×

ADG का वेबिनार: मेरठ जोन में ये हालात, लॉकडाउन को बना रहे ऐसे सफल

वेबीनार में ADG मेरठ जोन बताया कि बिना किसी गोष्ठी का आयोजन कर अल्प समय में डूयटी प्वाईंटों पर जाकर किस प्रकार पुलिस कर्मियों का उत्साह वर्धन किया गया है।

Shivani Awasthi
Published on: 21 May 2020 4:34 PM GMT
ADG का वेबिनार: मेरठ जोन में ये हालात, लॉकडाउन को बना रहे ऐसे सफल
X

मेरठः पुलिस अनुसंधान एंव विकास ब्यूरो (बी.पी.आर. डी.) द्वारा एक वैबीनार का आयोजन किया गया जिसमें कोविड-19 के दौरान पुलिस के जवानों का कोरोना से बचाव करते हुये इस नई एवं कठिन डयूटी का पूरे मनोयोग के साथ करने एवं वर्तमान परिस्थतियों का भली प्रकार सामना करने के सम्बंध में विचार विमर्श किया गया। (बी.पी.आर.डी) द्वारा देश की भोगोलिक/अपराधिक/समाजिक जानकारी रखने वाले एवं अनुभवी अधिकारियों जिनमें प्रवीन सूद पुलिस महानिदेशक, कर्नाटक, दिनकर गुप्ता, पुलिस महानिदेशक, पंजाब, प्रशान्त कुमार अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन, मेरठ, सुधांशु सारंगी, पुलिस आयुक्त भुवनेश्वर, उड़ीसा द्वारा भाग लिया गया।

पुलिस अनुसंधान एंव विकास ब्यूरो (BPRD) ने आयोजित किया वेबिनार

इस वेबीनार में ADG मेरठ जोन ने जोन की सामाजिक, भौगोलिक एवं आर्थिक स्थिति से सभी को अवगत कराते हुये यह बताया गया कि इस कठिन परिस्थतियों में बिना किसी गोष्ठी का आयोजन कर अल्प समय में डूयटी प्वाईंटों (शैल्टर होम, क्वारंटाईन सैन्टर, अस्पातल, बैरियर आदि) पर जाकर किस प्रकार पुलिस कर्मियों का उत्साह वर्धन करते हुये स्थानीय परिस्थति के अनुसार कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित किया गया है।

ADG ने मेरठ जोन के सामाजिक, भौगोलिक और आर्थिक हालातों की दी जानकारी

वही करोना के प्रारम्भ होते ही केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा 22.03.2020 को जनता कर्फ्यू तथा उसके पश्चात 25.03.2020 से लाॅकडाउन के निर्देश दिये गये साथ ही धरातलीय स्तर पर पुलिस कर्मियों द्वारा अपने आप को बचाते हुये उक्त लाॅक डाउन का पालन कराने का दायित्व दिया गया जिसका मेरठ जोन के पुलिस कर्मियों द्वारा मनोयोेग के साथ निर्वाह किया गया।

ये भी पढ़ेंः राशन मिला या नहीं? कमिश्नर ने पूछा लोगों से सवाल, मिला ये जवाब

लाॅकडाउन का पालन कराना एक चुनौती

वही मेरठ जोन के सभी जनपद आपराधिक, साम्प्रदायिक एवं राजनैतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील है तथा यहां दारूल उलूम देवबन्द जैसे अन्तर्राष्टीय इस्लामिक शिक्षा केन्द्र एवं राजधानी दिल्ली के नजदीक होने के कारण मीडिया द्वारा प्रत्येक घटना पर विशेष ध्यान दिया जाता है। जिस कारण लाॅक डाउन का पालन कराना एक चुनौती पूर्ण कार्य था।

मेरठ जोन से 1581 जमाती दिल्ली मरकज में थे शामिल

लाॅकडाउन के दौरान दिल्ली मरकज में पूरे प्रदेश में कुल 3256 जमाती चिन्हित किये गये थे, जिनमें से मेरठ जोन के जनपदों में प्रदेश के कुल जमातियों की संख्या का 1581 थी, जो प्रदेश के कुल जमातियों का 48.55 प्रतिशत थी। इनमें 180 जमाती विदेशी नागरिक थे । उक्त सभी जमातियों की पहचान कर गिरफ्तार करना, क्वारेन्टाईन करना, एवं अभिलेखीकरण किया गया एक गम्भीर चुनौती थी, जिसको सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया है।

