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लॉकडाउन: कन्नौज में सपेरों के ठंडे पड़े चूल्हे, नहीं पहुंची कोई प्रशासनिक मदद

कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन जारी है। ऐसे में सपेरा समुदाय के चूल्हे ठंडे पड़ गए हैं। उनकी सुध.....

Ashiki
Published on: 1 April 2020 7:30 AM GMT
लॉकडाउन: कन्नौज में सपेरों के ठंडे पड़े चूल्हे, नहीं पहुंची कोई प्रशासनिक मदद
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अजय मिश्र, कन्नौज: कोरोना वायरस के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन जारी है। ऐसे में सपेरा समुदाय के चूल्हे ठंडे पड़ गए हैं। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। बीन बजाकर परिवार का पेट पालने वालों का सहयोग करने के लिए अब तक जिले का कोई अधिकारी या सरकारी कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा है।

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जिला मुख्यालय से 35 किमी दूरी पर हैं सपेरे

प्रदेश के कन्नौज में जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर बसे तिर्वा क्षेत्र के हसेरन डेरा में कई सपेरा परिवार रहते हैं। इन परिवारों का पेट सिर्फ बीन बजाकर, कुछ करतब दिखाकर भरता था। सपेरा समुदाय के प्रदेश अध्यक्ष राजीवनाथ ने बताया कि कई गरीब परिवार हैं, जो इधर-उधर से काम चलाते हैं। महिलाओं के साथ छोटे बच्चे भी हैं। लॉकडाउन में कोई भी कमाने व सहयोग लेने के लिए बाहर नहीं जा रहा है।

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सपेरों की मदद को नहीं पहुंचा कोई अफसर

राजीवनाथ ने कहा कि इस संकट की घड़ी में लोगों को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रशासन का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अभी तक नहीं आया। फोन पर बात हुई है, डीएम ने एक दिन आने का आश्वासन दिया है। कोटेदार ने भी राशन देने की बात कही है। उधर, इंजीनियर अनिल पाल ने सपेरा समुदाय की सूची मांगी है। सबके सहयोग से मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि खैरनगर स्थित रामपुर बिनौरा में सहायता कर दी गई है। वहां भी काफी जोगी परिवार रहते हैं। उनकी मदद के लिए प्रशासन और समाजसेवियों से भी कहा जाएगा।

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