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कोरोना संक्रमण के बीच पेट्रोल-डीजल में मूल्य वृद्धि सरकार का क्रूर कदम: प्रमोद तिवारी
कांग्रेस की विधानमण्डल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण लागू लाकडाउन से परेशान गरीब व आम आदमी को राहत देने की जगह सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाया जाना एक क्रूर कदम है।
लखनऊ: कांग्रेस की विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण लागू लाकडाउन से परेशान गरीब व आम आदमी को राहत देने की जगह सरकार द्वारा पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ाया जाना एक क्रूर कदम है। उन्होंने सरकार से इसे वापस लेने की मांग की है।
कांगे्रस विधान मण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने बुधवार को कहा कि एक तरफ उत्तर प्रदेश में वैश्विक महामारी कोविड- 19 के प्रकोप से आम जनता त्रस्त है। गरीब तबके के लोग, मजदूर, दैनिक वेतनभोगी, छोटे दुकानदार और आम जनता ‘‘दो वक्त की रोटी’’ के लिये संघर्ष कर रहे है, उस समय पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ाना पूरी तरह से अमानवीय ओर आम आदमी पर गहरा आघात है।
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दोनों नेताओं ने कहा है कि जब दुनिया की बाजार में ‘‘कच्चे तेल’’ का दाम जमीन को छू रहा है, और उसमें सबसे निचले स्तर पर कीमत में गिरावट है, तो वहीं प्रदेश तथा केन्द्र की सरकारें इसका दाम बढ़ा रही है।
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उन्होंने सवाल किया कि क्या सबको मालूम नहीं कि डीजल का दाम बढ़ने से ट्रैक्टर से खेतों की जुताई, मंड़ाई और ट््यूबवेल से फसलों की सिंचाई महंगी हो जायेगी और ट्रकों तथा ट्रेनों से सामान की ढुलाई डीजल का दाम बढ़ने से महंगी हो जायेगी, बसों का किराया महंगा हो जायेगा।
उन्होंने इसे सरकार का अत्यंत पीड़ादायक कदम करार देते हुए कहा कि आम जनता को सहायता देने की बजाय डीजल और पेट्रोल का दाम महंगा करना सरकार का एक ‘‘क्रूर कदम’’ है।
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कांग्रेसी नेताओं ने कहा है कि सरकार को डीजल और पेट्रोल के बढ़े हुये दाम तत्काल वापस लेने चाहिए, और दुनिया की बाजार के हिसाब से केन्द्रीय सरकार तथा कम्पनियांॅ इसका दाम करें, और प्रदेश सरकार अपना बढ़ा हुआ ‘‘टैक्स’’ अतिशीघ्र वापस ले।
रिपोर्ट: मनीष श्रीवास्तव