अंतर्गत मोहल्ला गुलाम अलीपुरा व ग्राम वजीरपुर, कोतवाली नानपारा के ग्राम सरैया व माघी, कोतवाली देहात के ग्राम केशवापुर तथा थाना रामगांव के ग्राम फतेहपुरवा शामिल हैं।
बलरामुपर में एक युवक कोरोना संक्रमित
मण्डल के बलरामपुर जिले के पचपेड़वा विकास खण्ड स्थित फजले रहमानिया मदरसा में बनाए गए आश्रय स्थल में रखा 22 वर्षीय एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया। वह बीते 18 अप्रैल को मुम्बई से घर लौटा था। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर बलरामपुर जिले की पुलिस उसके घर पहुंचने से पहले ही उसे संस्थागत आश्रय स्थल में लाकर दाखिल कर दिया था। 19 अप्रैल को युवक का नमूना जांच के लिए लखनऊ भेजा गया था।
गुरुवार को आई जांच रिपोर्ट में वह भी कोरोना संक्रमित पाया गया। जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसपी देवरंजन वर्मा व सीएमओ डा. घनश्याम सिंह ने आज आश्रय स्थल का निरीक्षण किया है तथा युवक को तत्काल कोरोना मरीजों के लिए अधिसूचित किए गए संयुक्त मेमोरियल चिकित्सालय बलरामपुर में भर्ती कराया गया है। पचपेड़वा के इस आश्रय स्थल में कुल 49 लोग रखे गए हैं। आश्रय स्थल व युवक के गांव को सील करते हुए नियमानुसार अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
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श्रावस्ती कोरोना के चपेट में आए तीन युवक
मण्डल ही नहीं प्रदेश के सबसे पिछड़े व नेपाल सीमा से सटे श्रावस्ती जिले में भी कोरोना ने आज दस्तक दे दी। यहां गुरुवार को तीन युवकों की जांच रिपोर्ट धनात्मक पाई गई है। उन्होंने बताया कि यहां भी तीनों युवक दूसरे स्थानों से अपने गांव लौटे थे। सभी की आयु 20-21 वर्ष है। सभी को संस्थागत अलगवास में रखा गया था।
जिलाधिकारी यशु रुस्तगी के अनुसार, नागपुर से लौटे एक व्यक्ति को इकौना थाने के खरगौरा बस्ती स्थित प्राथमिक विद्यालय में बनाए गए आश्रय स्थल में रखा गया था, जबकि आगरा से आए दो युवकों को जमुनहा क्षेत्र के कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय हरदत्त नगर ग्रिंट में बनाए गए आश्रय स्थल में रखा गया था। सभी का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया था। परिणाम आने पर तीनों युवक कोरोना संक्रमित पाए गए।
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सभी को कोरोना मरीजों के लिए अधिसूचित अस्पताल में भर्ती किया गया है। जिलाधिकारी यशु रुस्तगी ने बताया कि जिलें में 03 कोरोना पाजिटिव मरीज की पुष्टि होने के बाद भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकाल के मुताबिक संबंधित गांव को हाटस्पाट के रुप में चिन्हित करके अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
कमिश्नर, डीआइजी ने दिए व्यवस्था चाक चौबंद के निर्देश
देवीपाटन मण्डल के आयुक्त महेन्द्र कुमार ने बताया कि सभी कोरोना संक्रमित मरीजों को जिलें में बने कोविड लेबल वन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी मरीजों के परिवार वालों की भी जांच कराई जा रही है। उनके गांव को भी सील करके मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी तैनात कर दिया गए हैं। साथ ही स्वास्थ्य व्यवस्था को भी चुस्त दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए है।
देवी पाटन परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक डा. राकेश सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने से चारों जनपदों में पुलिस को सक्रिय किया गया है। बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए हाटस्पाट के रूप में चिन्हित इलाकों की बैरीकैडिंग कराकर किसी के भी आवागमन पर सख्ती से रोक लगाने का निर्देश दिया है। लाकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। सड़कों पर बने बैरियरों पर सख्त चेकिंग की जा रही है।
रिपोर्ट: तेज प्रताप सिंह
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