TRENDING TAGS :
Hapur news: आई फ्लू का खतरा बढ़ा, अस्पतालों में तेजी से बढ़ रहे मरीज
Hapur news: जनपद के सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों की ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के पहुँच रहे है।
Hapur news: यूपी के जनपद हापुड़ में मौसम बदलने के साथ-साथ आई फ्लू का खतरा बढ़ रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है। देखा जाए जनपद के सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों की ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू के पहुँच रहे है। इसके प्रकोप में बच्चों से लेकर युवा ओर बुजर्ग भी आ रहे है। वातावरण में बदलाव के बाद आंखों संबंधी समस्याएं बढ़ गई है।
अस्पतालों में अचानक बढ़े आई फ्लू के मामले
जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से एडवाइजरी में संक्रमित व्यक्तियों से दूरी रखने की सलाह दी गई है। ज्यादातर मरीजों में खांसी, जुकाम और बुखार के बाद कंजक्टिवाइटिस की समस्या आ रही। बारिश और उमस भरी गर्मी में ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ गई है। गढ़ रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन 300 मरीज पहुँचते है। इनमें सबसे अधिक संख्या बुजुर्गो की है। जो नजर कमजोर या मोतियाबिंद की परेशानी लेकर पहुँचते है। लेकिन पिछले एक सप्ताह से आँखों मे फ्लू के मामले सामने आ रहे है। हालत यह है कि अब ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज आई फ्लू से ग्रस्त पहुँच रहे है।
क्या है आई फ्लू?
सीएचसी के प्रभारी दिनेश खत्री ने बताया कि आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस या पिंक आई भी कहा जाता है। यह आंखों के सफेद हिस्से में होने वाला संक्रमण है। बारिश के मौसम में यह बहुत आम है। इसके अधिकतर मामले सर्दी-खांसी वाले वायरस की वजह से बढ़ते हैं। बच्चों के मामले में जीवाणु संक्रमण भी इसकी एक वजह हो सकता है। इसके लक्षणों की बात करें तो आई फ्लू बहुत ज्यादा गंभीर नहीं होता है और आई फ्लू से आंख को कोई स्थायी नुकसान नही होता है। यह 4-5 दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन इस दौरान आंखों की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।
आई फ्लू के लक्षण
आमतौर पर आंखों में सफेद रंग का की गंदगी जमना शुरू हो जाती है। आंखों में सूजन आना शुरु हो जाती है। आंखों से पानी बहने लगता है। कई मामलों में आंखों में दर्द और खुजली शुरू हो जाती है। इस प्रकार के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए। और अपनी आंखों का इलाज शुरु कर दें। आई फ्लू एक आंख से शुरू होकर दूसरी में भी शुरू हो जाती है। आई फ्लू एक संक्रामक रोग है। इससे पीड़ित मरीज के पास जाने से बचें।