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जेटली योगी नहीं महाना को बनाना चाहते थे यूपी का CM

अरूण जेटली अंतिम बार कानपुर 22 मई 2016 को आए थे। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के विधानसभा के 25 वर्ष सेवा उत्सव के तौर मना रहे थे, जिसमें वो मुख्य अथिति के रूप में शिरकत किया  था।

Manali Rastogi
Published on: 25 Aug 2019 12:59 PM IST
जेटली योगी नहीं महाना को बनाना चाहते थे यूपी का CM
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कानपुर: साल 2017 विधानसभा में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में शानदार जीत दर्ज की थी। चुनाव जीतने के बाद बीजेपी हाईकमान को मुख्यमंत्री के नामो पर चर्चा कर रहा था। मुख्यमंत्री की रेस में लगातार के 6 बार के विधायक सतीश महाना, योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गजो के नाम चल रहे थे।

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पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने मुख्यमंत्री के लिए सतीश महाना के नाम का प्रस्ताव रखा था। सतीश महाना और अरूण जेटली में बहुत अच्छी दोस्ती थी। जब भी वो कानपुर आते थे तो सतीश महाना के साथ खाना खाते थे।

लंबी बीमारी के बाद हो गया निधन

बीते शनिवार को पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनके निधन के बाद पक्ष और विपक्ष के नेताओ में शोक का माहौल है। अपने सरल स्वभाव सिद्धांत वादी नेचर के लिए जाने जाते थे। जिससे भी एक बार मुलाकात कर ली दोबारा मिलने पर उसे नाम से पुकारते थे।

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कानपुर शहर के बीजेपी नेताओं से उनकी खूब बनती थी। कानपुर के दिग्गज नेता पूर्व कैबिनेटमंत्री प्रेमलता कटियार को दीदी कह कर पुकारते थे। कैबिने टमंत्री सतीश महाना, पूर्व विधायक सलिल विश्नोई, सुनीज बजाज, अजीत सिंह छाबड़ा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी से भाईयों जैसे संबध थे।

2011 में कानपुर आए थे अरूण जेटली

अरूण जेटली का एक वाक्या आज भी बीजेपी के नेताओं के दिलों में ताजा है। 2011 में अरूण जेटली कानपुर आए थे। उस वक्त बीजेपी केंद्र और राज्य में सरकार नहीं थी। अरूण जेटली को नवीन मार्केट स्थित केंद्रीय कार्यालय ले जाया गया। बीजेपी कार्यालय की हालत बेहद खराब थी।

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अरूण जेटली को जिस कुर्सी पर बैठाया गया उस कुर्सी का हत्था टूटा हुआ था। जब वो कुर्सी पर बैठे पर मुस्कुराने लगे। सभी लोग उनके चहरे की तरफ हैरानी भरी नजरो से देखने लगे। इसके बाद उन्होने बड़े ही मजाकिया अंदाज में पंजाबी में सुनील बजाज और पूनम कपूर से कहा कि तेरी कुर्सी भी टुट्टी तेरी जमीन भी टुट्टी बचा ले अपने नू। इसके बाद कार्यालय में सभी का माहौल हंसी ठिठोली में तब्दील हो गया।

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अरूण जेटली अंतिम बार कानपुर 22 मई 2016 को आए थे। कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के विधानसभा के 25 वर्ष सेवा उत्सव के तौर मना रहे थे, जिसमें वो मुख्य अथिति के रूप में शिरकत किया था।



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