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मणि मंजरी केस: सपा की सड़क से संसद तक लड़ाई, बलिया PCS को दिलाएगी न्याय

मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय की मौत के मामले को लेकर सियासत गरमाने लगी है।

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Published on: 31 Aug 2020 4:22 PM GMT
मणि मंजरी केस: सपा की सड़क से संसद तक लड़ाई, बलिया PCS को दिलाएगी न्याय
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मणि मंजरी केस: सपा लड़ेगी सड़क से संसद तक लड़ाई, PCS अधिकारी को दिलाएगी न्याय

बलिया: मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय की मौत के मामले को लेकर सियासत गरमाने लगी है। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय ने आज मणि मंजरी को भूमिहार जाति का बताते हुए भाजपा के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व नीरज शेखर पर नाम लिये बगैर जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया है । सपा नेता ने इस मामले के जरिये भूमिहार मतों की गोलबंदी तेज कर दिया है तथा इसकी सी बी आई जांच न कराने को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए इसकी लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ने का ऐलान किया है ।

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भूमिहार मतों पर वर्चस्व की जंग शुरू

मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय की मौत को लेकर भाजपा व सपा के नेताओं के मध्य भूमिहार मतों पर वर्चस्व की जंग शुरू हो गई है । सूबे के खेलकूद मंत्री उपेंद्र तिवारी दो दिन पहले मणि मंजरी के गाँव कनुआन पहुँचे थे । खेलकूद मंत्री तिवारी ने ट्वीट किया कि प्रतिभाशाली स्वर्गीय मणि मंजरी राय जी ( जनपद बलिया के मनियर नगर पंचायत की पूर्व अधिशासी अधिकारी ) के घर जाकर परिजनों से भेंट कर आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द जाँच होकर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी ।

भूमिहार समाज से ताल्लुक रखने वाले खेलकूद मंत्री की यह मुलाकात गत 29 अगस्त की शाम को हुई । इस मुलाकात के बाद सपा के राष्ट्रीय सचिव व प्रवक्ता राजीव राय अचानक सक्रिय हो गए । उन्होंने कल दोपहर अपने गाँव स्थित निवास पर मणि मंजरी के परिजनों की प्रेस कांफ्रेंस कराया । इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मणि मंजरी के पिता जय ठाकुर राय ने अपने पुराने बयान को दोहराया कि मणि मंजरी की हत्या करने के बाद उसका शव फांसी लगाने की शक्ल में लटका दिया गया ।

जिला कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस

पिता ने इस मामले की सी बी आई जांच की मांग की । प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद मणि मंजरी के भाई ने खेलकूद मंत्री उपेंद्र तिवारी के भाई कमलेश तिवारी को लेकर आरोप लगाया । सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय ने आज जिला मुख्यालय पर सपा के जिला कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया । उन्होंने कहा कि मणि मंजरी भूमिहार जाति की थी । उन्होंने भाजपा के बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त व राज्यसभा सांसद नीरज शेखर का नाम लिये बगैर उन पर जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि पीड़िता इनकी जाति की नहीं थी , इसलिए भाजपा के सांसद द्वय मणि मंजरी के परिजनों से नहीं मिले ।

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आरोपियों को बचाने में जुटे

उन्होंने सवाल किया कि क्या आज तक मणि मंजरी राय के परिजनों के आंसू पोछने सिर्फ इसलिए नहीं गए कि वह आपकी बिरादरी की नही थी या आरोपियों को बचाने में जुटे हैं ? उन्होंने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन के अधिकारी अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर आरोपियों को गिरफ्तार करने की बजाय युवा महिला अधिकारी का चरित्र हनन करने में जुट गए हैं। पार्टी मणि मंजरी राय के परिवार के साथ खड़ी है। सपा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि मैं अब तक दो बार मणि मंजरी राय के परिजनों से मिल चुका हूं। परिजन इसे हत्या मान रहे हैं , जबकि प्रशासन इसमें लीपापोती कर रहा है। दो माह होने को है, आज तक नामजद मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

सीबीआई जांच की मांग

उन्होंने कहा कि मणि मंजरी राय के पिता, चाचा व भाई मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने कुछ सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सीबीआई जांच करा ली जाय तो सबकुछ साफ हो जाएगा। बोले, मुझे व समाजवादी पार्टी को आश्चर्य हो रहा है कि जो भाजपा सुशांत केस की सीबीआई जांच के लिए छाती पीट-पीट कर सड़क से कोर्ट तक चिल्ला रही थी और वहां (महाराष्ट्र) की सरकार पर आरोप लगा रही है। एक मेधावी, होनहार और नौजवान महिला अधिकारी की मौत पर जब परिवार खुद सवाल उठा रहा है तो कौन सी ऐसी मजबूरी है, किस राजनैतिक नेता को बचाने के लिए कार्रवाई नहीं की जा रही है। सीबीआई जांच तो बहुत दूर है।

आखिर क्यों 55 दिनों बाद जांच के लिए भेजा जा रहा है?

