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पर्दाफाश! यहां कागज पर बना दिये गए करोड़ों रूपये के चेकडैम
बुन्देलखण्ड का चित्रकूट जिला सूबे का सबसे पिछड़ा इलाका है । यहां जितना भी विकास कार्य हुआ है सब भृस्टाचार के दायरे में है । यहां की गरीब का एक सबसे बड़ा कारण ये भी है कि विकास कार्यो में जमकर लूट की गई है । प्रशासन के जिम्मेदारो ने जमकर लुटाई की और जब जांच की बात आई तो उसे भी गोलमाल कर दिया गया ।
अनुज हनुमत
चित्रकूट: किसानों की आत्महत्या से त्रस्त और कई सालों तक सूखे की मार झेल चुके उत्तर प्रदेश के बुंदेलखण्ड में अब चेकडैम घोटाला सामने आया है । बुन्देलखण्ड का चित्रकूट जिला सूबे का सबसे पिछड़ा इलाका है । यहां जितना भी विकास कार्य हुआ है सब भृस्टाचार के दायरे में है । यहां की गरीब का एक सबसे बड़ा कारण ये भी है कि विकास कार्यो में जमकर लूट की गई है । प्रशासन के जिम्मेदारो ने जमकर लुटाई की और जब जांच की बात आई तो उसे भी गोलमाल कर दिया गया ।
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चेकडैम के निर्माण में हुआ जमकर घोटाला
जब बड़े चेहरे फसने लगते हैं तो ये सभी एक होकर लड़ाई लड़ते हैं और मामले पर पर्दा डाल देते हैं । जानकारी के अनुसार जल- निगम की निर्माण इकाई और लघु सिंचाई विभाग को बुंदेलखण्ड में चेकडैम बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इसके निर्माण में जमकर घोटाला किया गया है। ज्यादातर चेकडैम कागजो पर बनाये गए हैं जिनका धरातल पर कोई अस्तित्व नहीं है ।
ताजा मामला जनपद चित्रकूट में वर्ष 2016-17 यूपी प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड बाँदा -13 द्वारा परियोजनावार बुन्देलखण्ड विकास निधि का दुरुपयोग कर चेकडैमो का निर्माण कागजो में दिखाकर सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया गया । प्रस्तावित सभी चेकडैमो मे से अधिकांश का निर्माण विभागीय अधिकारी व ठेकेदारों की साँठ गांठ के चलते महज कागज में दर्शाकर भुगतान निकाल लिया गया है । साक्ष्य के रूप में कुछ ऐसे स्थल है जहां जांच कराकर असलियत देखी जा सकती है ।
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ग्राम पंचायत ऊँचाडीह झलमल के नाले पर , ग्राम पंचायत जमुनिहाई कैथा नाले के पास पर,ग्राम पंचायत सकरौंहा बाबा के नाले पर, ग्राम पंचायत देवकली भेड़ी के नाले पर , ग्राम पंचायत चुरेह केशरूआ टिकुरी के नाले पर , ग्राम पंचायत रानीपुर कल्याणगढ़ कुबरी के नाले पर बने सभी उक्त चेकडैम सिर्फ कागज पर बने हैं।
इस पूरे केस में एक और मजेदार मोड़ है और वो ये है कि जिस ठेकेदार के नाम पर ये पूरे काम प्रस्तावित हैं उसके षड्यंत्र करके उसके नाम से फर्म बनाकर लगभग 78 लाख का भुगतान बिना निर्माण किये बगैर गबन किया गया ।
मामले की जांच मण्डलाआयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल के पास थी
जांच के उपरांत वास्तविक ठेकेदार की जानकारी होने के बाद उसके द्वारा सरकारी विभागों से भृस्टाचार कर करोड़ो रूपये के मकान /प्लाट अपने व अपने पत्नी के नाम से खरीदा है। इस पूरे मामले की जांच मण्डलाआयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल के पास थी लेकिन उसे भी विभाग द्वारा दबा दिया गया और शिकायतकर्ता को भी सेट करके मामले को पूरी तरह से बन्द कर दिया गया । दोषी लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए ।
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वहीं चित्रकूट जिले के मानिकपुर विकास खण्ड में लघु सिंचाई विभाग से बने चेकडैमों और कुओं के निर्माण में भारी घोटाला किया गया है। लघु सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अफसर व ठेकेदारों ने मानक विहीन चेकडैम व कुयें बनाये हैं। लघु सिंचाई विभाग के अफसरों व ठेकेदारों की सम्पत्ति की जांच की मांग भी समय समय होती रही है।
मानिकपुर विकास खण्ड में लघु सिंचाई विभाग ने चुरेहकेसरुआ, खिचरी, डोंडामाफी, कोटाकंदैला, ऊचांडीह, सकरौंहा, अमचुरनेरुआ समेत आधा सैकडा से ज्यादा गांवों में चेकडैम व कुओं का निर्माण किया है। ये निर्माण बेहद घटिया सामग्री से किया गया है।
पहली बरसात में ही चेकडैम व कुओं तथा तालाब के भीठे टूट गये हैं। इसी प्रकार परसौंजा तालाब में मानक विहीन निर्माण कार्य किया गया है। ग्रामीणों की जमीन लेकर उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया। बरगढ के कलचिहा तालाब का भीठा पहली बरसात में टूट गया है। मानिकपुर विकास खण्ड में लघु सिंचाई विभाग के ठेकेदारों व जेई ने मिलकर इस कदर लूट मचाई है कि पहली बरसात में ही चेकडैम ढह गये हैं। कुओं व तालाबों के भीठे टूट गये हैं। इससे जल संचय होना तो दूर एक बूंद पानी भी नहीं ठहर पायेगा।
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ठेकेदारों के भुगतान करने में जेई व एई ने देरी नहीं लगाई। आनन-फानन में एमबी कर ठेकेदारों के भुगतान कर दिये है। ठेकेदारों व जिम्मेदार अफसरों की सम्पत्ति की जांच की जाये तो करोड़ों के घोटाला का खुलासा होगा। कई बडी जांचों को ठंडे बस्ते में डालकर घी पिलाया जा रहा है।
शेषमणि पांडेय,जिलाधिकारी चित्रकूट-
"मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है । अगर चेकडैमो के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है तो कोई भी बख्शा नहीं जायेगा । लापरवाही करने वाले कर्मचारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी"
आनंद शुक्ला, विधायक मानिकपुर-
"आज मुख्य अभियंता लघु सिंचाई से मैंने भेंट कर मानकों के विपरीत हो रहे चेक डैम और तालाबों की जाँच के लिये वरिष्ठ अधिकारी को भेजे जाना सुनिश्चित किया है और इस मामले के बारे में भी मैंने मुख्य अभियंता से चर्चा की है,जल्द ही जांच टीम चित्रकूट आएगी। भ्रष्टाचारी बख्शे नही जाएंगे क्योंकि हमारी सरकार जनहित में कार्य कर रही है"