×

झांसी रेल मंडल का कमाल, ऐसे बचाया करोड़ों का बिजली खर्च

मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के कुशल निर्देशन में आज झाँसी मंडल के रोरा स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कार्य पूर्ण किया गया है।

Newstrack
Published on: 8 July 2020 12:02 PM IST
झांसी रेल मंडल का कमाल, ऐसे बचाया करोड़ों का बिजली खर्च
X

झाँसी। मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के निर्देशन में झाँसी मंडल द्वारा विगत माह मई 2020 में रु. 2.35 करोड़ की बिजली व्यय में बचत की गयी है। उक्त बचत खुले बाजार से बिजली खरीद से संभव हुई है। पूर्व में मंडल द्वारा चुनिन्दा माध्यम से ही ली जाती थी, जिसके फलस्वरूप हमें उनकी तय की गयी दरों के अनुसार ही भुगतान करतना पड़ता था, परन्तु अब खुले बाजार से बिजली खरीद ने पर खुली स्पर्धा के चलते कम दरों में बिजली उपलब्ध हो सकी है।

कानपुर गोलीकांड: शहीद राहुल की बहन ने की ये मांग, दारोगा को बताया देशद्रोही

इन क्षेत्रों में बचत की गई

उत्तर प्रदेश क्षेत्र के अंतर्गत वर्तमान में इन 10 ट्रैक्शन सब स्टेशन (ललितपुर, मुस्त्तरा, मोठ, सर्सोंकी, लालपुर, रागौल, घाटमपुर, उदयपुर एवं डिंगवाही) के माध्यम से 1.39 करोड़ रु. तथा मध्य प्रदेश क्षेत्र के दतिया, हेतमपुर, ग्वालियर एवं बसई सब स्टेशन के माध्यम से 95.07 लाख रु. के राजस्व की बचत की गयी है। इसी प्रकार माह जून-2020 में डीजल खपत में भी रिकॉर्ड बचत करते हुए रु.16 करोड़ के रेल राजस्व की अभूतपूर्व बचत की गयी। माह जून 2019 में मंडल द्वारा 3205.30 किलोलीटर डीजल की खपत की गयी थी, जो की माह जून 2020 में सीमित होकर 635.30 किलोलीटर ही रही। उक्त बचत डीजल के स्थान पर बिजली के अधिकतम उपयोग से संभव हो सकी है। वर्तमान में मंडल के अधिकाँश खंड विद्युतिकृत हैं और खुले बाजार से बिजली खरीद करने पर सस्ती बिजली उपलब्ध होने से यह राजस्व की बचत संभव हो सकी है।

सोनिया और राहुल की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, गृह मंत्रालय ने खोली ये पुरानी फ़ाइल

रोरा स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कार्य संपन्न

मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के कुशल निर्देशन में आज झाँसी मंडल के रोरा स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कार्य पूर्ण किया गया है। उक्त संस्थापन कार्य के पूर्ण होने से रोरा स्टेशन से गुजरने वाली गाड़ियों के संचालन को गति मिलेगी। रोरा स्टेशन से गुजरने वाली गाड़ियों का संचालन अब 110 किमी प्रति घंटा से किया जा सकेगा, पूर्व में यह गति 15 किमी प्रति घंटा ही थी। उक्त प्रणाली के संस्थापन RDSO के नए स्वीकृत डायग्राम के तेहत हुआ है। अब झाँसी से प्रयागराज के मध्य बहुत पुराने गोला टोकन एक्सचेंज प्रथा का उन्मूलन हो गया है।

पूर्व में गोला टोकन एक्सचेंज करने हेतु गाड़ियों की गति को सुविधा हेतु अधिकतम 15 किमी प्रति घंटा रखा जाता है, अब यह प्रतिबन्ध हट गया है, अब यह गाडी अधिकतम 110 किमी प्रति घंटा की गति से रोरा स्टेशन से गुजर सकेंगी। कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में सभी सावधानियों सहित यह कार्य वरि. मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार (कार्य) हरी शंकर आर्य, मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार (कार्य) कु नेहा चौधरी, वरि. मंडल सिग्नल एवं दूरसंचार (ब्रांच लाइन) आशीष कुमार सैनी एवं एस के गुप्ता के नेतृत्व में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

रिपोर्टर- बी के कुशवाहा, झाँसी

चीन पर टूटा अमेरिका: दिखाया अपना आक्रामक रूप, ये है सबसे बड़ा खतरा

देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Newstrack

Newstrack

Next Story