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सुषमा स्वराज का निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षतिः देवेन्द्र नाथ मिश्र

क्षेत्रीय संयोजक अधिवक्ता देवेन्द्र नाथ मिश्र ने सुषमा स्वराज के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया। कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने सदैव राष्ट्रहित में काम किया। उनके अविस्मरणीय योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

SK Gautam
Published on: 7 Aug 2019 2:37 PM GMT
सुषमा स्वराज का निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षतिः देवेन्द्र नाथ मिश्र
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प्रयागराज: भाजपा विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र की ओर से हाईकोर्ट बार एसोसिएशन लाइब्रेरी हाॅल में पूर्व विदेश मंत्री एवं उच्चतम न्यायालय की अधिवक्ता सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया गया। अधिवक्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी।

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क्षेत्रीय संयोजक अधिवक्ता देवेन्द्र नाथ मिश्र ने सुषमा स्वराज के निधन पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया। कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उन्होंने सदैव राष्ट्रहित में काम किया। उनके अविस्मरणीय योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।

पूर्व लोकायुक्त ने भी दी श्रद्धांजलि, कहा 11 अगस्त को उनसे मुलाकात होनी थी

इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति एवं छत्तीसगढ़ के लोकायुक्त रहे न्यायमूर्ति शम्भूनाथ श्रीवास्तव ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज से उनका आत्मीय नाता रहा है। 11 अगस्त को उनसे मुलाकात होनी थी। किन्तु उससे पहले ही स्तब्ध करने वाली दुःखद सूचना मिली। न्यायमूर्ति श्रीवास्तव के भगवत गीता को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित करने के फैसले के मुद्दे को सुषमा स्वराज ने संसद में उठाकर मान बढ़ाया था। आज उनकी हृदय गति रुकने से वह बेहद मर्माहत हैं। उन्होंने सुषमा के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

प्रदेश सह संयोजक रणजीत सिंह ने कहा कि देश ने एक साहसी और दूरदृष्टि वाली परिपक्व नेता को खो दिया है

विधि प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सह संयोजक विकास चंद्र त्रिपाठी ने सुषमा स्वराज के परिजनों को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। प्रदेश सह संयोजक रणजीत सिंह ने कहा कि देश ने एक साहसी और दूरदृष्टि वाली परिपक्व नेता को खो दिया है। हाईकोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता राधाकांत ओझा ने कहा कि सुषमा स्वराज जैसीं नेता का असमय जाना देश, समाज और पार्टी के लिए बड़ी क्षति है।

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उन्होंने हमेशा अपने सरल व्यवहार, ओजस्वी भाषण और वाकपटुता की अनूठी मिसाल पेश की है। शोक सभा की अध्यक्षता बार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अखिलेश मिश्र ‘गांधी’ एवं संचालन संयुक्त सचिव पुस्तकालय आशुतोष पाण्डेय ने किया।

श्रद्धांजलि देने वालों में प्राणेश दत्त त्रिपाठी, मृत्युंजय तिवारी, श्याम हेला, समीर त्रिपाठी, आलोक त्रिपाठी, मनीष द्विवेदी, रमेश त्रिपाठी, पुरुषोत्तम मौर्या, नीलम शुक्ला, सुरेंद्र नाथ मिश्र, सर्वेश दुबे, दुर्गेश चन्द्र तिवारी, अमित श्रीवास्तव, चंद्रमा यादव, अमित दुबे, रामरसिक तिवारी, चक्रपाणि, एस पी राय, अभिजीत पाण्डेय, ओम प्रकाश द्विवेदी आदि रहे।

हाईकोर्ट में अधिवक्ता संगठनों ने दी प्रखर वक्ता सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि

इलाहाबाद हाईकोर्ट में विभिन्न अधिवक्ता संगठनों ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोकसभा कर श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि प्रखर वक्ता ओजस्वी उद्बोधन से प्रभावित करने वाली नेत्री सुषमा स्वराज का असमय जाना राजनीति में खालीपन पैदा कर गया। प्रयागराज अधिवक्ता संघ की शोकसभा की अध्यक्षता एन के चटर्जी एवं संचालन महासचिव राजेश त्रिपाठी ने किया। सभा में दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से मृत आत्मा की शांति की प्रार्थना की गयी। सभा में हरिश्चंद्र दुबे, रमेश शुक्ल, के डी मालवीय, प्रशांत सिंह सोम, बृज लाल, आशुतोष शुक्ल, बी के रघुवंशी, ए एन रे, सुनील मिश्र, अशोक सिंह आदि मौजूद थे।

