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Hardoi News: देश की एक और सफलता, हरदोई के पर्वतारोही ने माउंट एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा
Hardoi News: हरदोई जनपद के कछौना के रहने वाले अभिनीत नाम के पर्वतारोही इससे पहले भारत की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा झंडा फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं।
Hardoi News: हरदोई जनपद के रहने वाले पर्वतारोही ने एक और रिकॉर्ड बना दिया है। इस पर्वतारोही में माउंट एवरेस्ट पर भारत का झंडा फहराकर देश का मान बढ़ाया है।
पहले भी बना चुके हैं विश्व रिकॉर्ड
हरदोई जनपद के कछौना के रहने वाले अभिनीत नाम के पर्वतारोही इससे पहले भारत की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा झंडा फहराने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं। भारत के इस पर्वतारोही का सपना था कि वह एशिया की सबसे ऊंची चोटी पर भारत का तिरंगा फहराए। अभिनीत ने 22 अगस्त को एशिया की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंच तिरंगा झंडा फहराकर यह कर भी दिखाया है।
सीएम योगी से कर चुके हैं मुलाकात
अभिनीत की लगन व मेहनत को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अभिनीत से मुलाकात कर उसकी प्रशंसा की थी। साथ ही उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल से भी अभिनीत की मुलाकात हुई थी। इस दौरान पर्यावरण को सुरक्षित रखने को लेकर अभिनीत ने गवर्नर से चर्चा की थी। हालांकि अभिनीत यूरोप की एलब्रुश की चोटी पर तिरंगा फहराने के लिए जिला प्रशासन से आर्थिक सहयोग की मांग की थी। अभिनीत की मांग को देखते हुए सामाजिक संगठन द्वारा अभिनीत को मदद उपलब्ध कराई गई थी। अभिनीत की मेहनत व लगन के चलते आज एशिया की सबसे बड़ी ऊंची चोटी पर भारत का तिरंगा शान के साथ लहरा रहा है।
माइनस डिग्री के तापमान में भी नहीं छोड़ी उम्मीद
पर्वतारोही अभिनीत ने बताया की चढ़ाई के दौरान बर्फीली पहाड़ियों का तापमान -25 डिग्री तक पहुंच गया था और लगभग 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से बर्फीली हवाएं भी चल रही थीं। जिससे पर्वत पर चढ़ने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। एक तरफ माइनस डिग्री का तापमान और तेज हवाएं, दूसरी तरफ भारत का तिरंगा एशिया की सबसे ऊंची चोटी पर लहराने के जुनून और जज्बे के आगे पर्वतारोही अभिनीत को नहीं रोक सकी। अभिनीत ने बताया कि कठिन रास्ते सर्द हवा को सहते हुए वह थक चुके थे लेकिन जैसे ही एशिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। वैसे ही उनके हाथ अपने देश के तिरंगे को सलाम करने के लिए उठ गए। अभिनीत ने कहा कि एशिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराने के साथ देश का राष्ट्रीय गान भी गाया गया।
15 अगस्त को फहराना था तिरंगा
पर्वतारोही अभिनेत्र ने बताया कि 8 से 10 दिन की कड़ी मेहनत के बाद एशिया की सबसे बड़ी चोटी पर तिरंगा झंडा लहराने में वह सफल हुए हैं। अभिनीत ने कहा कि उनका सपना था कि स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर वह अपनी चढ़ाई पूरी करके देश का झंडा फहराना चाहते थे लेकिन खराब मौसम के चलते वह 15 अगस्त को नहीं पहुंच सके। अभिनीत ने बताया कि उनके द्वारा 22 अगस्त को एशिया की सबसे ऊंची चोटी पर भारत का झंडा फहराया गया। अभिनीत की सफलता को लेकर जनपद के लोगों में काफी उत्साह है। अभिनीत के वापस हरदोई जनपद आने पर जिलाधिकारी द्वारा भी अभिनीत को तिरंगा झंडा देकर सम्मानित किया गया।