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Raebareli News: कांग्रेस के गढ़ से अखिलेश की बीएसपी के वोटरों पर नजर, सारस को लेकर ये बोले सपा प्रमुख
Raebareli News: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव सोमवार को कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में ताल ठोंकते नजर आए। पहली बार यहां अखिलेश यादव ने कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया।
Raebareli News: समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव सोमवार को कांग्रेस के गढ़ रायबरेली में ताल ठोंकते नजर आए। पहली बार यहां अखिलेश यादव ने कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया। माना जा रहा है कि बदलते समीकरणों में अखिलेश बीएसपी के परंपरागत वोटबैंक में सेंध लगाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।
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‘सरकार किसानों का गेहूं बड़े व्यापारियों के गोदाम तक पहुंचाना चाहती है’
सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करके अखिलेश यादव ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। जनपद में अपने कार्यक्रमों के अंतर्गत अखिलेश यादव रायबरेली के ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र पहुंचे। ऊंचाहार विधानसभा के चरुहार में कांशीराम की मूर्ति का अनावरण करने से पहले यहां से विधायक मनोज पांडेय ने किठल्ले मुसल्लेपुर में अखिलेश यादव का स्वागत समारोह आयोजित किया। इस दौरान अखिलेश यादव ने भीड़ में उत्साह भरते हुए सपा को 2024 में जिताने का आह्वान किया। उन्होंने महंगाई व भाजपा सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर सवाल उठाया। आरोप लगाया कि सरकार किसानों का गेहूं बड़े व्यापारियों के गोदाम तक पहुंचाना चाहती है। इसलिए प्रदेश की योगी सरकार ने अभी तक गेहूं खरीद की तैयारी नहीं की है।
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अगर सारस की मौत हुई तो सीएम होंगे जिम्मेदार!
जनपद दौरे पर आए अखिलेश यादव ने प्रदेश सरकार पर कई मुद्दों पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने अमेठी में आरिफ के दोस्त सारस पक्षी के मुद्दे को लेकर सीधे तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया। अखिलेश यादव ने कहा कि आज़ाद पक्षी को मुख्यमंत्री ने कैद कर दिया है। उन्होंने कहा कि अगर सारस की मौत हुई, तो उसके ज़िम्मेदार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे।
बैनरों से स्वामी प्रसाद मौर्या की फोटो नदारद
अखिलेश के जनपद दौरे को लेकर यहां से सपा विधायक मनोज कुमार पांडेय ने स्वागत की भरपूर तैयारियां की थीं। लेकिन, लोगों के बीच चर्चा का आलम रहा कि किसी भी बैनर-पोस्टर में पार्टी के मुख्य सचेतक स्वामी प्रसाद मौर्य की फोटो तक नहीं लगाई गई। एक तरफ जहां अखिलेश यादव ने पहली बार कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया।
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कार्यकर्ताओं में उत्साहपूर्ण माहौल रहा और जमकर नारेबाजी हुई, वहीं पोस्टरों में स्वामी प्रसाद मौर्या के फोटो ना होने से यह चर्चा भी खूब हुई कि रामचरितमानस विवाद के बाद अब पार्टी किसी को नाराज नहीं करना चाहती है। इसके अलावा प्रतिमा का अनावरण करके खासकर दलित वर्ग को यह संदेश दिया गया है कि उनका हित समाजवादी पार्टी में सुरक्षित रह सकता है।