जूनियर लाॅयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एम के तिवारी एवं सचिव जी पी सिंह, ज्ञान प्रकाश अस्थाना ने सुषमा स्वराज के निधन को देश की अपूरणीय क्षति बताया। आदर्श अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष एस सी मिश्र, महासचिव सभाजीत सिंह, सी बी सिंह ने सुषमा स्वराज के निधन को भारतीय राजनीति की भारी क्षति बताया। भाजपा विधि प्रकोष्ठ हाईकोर्ट इकाई की बार एसोसिएशन हाल में हुई शोक सभा की अध्यक्षता प्रदेश संयोजक रणजीत सिंह, सह संयोजक देवेंद्र नाथ मिश्र, मुख्य स्थायी अधिवक्ता विकास चन्द्र त्रिपाठी, मीडिया सह प्रभारी मृत्युंजय तिवारी, बाल मुकुंद सिंह, आर सी वर्मा, एस के साहू, रघुराज किशोर, पतंजलि मिश्र ने शोक श्रद्धांजलि अर्पित की।

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उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया नमन, सभी ने बताया देश की अपूरणीय क्षति

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अधिवक्ता मिलन शाखा, प्रयाग महानगर की ओर से पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया। मुख्य शिक्षक देशदीपक श्रीवास्तव समेत तमाम अधिवक्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। सभी ने उनके निधन को लेकर दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्य शिक्षक अधिवक्ता देशदीपक श्रीवास्तव ने कहा कि राजनीति के क्षितिज पर धु्रव तारा बनकर चमकने वाली भारतीय नारी श्रृंगार, सम्मान और अभिमान की प्रतिमूर्ति थीं। उनकी अखण्ड और अलौकिक जीवन यात्रा पर आज अचानक लगा विराम वास्तव में अन्तःमन तक को झकझोर कर रख दिया।

विदुषी वक्ता और राष्ट्र की गौरव नेत्री के जीवन पथ में खींची गई मर्यादा शिक्षा, संस्कार, सद्भाव, समभाव और निश्छल मुस्कान की लकीरें सबके लिए अनुकरणीय, अविस्मरणीय और अतुलनीय थीं और हमेशा रहेंगी। सभी अधिवक्ताओं ने हिन्द की जांबाज, निडर और कर्मनिष्ठ बेटी को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की। शोकसभा में देशदीपक श्रीवास्तव, अवधेश चन्द्र श्रीवास्तव, राजेश खरे, नितिन अग्रवाल, पंकज श्रीवास्तव, विनोद राय, राजेन्द्र प्रसाद मिश्र, मनीष द्विवेदी आदि रहे।

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अधिवक्ता समन्वय समिति के अध्यक्ष बी एन सिंह, अधिवक्ता देवेंद्र सिंह, सी बी सिंह, नन्द लाल मौर्य, मनोज सिंह, जी पी सिंह, सभाजीत सिंह, रवि श्रीवास्तव आदि ने सुषमा स्वराज के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। यंग लायर्स एसोसिएशन हाईकोर्ट के अध्यक्ष संतोष त्रिपाठी, उपाध्यक्ष बी डी पांडेय, जे बी सिंह, आर पी तिवारी, नृपेंद्र दुबे, जे पी त्रिपाठी, ए के राय ने शोक श्रद्धांजलि अर्पित की। केंद्र सरकार के सहायक सालिसिटर जनरल ज्ञान प्रकाश की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित हुई। दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। शोक सभा में अशोक सिंह, अरविन्द गोस्वामी, कृष्ण जी शुक्ल, रमेश शुक्ल, राजेश त्रिपाठी, सभाजीत सिंह, प्रशांत सिंह सोम, ए एन राय, नरेंद्र चटर्जी आदि मौजूद थे।

हिंदी और संस्कृत की प्रख्यात वक्ता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन को सभी ने अपूरणीय क्षति बताया

सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता, हिंदी और संस्कृत की प्रख्यात वक्ता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन को सभी ने अपूरणीय क्षति बताया। हाईकोर्ट बार के सभागार में हुई शोक सभा में सुषमा स्वराज के निधन पर अधिवक्ताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्य स्थायी अधिवक्ता विकास चन्द्र त्रिपाठी, सौरभ श्रीवास्तव ने सुषमा स्वराज को एक मृदुभाषी मिलनसार एवं कानून की जानकार बताया। श्री त्रिपाठी ने कहा कि वह जहां भी जातीं अपनी अमिट छाप छोड़ जाती थीं।

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विदेश मंत्री के रूप में विदेशों में फंसे भारतीयों की सहायता के लिए तत्पर रहती थीं। मृत्यंुजय तिवारी ने कहा कि 25 वर्ष की आयु में विधायक बनीं सुषमा स्वराज सात बार सांसद और दो बार विधायक रहीं। सभा में दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की गयी। शोक सभा में वरिष्ठ अधिवक्ता राधाकांत ओझा, अखिलेश मिश्र ‘गांधी’, दुर्गेश तिवारी, वी के चंदेल, प्राणेश दत्त त्रिपाठी, सोम नारायण मिश्र, देवेंद्र नाथ मिश्र, अमित दुबे, रणजीत सिंह, एस पी राय, आशुतोष पांडेय, पवन श्रीवास्तव, समीर, चक्रपाणि, वी एस गिरि, सन्तोष मिश्र, हरवंश सिंह, डी कुमार आदि रहे। लाॅयर्स वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह एवं महासचिव अधिवक्ता मनीष द्विवेदी, कोषाध्यक्ष कमलेदव पाण्डेय ने भी सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है।

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