मेरठ जोन से दो चरणों में प्रवासी मजदूरों का पलायन

मेरठ जोन के जनपदों में कृषि कार्य करने, औद्योगिक क्षेत्र होन के कारण भारी संख्या में पूर्वांचल, बिहार, झारखण्ड तथा अन्य राज्यों के निवासी भारी संख्या में श्रमिक/कामगार/छात्र के रूप में निवास करते है। लाॅक डाउन लागू होने के उपरांत मेरठ जोन के जनपदों में दो चरणों में प्रवासी मजदूरों का पलायन हुआ था।

ये भी पढ़ेंः डॉक्टरों के लिए चुनौती बना युवक, कोरोना के लक्षण नहीं मगर आठ बार हो चुकी जांच

प्रथम चरण में 28 मार्च से 30 मार्च तक दिल्ली एवं अन्य राज्यों से पलायन हुआ था। दूसरे चरण 18 मार्च से प्रारम्भ हुआ। दोनों ही चरणों में जोन के जनपद में पलायन की स्थिति से निपटने हेतु सुनियोजित ढंग से काम किया गया, जिसके फलस्वरूप किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हुई ।

इस लाॅकडाउन को सफल बनाने के लिए किये गये ये उपाय

(1) वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा धरातलीय स्तर पर उतर कर प्रत्येक नाका बैरियर, पुलिस चैक पोस्ट पर कार्यरत कर्मियों का मनोबल बढाया गया ।

(2) फ्रन्ट लाईन पुलिस कर्मियों को बचाव हेतु फेस मास्क, हैण्ड ग्लव्स सैनेटाईजर, फेस शील्ड एवं पीपीई किट प्रदान की गई साथ ही पुलिस कर्मियों के साथ गोष्ठी कर खान पान की आदतों में भी परिर्वतन लाया गया।

ये भी पढ़ेंःYoutube पर धमाल मचा रहा ये भोजपुरी गाना, यहां देखें वीडियो

(3) पुलिस लाईन एवं आवासों में पुलिस परिवार को उचित दरों पर दैनिक उपभोग का सामना सव्जी, दूध, दाल, आटा आदि पुलिस लाइन/थाना परिसर आदि में ही उपलब्ध कराया गया।

(4) पुलिस लाईन्स में सिंगल एन्ट्री एवं सैनटाईजिंग टनल स्थापित कर थानों में वासिंग मशीन, फ्रिज, एवं वाटर डिपेन्सर स्थापित किये गये। 50 वर्ष से अधिक के पुलिस कर्मियों को कोरोना की फ्रन्ट ड्यूटी से मुक्त रखा गया। इन उपायों का परिणाम यह रहा कि पूरे जोन में अभी तक मात्र नागरिक पुलिस 01 कर्मी संक्रामित हुआ है। जो कि काफी घनी आबादी वाली पुलिस चैकी पर नियुक्त था। वह भी ठीक हो गया है।

(5) लाॅक डाउन के प्रारम्भ में पुलिस द्वारा कम्यूनिटिंग किचिन चलाकर निराश्रितों एवं कमजोर वर्ग के लोगों को घर घर पर भोजन, कच्चा राशन, एवं पलायन कर रहे कामगारों को चप्पल आदि उपलब्ध करायी गयी।

ये भी पढ़ेंःजमातियों को झटका: जेल में ही कटेंगी रातें, जमानत अर्जी खारिज

ये सभी कार्य इसलिए योजनाबद्ध तरीके से सम्पन्न हो पाया क्योंकि हमारे द्वारा मुख्यमंत्री योगी लगातार माॅनीटिरिंग और 7 बार वीडियो कान्फ्रसिंग के माध्यम से निर्देशित करते रहे। साथ ही पुलिस महानिदेशक का भी समय-समय पर निर्देश एवं मार्ग दर्शन प्राप्त हो रहा। जिससे पुलिस कर्मियों का उत्साहवर्धन हुआ और उनके द्वारा मनोयोग से उक्त वैश्विक महामारी में भी अपने मनोबल का परिचय देते हुए इस महामारी के कारण सामने आने वाली सभी चुनौमियों का सूझबूझ के साथ मुकाबला किया गया ।

रिपोर्टर: सादिक़ खान मेरठ

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Shivani Awasthi

Shivani Awasthi

Next Story