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Azamgarh News: पेड़ पर लटका मिला वृद्ध का शव, सुसाइड नोट बरामद, पुलिस जांच में जुटी

Azamgarh News: आर्थिक तंगी और कर्ज से तंग आकर एक वृद्ध ने घर से 100 मीटर दूरी पर स्थित एक पेड़ से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह शौच करने के लिए लोगों ने जब देखा तो परिजनों को सूचना दी।

Shravan Kumar
Published on: 21 Aug 2023 7:17 PM IST
Azamgarh News: पेड़ पर लटका मिला वृद्ध का शव, सुसाइड नोट बरामद, पुलिस जांच में जुटी
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पेड़ पर लटका मिला वृद्ध का शव: Photo-Newstrack

Azamgarh News: आर्थिक तंगी और कर्ज से तंग आकर एक वृद्ध ने घर से 100 मीटर दूरी पर स्थित एक पेड़ से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। सुबह शौच करने के लिए लोगों ने जब देखा तो परिजनों को सूचना दी। मौके पर थानाध्यक्ष के नाम लिखा सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। घटना की सूचना मिलते ही घर में मातम छा गया। पत्नी रो-रोकर बेहोश हो जा रही थी।

सुबह घर से बिना किसी को बताए निकले थे

रामअनुज उम्र 65 वर्ष निवासी चककोट (खानकाह) बीती रात भोजनोपरान्त अपने घर में सो गये। आज सुबह घर से 100 मीटर दूरी स्थित एक पेड़ पर फंदे से लटकता हुआ उनका शव पाया गया। शौच के लिए गये ग्रामीणों ने इसकी सूचना परिजनों और पुलिस को दी। मौके पर ही थानाध्यक्ष के नाम लिखा हुआ सुसाइड नोट भी बरामद हुआ जिसमें मृतक ने लिखा था कि मैं कर्ज से काफी परेशान था, मेरी मौत के लिए मेरे परिवार का कोई सदस्य दोषी नहीं है। मेरे घर पर मेरी पत्नी व बेटी मौजूद हैं। मेरे शव को बिना पोस्टमार्टम करवाए ही परिजनों को सौंप दिया जाए।

स्कूल में शिक्षक थे रामअनुज

बता दें कि रामअनुज सरायमीर के एक सैनिक कान्वेंट स्कूल में अध्यापन का कार्य करते थे। उनकी चार लड़कियां और एक लड़का है। लड़का रोजी रोटी के लिए दिल्ली में रहकर नौकरी करता है। मौके पर पहुंचे उपनिरीक्षक अशोक पाण्डेय ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। परिजनों द्वारा पोस्टमार्टम कराने के लिए समझाया गया। इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी विवेक पाण्डेय ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत होने के स्पष्ट कारणों का पता चल पाएगा।

लगातार बढ़ रहे खुदकुशी के मामले

जनपद में लगातार आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। अक्सर देखा जा रहा है कि शहरी से लेकर ग्रामीण इलाकों तक लोग मामूली बातों पर खुदकुशी कर लेते हैं। मनोचिकित्सकों की माने की तो इसकी मूल वजह अवसाद यानी डिप्रेशन है। ऐसे में परिवार वालों को चिंताग्रस्त अपने परिवार के सदस्य का ध्यान रखना चाहिए और उसकी मनोचिकित्सक से काउंसलिंग करानी चाहिए।



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