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भत्ता कटौती वापस लेने का अनुरोध, इप्सेफ अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र

इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ईमेल से पत्र भेजकर मांग की है कि भत्तों में कटौती के निर्णय को वापस लेकर कोरोना से लड़ रहे कर्मचारियों का हौसला बढ़ाएं।

Vidushi Mishra
Published on: 18 May 2020 9:45 AM GMT
भत्ता कटौती वापस लेने का अनुरोध, इप्सेफ अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
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लखनऊ। इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ईमेल से पत्र भेजकर मांग की है कि भत्तों में कटौती के निर्णय को वापस लेकर कोरोना से लड़ रहे कर्मचारियों का हौसला बढ़ाएं। देश भर के कर्मचारी उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए 19 मई को काली पट्टी बाधेंगे। इसके साथ ही कोरोना से लड़ने में पूरी निष्ठा के साथ अपनी ड्यूटी कर रहा है और करता रहेगा । वीपी मिश्र ने प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया है कि केवल उत्तर प्रदेश में सभी भत्ते समाप्त करने के निर्णय को वापस करने के लिए मुख्यमंत्री को निर्देशित करें, जिससे कि कर्मचारियों की नाराजगी दूर हो सके।

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पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन

वीपी मिश्र ने कहा कर्मचारी आज का महत्वपूर्ण अंग है सरकार की हर नीतियों को लागू करने की जिम्मेदारी इन्हीं कर्मचारी समुदाय के लोगों की होती है जैसा कि आजकल इस संक्रमण काल में देश के सभी कर्मचारी अपनी भूमिका का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन कर रहे हैं।

कुछ विभागों के कर्मचारी जैसे चिकित्सा स्वास्थ्य, पुलिस, नगर निगम आदि के लोग अग्रिम पंक्ति में आकर जन सेवा कर रहे हैं, वही राजस्व, परिवहन तथा अन्य सेवाओं से जुड़े लोग कुछ प्रत्यक्ष तो कुछ अप्रत्यक्ष रूप से जनता को कोरोना वायरस से बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

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6 भत्ते समाप्त किए

उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए इनका मनोबल ऊंचा रखना आवश्यक है । महंगाई भत्ते के फ्रीज होने से तथा उत्तर प्रदेश में 6 भत्ते समाप्त किए जाने से कर्मचारी मानसिक रूप से अत्यंत व्यथित है और निराश मानसिकता के साथ कोई भी व्यक्ति अपना 70 प्रतिशत परिणाम भी देने में सफल नहीं हो सकता।

आज जनता भी कर्मचारियों के साथ खड़ी है इसलिए सरकार को भी कर्मचारी विरोधी रवैए को छोड़ना चाहिए । उन्होंने आशा व्यक्त की है कि प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री तत्काल कर्मचारी विरोधी शासनादेशो और निर्णयों को वापस लेकर कर्मचारियों को प्रोत्साहित करेंगे ।

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