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आंदोलन से जुड़ा रहा ये संगठन मंदिर निर्माण के लिए हुआ फिर सक्रिय

राम मंदिर निर्माण में आम हिंदुओं को जोड़ने की कसरत विश्व हिंदू परिषद करने लगा है। इसी कड़ी में आज अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की बैठक हुई...

Ashiki
Published on: 26 Jun 2020 1:29 PM GMT
आंदोलन से जुड़ा रहा ये संगठन मंदिर निर्माण के लिए हुआ फिर सक्रिय
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अयोध्या: राम मंदिर निर्माण में आम हिंदुओं को जोड़ने के लिए विश्व हिंदू परिषद तैयारियां करने लगा है। इसी कड़ी में आज अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद की बैठक हुई। बैठक में राम मंदिर निर्माण के लिए नए सिरे से कार्ययोजना पर चर्चा की गई। जिसमें राम मंदिर निर्माण में आम जनमानस की सहभागिता का उद्देश्य कारसेवा के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया।

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विश्व हिंदू परिषद ने राममंदिर निर्माण को लेकर अपनी भूमिका तय की। शुक्रवार को कारसेवकपुरम में इसे लेकर बैठक की गई। बैठक में वीएचपी के 27 पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य अजेंडा राममंदिर निर्माण में हर हिंदू परिवार को जोड़ना था। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बैठक में कहा कि देश और विदेश के हर हिंदू परिवार को मंदिर निर्माण से जोड़ने के लिए कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे।

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उन्होंने कहा कि 1992 जैसा कार सेवा का माहौल बनाना है। हर हिंदू को राम मंदिर से जोड़ना है। बैठक में कहा गया कि राममंदिर निर्माण के लिए कारसेवक पूरी दुनिया से यहां आकर निर्माण में सहायता करने के लिए तैयार हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना था भूमि पूजन

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि देश की सुरक्षा हम सबके लिए सर्वोपरि है। मंदिर निर्माण की तारीख आगे देश-काल की परिस्थिति को देखकर तय होगी। दरअसल भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न्योता भेजा गया था और उन्हीं के हाथों राम मंदिर का भूमि पूजन कराने की तैयारी थी।

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भूमि का समतलीकरण पूरा, तकनीकी काम होना था शुरू

राम मंदिर निर्माण का काम इन दिनों जोरों पर चल रहा है। मंदिर के लिए तय भूमि के समतलीकरण और साफ-सफाई का काम पूरा हो चुका है। भूमि पूजन के बाद मंदिर निर्माण का तकनीकी काम शुरू हो जाता। हालांकि चीन के साथ तनाव को देखते हुए ट्रस्ट ने भूमि पूजन कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का फैसला किया है, जबकि अयोध्या में पत्थरों की सफाई का भी काम बड़ी तेजी से चल रहा है, जिसमें काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। क्योंकि पिछले 28 वर्षों से तराशे गए पत्थर रखे हुए हैं।

रिपोर्ट: नाथ बख्श सिंह

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