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कोरोना योद्धा दरिंदगी का शिकार: पिलाया सैनेटाइजर, हो गई मौत
यूपी के रामपुर के मोतीपुरा गांव में कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच सैनेटाइजेशन करने गए युवक का स्थानीय लोगों से विवाद हो गया था, जिसके बाद कुछ दबंग युवकों ने उसे कथित रूप से जबरदस्ती सैनेटाइजर ही पिला दिया।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए देश के कोरोना योध्दा फ्रंटलाइन पर आकर अपना फर्ज अदा कर रहे हैं। मेडिकल टीम मरीजो का इलाज कर रही, पुलिस वालों लोगों को सर्तक कर रहे, सफाई कर्मी साफ-सफाई में लगे है और वहीं सैनिटाइजेशन वाले भी मैदान में उतर कर अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। इन सबकी ये कोशिशें इसलिए हैं कि जल्दी से जल्दी कोरोना पर हमारा देश जीत सके। लेकिन इसके बाद भी अभ्रदता, मारपीट, उत्पीड़न सभी कष्ट इन्हें ही क्यों झेला रहें हैं लोग। ऐसा ही ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से आया है। यहां तो कुरुरता ही हर हद ही पार हो गई है।
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दरिंदे बने गांव के लोग
यूपी के रामपुर के मोतीपुरा गांव में कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच सैनेटाइजेशन करने गए युवक का स्थानीय लोगों से विवाद हो गया था, जिसके बाद कुछ दबंग युवकों ने उसे कथित रूप से जबरदस्ती सैनेटाइजर ही पिला दिया। जिससे युवक की बाद में मौत हो गई।
मुंह में भर दिया सैनेटाइजर
घटना पर स्थानीय लोगों का कहना है कि 14 अप्रैल को गांव का कुंवरपाल अपने साथी के साथ पेमपुर गांव में सेनेटाइजेशन का काम पूरा करने में लगा था। काम के बीच में गांव का रहने वाला इंद्रपाल कुंवरपाल के पास पहुंच गया।
इस दौरान इंद्रपाल पर सैनेटाइजर की कुछ बूंदें गिर गईं। इंद्रपाल ने इस बात पर नाराजगी जताई और कुंवरपाल से हाथापाई करने लगा। कुंवरपाल का पहले मुंह दबाया गया, फिर सैनेटाइजर भर दिया गया।
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14 अप्रैल को सैनेटाइजेशन करने गया था
बता दें, इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। स्थानीय एएसपी अरुण कुमार कहते हैं, 'मृतक के भाई ने हमें घटना के बारे में सूचना दी। उसने आरोप लगाया है कि जब मृतक 14 अप्रैल को मोतीपुरा गांव में सैनेटाइजेशन करने गया था, तो कुछ बदमाशों ने उसे पीटा था।
स्थानीय लोगों ने युवक को रामपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने रिफर कर दिया। फिर उसे मुरादाबाद जिले के टीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया। 17 अप्रैल को उसकी मृत्यु हो गई।'
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इन धाराओं से दर्ज किया केस
हालांकि पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 304 (गैरइरादतन हत्या), 147 और 323 के तहत केस दर्ज कर लिया है। लेकिन इतनी बर्बरता क्यों। लोगों का भला करने निकले लोगों को क्या यही परिणाम मिलेगा। ऐसे ही हमारा देश अपने होनहार योध्दाओं को खोता रहेगा। कब तक ऐसे ही निर्दोष अपनी जान गंवाते रहेंगें।
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