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विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार खोल रही है 29 नये मेडिकल कालेज

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधान परिषद में कहा कि सरकार राज्य में 29 नये मेडिकल कालेज खोल रही है। हम चाहते हैं हर जिले में एक मेडिकल कालेज...

Deepak Raj
Published on: 25 Feb 2020 3:24 PM GMT
विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार खोल रही है 29 नये मेडिकल कालेज
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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधान परिषद में कहा कि सरकार राज्य में 29 नये मेडिकल कालेज खोल रही है। हम चाहते हैं हर जिले में एक मेडिकल कालेज हो मगर इनमें विशेषज्ञ डाक्टरों की जरूरत होगी जिसकी चयन प्रक्रिया हमने शुरू करायी है।

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सरकार ने एमसीआई से मेडिकल कालेजों में पीएमएस संवर्ग के डाक्टरों को अनुभव और योग्यता के आधार पर असिस्टेन्ट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जो भी डाक्टर इन मेडिकल कालेजों से पढ़कर निकलेंगे उन्हें एक निश्चित समय तक ग्रामीण क्षेत्र में सेवाएं देने के लिए बाण्ड भरना होगा।

424 पदों के लिए आयोग साक्षात्कार कर कार्रवाई कर चल रही है

योगी आदित्यनाथ प्रश्नकाल के दौरान विधान परिषद सदन में मौजूद थे। कांग्रेस सदस्य नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बांदा मेडिकल कालेज से संबंधित सवाल किया था। जिसका जवाब राज्य मंत्री संदीप सिंह ने देते हुए बताया कि 694 पदों का अधियाचन लोक सेवा आयोग को भेजा जा चुका है। 424 पदों के लिए आयोग साक्षात्कार कर कार्रवाई कर चल रही है।

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संविदा पर वहां रेडियोलॉजिस्ट की भर्ती का भी विज्ञापन दिया जा चुका है। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री से पूरक सवाल किया कि अगर संसाधन नहीं हैं तो मेडिकल कालेज क्यों खोले जा रहे हैं। बांदा मेडिकल कालेज में तीन वर्षों तक सौ-सौ छात्रों को प्रवेश दिया जा चुका है।

सीएम ने राज्य में बन रहे मेडिकल कालेजों की जानकारी दी

लेकिन वर्ष 2019 में एमसीआई के मानको के अनुरूप न होने पर छात्रों को दाखिला नहीं मिला। इस पर मुख्यमंत्री ने कमान संभालते हुए प्रदेश में बन रहे मेडिकल कालेजों का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य में बन रहे मेडिकल कालेजों की जानकारी दी। उन्होंने कहा बांदा के मेडिकल कालेज में मेडिसिन डिपार्टमेन्ट काम कर रहा है।

हृदय रोग के लिए प्रारम्भिक आवश्यक जांचे-ईसीजी, टीएमटी आदि हो रही है। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में मेडिकल कालेज खोले जायें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 तक केवल 12 मेडिकल कालेज खोले गये थे। उसके बाद हमारी सरकार 29 मेडिकल कालेज खोलने जा रही है। यह हमारी उपलब्धि है।

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जितने विशेषज्ञ चिकित्सकों की जरूरत होगी, उन्हें एक साथ नहीं लाया जा सकता। चयन प्रक्रिया चल रही है। बीते 24-25 वर्षों में मेडिकल कालेजों में विशेषज्ञ चिकत्सकों की नियुक्ति नहीं हुयी है। सबको इलाज देने के लिए चार हजार पीएचसी पर 2 फरवरी से आरोग्य मेले लग रहे हैं। सात नये मेडिकल कालेजों में मानक के अनुरूप पढ़ाई शुरू की गयी है।

शून्य प्रहर में सपा के नेता एवं नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, राम सुन्दर दास निषाद, शशांक यादव, लीलावती कुशवाहा एवं अन्य सदस्यों ने आम जन पर पुलिस द्वारा उत्पीड़न किये जाने के का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। सूचना दी। सुनील कुमार साजन ने ललितपुर जिले के देवेन्द्र कुशवाहा कि पुलिस कस्टडी में मौत होने का आरोप लगाता तो शशांक यादव और आनन्द भदौरिया ने लखीमपुर खीरी जिले में विवके वर्मा की पुलिस हिरासत में मौत होने की बात कही।

