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सीआरएस की संस्तुति के बाद चालू होगी तीसरी लाइन: DRM
मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर द्वारा वीबेक्स के माध्यम से ऑनलाइन प्रेसवार्ता आयोजित की गयी, जिसमें मंडल के बड़ी संख्या में पत्रकारों द्वारा भागीदारी की गयी..
झांसी: मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर द्वारा वीबेक्स के माध्यम से ऑनलाइन प्रेसवार्ता आयोजित की गयी, जिसमें मंडल के बड़ी संख्या में पत्रकारों द्वारा भागीदारी की गयी तथा विभिन्न मुद्दों पर सकारात्मक वार्ता हुई। मंडल रेल प्रबंधक ने मंडल से जुडी उपलब्धियां तथा कोविड-19 से जुड़े सावधानियां व इस दौरान लॉकडाउन पीरियड में मंडल द्वारा किये गए समय सदुपयोगी कार्यों के बारे में जानकारी दी।
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डीआरएम ने बताया कि झांसी-बबीना के मध्य तीसरी लाइन का संचालन सीआरएस की संस्तुति के पश्चात चालू कर दिया जाएगा। नया गुड्स शेड गढ़मऊ के पास प्रस्तावित है। लॉकडाउन पीरियड में (माह अप्रैल से जून) मंडल द्वारा 8074 किलोलीटर डीजल की बचत की गयी, मंडल के सिर्फ दो ही खंड हैं जहाँ पर इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन नहीं है (ग्वालियर-इटावा तथा ललितपुर-खजुराहो)। उन्होंने बताया कि मंडल द्वारा मालगाड़ी परिचालन, माल लदान व राजस्व अर्जन में उत्कृष्ट प्रदर्शन, नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
उन्होंने बताया है कि मंडल द्वारा श्रमिकों प्रवासियों के कल्याण हेतु राज्य सरकार के साथ समन्वय तथा मांग के अनुकूल व्यवस्थाये कर 11 मई से 30 जून तक 61 गाड़ियों का सफल संचालन किया गया, उक्त गाड़ियों के संचालन के माध्यम से 81632 श्रमिकों की घर वापसी करायी गयी। उन्होंने बताया कि 12 मई से 30 जून तक संचालित एसी स्पेशल तथा राजधानी गाड़ियों गाड़ियों में कोविड-19 के दृष्टिगत आवश्यक सावधानियों के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षित यात्रा हेतु निरंतर प्रयासरत है।
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की जा रही यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग
यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। उक्त गाड़ियों से 1 से 30 जून तक की अवधि में कुल 77611 यात्री डीबोर्ड हुए तथा 155661 यात्री बोर्ड किये, इस प्रकार कुल 233272 यात्रियों ने यात्रा पूर्ण की। उन्होंने बताया कि रेल यात्रियों एवं कर्मियों को कोरोना वायरस से बचाने, सोशल व फिज़िकल डिस्टेन्सिंग और फेस मास्क की अनिवार्यता की निगरानी के लिये स्टेशन पर इमेज प्रोसेसिंग तकनीक का प्रयोग किया जाएगा। यदि कोई यात्री या रेलकर्मी फेस मास्क नहीं पहनता या सोशल डिस्टेन्सिंग का उल्लंघन करता है तो वहाँ लगे सेन्सर उसे स्कैन कर बजने लगेंगे।
चिकित्सालय में किया गया CCTV कैमरों का संस्थापन
डीआरएम ने बताया कि मंडल चिकित्सालय में CCTV कैमरों का संस्थापन किया गया। CCTV कैमरों के संस्थापन से अस्पताल के विभिन्न वार्डों और बाहरी क्षेत्र की निगरानी करना हुआ आसान। साथ ही टेलीमेडिसिन प्रणाली भी प्रदान की गई। 13 स्टेशनों पर पैनल इंटरलॉकिंग की समग्र टेस्टिंग और 26 स्टेशनों पर ओवरलैप रिलीज सर्किट में परिवर्तन किया गया। इस कार्य के सम्पादन से गाड़ियों के संरक्षापूर्ण संचालन सुनिश्चित होगा।
रिपोर्ट: बी.के. कुशवाहा
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