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Gorakhpur News: कुलपति और कुलसचिव पर हमला करने वाले छात्रों को पुलिस ने भेजा जेल, गोरखपुर यूनिवर्सिटी छावनी में तब्दील

Gorakhpur News: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि की बढ़ोतरी के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन के दौरान कुलपति प्रो.राजेश सिंह और कुलसचिव प्रो.अजय सिंह से हुई मारपीट में आरोपी छात्रों को पुलिस ने देर शाम जेल भेज दिया।

Purnima Srivastava
Published on: 22 July 2023 10:21 PM IST
Gorakhpur News: कुलपति और कुलसचिव पर हमला करने वाले छात्रों को पुलिस ने भेजा जेल, गोरखपुर यूनिवर्सिटी छावनी में तब्दील
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कुलपति के साथ वार्ता करते डीएम और एसएसपी: Photo- Newstrack

Gorakhpur News: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि की बढ़ोतरी के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आंदोलन के दौरान कुलपति प्रो.राजेश सिंह और कुलसचिव प्रो.अजय सिंह से हुई मारपीट में आरोपी छात्रों को पुलिस ने देर शाम जेल भेज दिया। उधर, गोरखपुर यूनिवर्सिटी परिसर शनिवार को पूरी दिन पुलिस छावनी में तब्दील रहा। जिलाधिकारी और एसएसपी ने कुलपति के साथ बैठक कर स्थितियों का जायजा लिया।

मुख्य नियंता डा. सत्यपाल सिंह की तहरीर पर पुलिस ने शनिवार को हुए विवाद में 22 लोगों को पुलिस ने नामजद किया था। इसके अलावा शनिवार को डीएम कृष्णा करुणेश और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी यूनिवर्सिटी पहुंचे। दोनों अफसरों ने कुलपति से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। करीब 20 मिनट तक डीएम और एसएसपी ने कुलपति से घटना और यूनिवर्सिटी में चल रहे छात्रों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं को लेकर बवाल के बारे में भी हर एक पहलुओं पर बारीकी से जानकारी ली। वहीं, अधिकारियों ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी के सुरक्षा इंतजाम और भी पुख्ता किए जाने के निर्देश दिए हैं। दोनों अधिकारियों ने सीसीटीवी भी देखा।

सूत्रों की माने तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने वाइस चांसलर के चैंबर में घुसकर तोड़फोड़ कर दी। दरवाजा उखाड़कर फेंक दिया। इसके बाद वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इतना ही नहीं, बीच-बचाव करने आए पुलिसवालों से भी मारपीट की। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि साजिश के तहत परिसर में तोड़फोड़ और मारपीट की गई है। धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्रों को बाहरी लोग उत्साहित कर रहे थे, जिसकी वजह से पुलिस के समझाने पर भी लोग नहीं माने। मारपीट शुरू होने पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छिपकर अपनी जान बचाई, लेकिन कुलसचिव हाथ लग गए। हत्या करने के उद्देश्य से उनके ऊपर जानलेवा हमला किया गया। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया, ‘विश्वविद्यालय परिसर में हुई घटना के संबंध में मुख्य नियंता की तहरीर पर 22 नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। घटना से जुड़ा वीडियो और सीसीटीवी कैमरे का फुटेज कब्जे में लिया गया है। नामजद आठ आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।’

इनपर दर्ज हुई एफआईआर

नामजद आरोपियों में विश्वविद्यालय छात्र संजीव त्रिपाठी, अर्पित कसौधन, पीयूष मिश्रा, दीपक कुमार, शक्ति प्रकाश सिंह, प्रिंस तिवारी, चंद्रपाल सिंह यादव, सूरज मौर्य उर्फ चंचल शामिल हैं। जबकि, हमले में शामिल बाहरी व्यक्तियों में आलोक गुप्ता, ऋृषभ सिंह, अंकित मिश्रा, शिवम पांडेय, शुभम राव, श्रवण कुमार, मयंक राय, प्रभात राय, अभिनव सिंह, ओंकार मिश्रा, अनुराग मिश्रा, दीपक पांडेय, सौरभ गौड़ और पीयूष सिंह शामिल हैं।

इन्हें भेजा गया जेल

शक्ति सिंह, निवासी पिपरा बांध थाना मईल, देवरिया,​ प्रिंस तिवारी, निवासी नारायणपुर पोस्ट पटहेरवा, थाना पटहेरवा, कुशीनगर, शुभम गोविन्द राव, निवासी बरवां बाजार थाना रामकोला, कुशीनगर, शिवम पाण्डेय, निवासी ग्राम भुडवार थाना बनकटा देवरिया, आलोक गुप्ता, निवासी 127/133 आर्यनगर दिलेजाकपुर थाना कोतवाली गोरखपुर, ऋषभ सिंह, निवासी बरडीहा परशुराम थाना लार देवरिया, मयंक राय, निवासी पार्वती नगर झारखण्डी मंदिर थाना कैंट गोरखपुर, और श्रवण कुमार मिश्र, निवासी ग्राम बिसरापार पोस्ट देवरिया।

बार-बार विवादों को नजरअंदाज करना पड़ा भारी

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी में फैली अनियमितता के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों के मुताबिक वाइस चांसलर के आश्वासन के बाद भी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ। बीते 13 जुलाई को परिषद ने मांगे पूरी न होने पर यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने तीन गेट के ताले भी तोड़ दिए थे। इसके बाद वाइस चांसलर ने एक-एक कर छात्रों की समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया था कि जल्द ही इन सभी का समाधान कर दिया जाएगा।

इसके बाद डीन डॉ. सत्यपाल सिंह ने हंगामा करने वाले 4 कार्यकर्ताओं के निलंबन और 4 कार्यकर्ताओं को यूनिवर्सिटी में प्रवेश वर्जित करने का आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के विरोध में छात्र वाइस चांसलर से मिलने शुक्रवार को पहुंचे तो उन्होंने बात करने से मना कर दिया। इस पर कार्यकर्ताओं का गुस्सा भड़क गया।



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Purnima Srivastava

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