TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

10 से ज़्यादा बकरी होने पर मिलेगा लाभ, सरकार मनरेगा मज़दूरों से कराएगी ये काम

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सेवापुरी ब्लाक के जोगियापुर गांव में इन दिनों मनरेगा के तहत विकास के काम कराये जा रहे हैं। तकरीबन 2000 की आबादी वाले इस गांव में ज्यादातर लोग खेतिहर किसान है जो साल भर रोजी-रोटी के लिए खेती पर ही निर्भर रहते हैं।

Newstrack
Published on: 8 July 2020 4:14 PM IST
10 से ज़्यादा बकरी होने पर मिलेगा लाभ, सरकार मनरेगा मज़दूरों से कराएगी ये काम
X

लखनऊ। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सेवापुरी ब्लाक के जोगियापुर गांव में इन दिनों मनरेगा के तहत विकास के काम कराये जा रहे हैं। तकरीबन 2000 की आबादी वाले इस गांव में ज्यादातर लोग खेतिहर किसान है जो साल भर रोजी-रोटी के लिए खेती पर ही निर्भर रहते हैं।

यह भी पढ़ें:-अब मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम से दर्ज होगी मनरेगा मजदूरों की हाजिरी, जल्द पूरा करने का आदेश

आत्मनिर्भर उतर-प्रदेश रोजगार अभियान-

यहां के ज्यादातर किसान परम्परागत खेती के साथ अन्य कार्य भी करते हैं जिसमें डेरी ,मछली पालन और औषधीय खेती शामिल है। इन दिनों गांव में मनरेगा के तहत अन्य कार्यों के अलावा बकरियों के लिए शेड निर्माण का भी काम कराया जा रहा है।

प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर उतर-प्रदेश रोजगार अभियान के तहत कराये जाने वाले इस कार्य में करीब दो दर्जन स्थानीय लोग काम पा रहे हैं। ग्राम प्रधान सुभाष यादव ने बताया कि ज्यादातर लोग धान की रोपाई में लग गये है। इसलिये मनरेगा में कम ही लोग काम कर रहे हैं। सरकार ने जो मिशन मोड में रोजगार अभियान शुरु किया है उसमें 25 कार्यों को शामिल किया गया है।

यह भी पढ़ें:-DM और ग्राम प्रधान संगठन के बीच छिड़ी जंग, संकट में मनरेगा मजदूर

बकरी शेड के निर्माण का भी काम शामिल

इन 25 कार्यों में बकरी शेड के निर्माण का भी काम शामिल है। ऐसे लोग जिनके पास आठ से 10 बकरियां होती है और उनकी अपनी कुछ ज़मीन होती है तो उस पर सरकार मनरेगा के तहत आर्थिक सहायता प्रदान कर एक बकरी शेड बनवाती है। बकरी शेड बनवाने की जमीन लाभार्थी की होती है किंतु शेड के निर्माण पूरा खर्च मजदूरी सहित मनरेगा से दिया जाता है।

इससे जहां एक ओर पशुधन के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण होता है वहीं दूसरी ओर स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी मिलता है। जोगियापुर ही नहीं उतर प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें:-योगी सरकार की बड़ी सौगात: मनरेगा मजदूरों के खाते में 611 करोड़ रुपये ट्रांसफर

गौरतलब है कि इसी समय जोगियापुर गांव में 100 मीटर लम्बी पगडंडी को भी बनाने का काम किया जा रहा है। यह बस्ती के अंदर लोगों को आने जाने की सुविधा प्रदान करेगी। ग्राम प्रधान ने बताया कि मनरेगा के तहत उन्होंने सिंचाई के लिए नालियां बनवाई है। जल निकासी के लिए भूमिगत नाली भी बनाई गयी है इसके अलावा खडंजा बनाने का काम किया गया है।

गांव में एक प्राइमरी स्कूल है। स्कूल की ज़मीन और उसके आस पास की बंजर ज़मीन चारागाह के काम आती है। गांव के लोगों ने बातचीत में यह स्वीकार किया कि सरकार उनके विकास के लिए महत्वपूर्ण योजनायें चला रही है।

मोदी के सांसद चुने जाने के बाद...

नरेंद्र मोदी के सांसद चुने जाने के बाद क्षेत्र में विकास के कार्यों में तेजी आयी हैं। ग्रामीणों को इस बात की भी जानकारी है कि सेवापुरी ब्लाक को आदर्श ब्लाक बनाने का प्रयास चल रहा है।

यह भी पढ़ें:-योगी सरकार का बड़ा फैसला, मनरेगा मजदूरों की मजदूरी समेत किए ये बड़े ऐलान

सरकार इस बात का प्रयास कर रही है कि तीन महीने के भीतर सभी पात्र लाभार्थियों को सरकार की सभी योजनाओं से संतृप्त कर दिया जाये और उसके बाद उन्हें स्वत: रोजी रोटी कमाने लायक बनाया जाये।

ग्राम प्रधान सुभाष यादव ने बताया कि गांव में स्वयं सहायता समूह भी है उनका प्रयास है कि और भी स्वयं सहायता समूह बनाये जाये और ज्यादा से ज्यादा लोगों को उससे रोजगार दिया जाये। कुल मिलाकर गांव में विकास का माहौल देखने को मिला और लोगों में जागरुकता देखी गयी। योजनाओं के क्रियान्वन के प्रति लोगों को उत्साह संतोषजनक है।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story