सरकार ने पुलिस को अराजक बना दिया है- विपक्ष

सुनील साजन ने राजधानी लखनऊ में बीते वर्ष विवेक तिवारी हत्याकाण्ड की तरह ही ललितपुर के देवेन्द्र कुशवाहा के परिजनों को नौकरी व मुआवजा देने की मांग की। नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन कहा पिछले तीन वर्ष में लगातार पुलिस हिरासत में मौतें हो रही है, मगर सरकार मजिस्ट्रेट जांच नहीं होने दे रही है। सरकार ने पुलिस को अराजक बना दिया है।

नेता सदन डा. दिनेश शर्मा ने कहा देवेन्द्र कुशवाहा की हिरासत में मौत से इंकार किया। उन्होंने कहा खीरी के विवेक वर्मा ने आत्महत्या की, इसकी पुष्टि उनके भाई की तहरीर से होती है। मगर इस प्रकरण में एक सब-इन्सपेक्टर और दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। सरकार के जवाब असंतुष्ट होकर सपा सदस्यों ने वाकआउट किया।

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अधिष्ठाता सुरेश कुमार त्रिपाठी ने कार्यस्थगन अस्वीकार कर दिया। बसपा के दिनेश चन्द्रा, अतर सिंह राव, सुरेश कुमार कश्यप भीमराव अम्बेडकर एवं अन्य सदस्यों ने नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित अटल बिहारी नगर निगम डिग्री कालेज की स्थायी मान्यता और स्थायी प्राचार्य न होने के साथ ही वहां अव्यवस्थाओं का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया।

नेता सदन ने कहा वहां जल्द ही स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति का प्रयास किया जायेगा। शिक्षक दल के ओम प्रकाश शर्मा, जगवीर किशोर जैन, हेम सिंह पुण्डीर एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने नगर निगम गाजियाबाद द्वारा संचालित बालिका विद्यालयों में महिला शिक्षकों के बकाया वेतन भुगतान का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया।

नेता सदन ने कहा कि जनवरी में वेतन का भुगतान हो चुका है। बकाये का भुगतान भी जल्द होगा। कांग्रेस के दीपक सिंह व नसीमुद्दीन सिद्दीकी के मनरेगा संबंधी कार्य स्थगन संबंधी प्रस्ताव अधिष्ठाता सुरेश त्रिपाठी ने उनकी पूर्व की सूचना के साथ संबद्ध करते हुए खारिज कर दिया।

भयमुक्त वातावरण बनाये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया

निर्दलीय समूह के राज बहादुर सिंह चन्देल, चेतनाराण सिंह एवं कान्ति सिंह ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार एवं समानता लाने मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। सपा के नरेश चन्द्र उत्तम, बलराम यादव, आनन्द भदौरिया, बासुदेव यादव एवं अन्य सदस्यों ने माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा संचालित परीक्षाओं में भयमुक्त वातावरण बनाये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया।

पहले भी सात से आठ लाख छात्र परीक्षा छोड़ते थे- दिनेश शर्मा

सूचना की ग्राहय्ता पर सपा के शतरूद्र प्रकाश, नरेश उत्तम ने विचार व्यक्त किये। उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा बलिया में कोई पेपर आउट नहीं हुआ है। मऊ में पेपर आउट होने की शिकायत मिली है। जिसकी जांच एसटीएफ कर रही है। उन्होंने कहा पहले भी सात से आठ लाख छात्र परीक्षा छोड़ते थे।

वर्ष 2017 में जब वह मंत्री बने तब 12 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ी थी। पहले नकल को व्यवसाय के रूप में लिया जाता था। प्रधानमंत्री को कहना पड़ा था कि यूपी में नकल का टेण्डर होता है। हमने परीक्षा सिस्टम को बदला है। एक लाख 90 हजार सीसी टीवी कैमरे से परीक्षा की निगरानी हो रही है।

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जिला और प्रदेश मुख्यालय में कन्ट्रोल रूम बना है। एक समान शिक्षा के लिए एनसीईआरटी का कोर्स लागू किया है। पहले बोर्ड परीक्षा दो माह चलती है। इस वर्ष हाई स्कूल की परीक्षा 12 दिन और इन्टर की परीक्षा 15 दिन में खत्म होगी यह हमारी सरकार की उपलब्धि है।

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