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CM योगी का बजा डंका: ये मुहिम लाई रंग, UP में कैंपस खोलेगी माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसाफ्ट इंडिया का ग्रेटर नोएडा में अपना कैंपस खोलने का फैसला राज्य में विदेशी निवेश लाने के योगी सरकार के प्रयासों पर मुहर लगाता है। ग्रेटर नोएडा में सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी 4000 कर्मचारियों की क्षमता वाला कैंपस खोलेगी।
लखनऊ: चीन की छवि पूरे विश्व में कोरोना के कारण ख़राब हुई है। दूसरी तरफ भारत-चीन सीमा विवाद के बाद के अब कई विदेशी कंपनियों ने चीन में निवेश करने से अपने हाथ पीछे खींच लिया है। ऐसे में भारत का अग्रणी राज्य उत्तर प्रदेश विदेश कंपनियों के निवेश का नया स्थल बन गया है। जहां कंपनियों को नया अवसर दिखाई दे रहा है।
दुनिया की दिग्गज आईटी कंपनी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट उत्तर प्रदेश में बड़ा निवेश करने की तैयारी कर रही है। उत्तर प्रदेश के एमएसएमई और निवेश-निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इसका ऐलान करते हुए बताया है कि बिल गेट्स की कंपनी माइक्रोसॉफ्ट इंडिया यूपी में बड़ा निवेश करने पर सहमति दे दी है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया, ग्रेटर नोएडा में 4000 लोगों की क्षमता का कैंपस बनाने जा रही है।
ग्रेटर नोएडा में माइक्रोसाफ्ट खोलेगी अपना कैम्पस
माइक्रोसाफ्ट इण्डिया के प्रबंध निदेशक व कारपोरेट प्रेसिडेंट राजीव कुमार ने यूपी के निवेश प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से वीडियों कांफ्रसिंग में कहा कि कम्पनी की टीम जल्द ही कैंपस की जमीन के लिए विजिट करेगी और जल्द से जल्द कैम्पस निर्माण की प्रकिया शुरू कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि हैदराबाद तथा बैंगलुरू में माइक्रोसाफ्ट कंपनी के पास 5000 एवं 2000 की क्षमता का कैंपस है। कंपनी उत्तर भारत में टेक्नोलॉजी हब बनाना चाहती है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा को चुना है। इस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने उनको आश्वस्त किया कि वह जब चाहे टीम की विजिट करवा सकते है, कैम्पस के निर्माण के लिए पर्याप्य जमीन उपलब्ध है।
कंपनियों का स्वागत रेड कॉर्पेट से किया जाएगा
माइक्रोसाफ्ट इण्डिया के प्रबंध निदेशक व कारपोरेट प्रेसिडेंट राजीव कुमार ने यूपी के निवेश प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से वीडियों कांफ्रसिंग में कहा कि कम्पनी की टीम जल्द ही कैंपस की जमीन के लिए विजिट करेगी और जल्द से जल्द कैम्पस निर्माण की प्रकिया शुरू कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि हैदराबाद तथा बैंगलुरू में माइक्रोसाफ्ट कंपनी के पास 5000 एवं 2000 की क्षमता का कैंपस है। कंपनी उत्तर भारत में टेक्नोलॉजी हब बनाना चाहती है। इसके लिए ग्रेटर नोएडा को चुना है। इस पर सिद्धार्थनाथ सिंह ने उनको आश्वस्त किया कि वह जब चाहे टीम की विजिट करवा सकते है, कैम्पस के निर्माण के लिए पर्याप्य जमीन उपलब्ध है।
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युवा तकनीकी क्षेत्र में दक्ष होकर उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ायेंगे
निवेश प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने उन्हे बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में निवेशकर्ताओं को हर सम्भव सहयोग और सुविधाएं मुहैया कराने की व्यवस्था की है। उत्तर प्रदेश में माइक्रोसाफ्ट कंपनी को कैम्पस की स्थापना के लिए राज्य सरकार रेड कारपेट की सुविधा देगी। उन्होंने कहा इस कैम्पस की स्थापना से भारत को इलेक्ट्रानिक हब बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा मददगार साबित होगा। साथ ही प्रदेश तकनीकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि माइक्रोसाफ्ट कैम्पस की स्थापना से उत्तर प्रदेश तकनीकी के क्षेत्र में आत्मर्निभरता की ओर तेजी से अग्रसर होगा और यहां के युवा तकनीकी क्षेत्र में दक्ष होकर उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ायेंगे।
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शीघ्र ही ग्रेनो में साइट का दौरा करेगी कंपनी
सिद्धार्थनाथ सिंह ने राजीव कुमार को बताया कि राज्य सरकार जेवर एअरपोर्ट के निकट इलेक्ट्रानिक सिटी स्थापित कर रही है। इस सिटी में स्थापित होने वाली इकाइयों को सभी आवश्यक सुविधाएं सुलभ कराने के लिए राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित है। प्रदेश में इलेक्ट्रानिक सिटी के विकास की अपार संभावनाएं होने के कारण सरकार ने इस क्षेत्र को प्रमुखता प्रदान की है। टीसीएस, विप्रो, हायर जैसी कंपनियां नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अपना उद्यम स्थापित कर रही हैं।
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कंपनियों को राज्य सरकार की तरफ से छूट और इंसेटिव
गौरतलब है कि यमुना एक्सप्रेस-वे ग्रेटर नोएडा को आगरा के साथ जोड़ता है। इस क्षेत्र में अपना कैंपस खोलने वाली कंपनियों को राज्य सरकार की तरफ से छूट और इंसेटिव देने का प्रावधान है। उत्तर प्रदेश सरकार टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस), विप्रो और हायर जैसी दिग्गज कंपनियों को निवेश के लिए नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में कैंपस खोलने के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रही है।