उन्होंने कहा कि इस मामले में डीआईजी आजमगढ़ का बयान मैंने सुना है। जिसमें उन्होंने कहा है कि मोबाइल की जांच को हैदराबाद भेजा जाएगा। आखिर क्यों 55 दिनों बाद जांच के लिए भेजा जा रहा है। यह अपने-आप में सवालों के घेरे में है। कहा कि मेरा सवाल है कि इतने दिनों तक फोरेंसिक जांच क्यों नहीं हुई। परिवार का आरोप है कि शायद इस बात का इतंजार किया जा रहा है कि आरोपी एंटीसिपेटरी बेल लेकर आ जाएं , तब जांच कराएंगे। इससे साफ लग रहा है कि आरोपियों को बचाने की पुलिस साजिश कर रही है।

राय ने कहा कि मणि मंजरी राय के पिता घटना के दिन जब घर के पास पहुंच गए थे, उनके सामने लाश नहीं उतारा गया। उन्हें अस्पताल जाने के लिए कहा गया। जहां वे खोजते रहे। महिला अधिकारी के अंतिम संस्कार में भी कोई बड़ा अधिकारी नहीं गया। जिस घर में घटना हुई, उसका ताला सीज किया गया था। बीस-बाइस दिन बाद खाली ताला-चाबी दिया गया। घर को खुला छोड़ दिया गया था। परिवार का आरोप है कि यह हत्या है , क्योंकि महिला अधिकारी ने अपनी जान का खतरा बताया था।

पिता और भाई से कहती थी कि उसके साथ साजिश हो रही है

राय ने कहा कि मणि मंजरी राय अपने पिता और भाई से कहती थी कि उसके साथ साजिश हो रही है। बिना बोर्ड में पास कराए टेंडर के बिल भेजे जा रहे थे। उसके ऊपर दबाव डाला जाता था कि वह बिल पर हस्ताक्षर कर दे। बकौल राजीव राय परिवार के लोगों ने बताया है कि जिसकी महिला अधिकारी ने ऊपर के अधिकारियों से शिकायत भी की थी। दो बार उसकी गाड़ी का एक्सीडेंट भी कराने की कोशिश की गयी। परिस्थितिजन्य तथ्य इस ओर इशारा कर रहे हैं कि वह आत्महत्या कर ही नहीं सकती थी।

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समाजवादी पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी

शासन और राजनीतिक आकाओं के इशारे पर प्रशासन बजाय इसके कि जो परिवार आरोप लगा रहा है, उसकी जांच करे और आरोपियों को गिरफ्तार करे, कहीं न कहीं वह महिला के व्यक्तिगत सम्बन्धों को उछाल कर ध्यान भटकाना चाहता है। मैं चेतावनी देता हूं कि महिला अधिकारी का चरित्र हनन किया गया व व्यक्तिगत रिश्तों की आड़ में अपराधियों को बचाने की कोशिश की गई तो समाजवादी पार्टी इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मणि मंजरी के मौत मामले की सी बी आई जांच क्यों नही होती । उन्होंने इसके साथ ही कहा कि आरोपी भाजपा से संबंधित हैं , इसलिए गिरफ्तारी नहीं हो रही है ।

उन्होंने ऐलान किया कि सपा मणि मंजरी के लिए न्याय की लड़ाई सड़क से संसद तक लड़ेगी । न्यायपालिका का भी सहारा लिया जायेगा ।इस अवसर पर सपा जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव, पूर्व मंत्री नारद राय, पूर्व विधायक मो. रिजवी, पूर्व विधायक संग्राम यादव, पूर्व विधायक जयप्रकाश अंचल, जिला प्रवक्ता सुशील कुमार पांडेय 'कान्ह जी' आदि मौजूद थे।

अनूप कुमार हेमकर

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