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मायावती के घर मातम: बसपा में शोक की लहर, सभी दिग्गज नेताओं ने जताया दुख
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पिता का बृहस्पतिवार को निधन हो गया।सुश्री मायावती के पिता की उम्र 95 वर्ष थी। इस दुख की घड़ी में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की तरफ से जारी शोक संदेश में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पिता प्रभु दयाल का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
लखनऊ। बसपा(बहुजन समाज पार्टी) की अध्यक्षा और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पिता का बृहस्पतिवार को निधन हो गया।सुश्री मायावती के पिता की उम्र 95 वर्ष थी। इस दुख की घड़ी में बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की तरफ से जारी शोक संदेश में कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के पिता प्रभु दयाल का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में होगा।
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पार्टी के लिए दुख की घड़ी
सुश्री मायावती के पिता के निधन पर पार्टी के लिए दुख की घड़ी है। ऐसे में बसपा के समस्त कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों की तरफ से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोक संतृप्त परिवार को इस क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें। मायावती के पिता के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी शोक संवेदनाएं प्रकट की है।
योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, ''उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के पिता श्री प्रभु दयाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं सुश्री मायावती जी तथा शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें। ॐ शांति!''
फोटो-सोशल मीडिया
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सामने आई जानकारी के मुताबिक, मायावती मूलरूप से गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर गांव की निवासी हैं। मायावती के पिता सरकारी नौकरी में थे। इसलिए बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए दिल्ली में शिफ्ट हो गए थे। मायावती और उनके भाई-बहनों ने दिल्ली में रहकर ही पढ़ाई-लिखाई की थी।
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प्रभु दयाल एक दूरदर्शी सोच वाले व्यक्ति
बता दें, मायावती के पिता प्रभु दयाल उन्हें आईएएस अधिकारी बनाना चाहते थे, लेकिन बसपा संस्थापक कांशीराम के संपर्क में आने के बाद मायावती ने राजनीति की राह चलकर मुख्यमंत्री पद तक पहुंच गई थीं।
साथ ही दलित समुदाय से ताल्लुक रखने के बावजूद प्रभु दयाल एक दूरदर्शी सोच वाले व्यक्ति थे। वह शिक्षा और समाज सेवा को लेकर सदैव लोगों को प्रेरित करते रहते थे।
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