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Jalaun News: वाह रे सिस्टम! मरीज को न एम्बुलेंस मिली न स्ट्रेचर, ठेले पर ही डॉक्टरों ने शुरू कर दिया इलाज
Jalaun News: इस मामले को लेकर एसीएमओ वीरेंद्र सिंह ने जांच की बात कही है। वहीं मां ने बताया कि तीस मिनट तक एंबुलेंस का इंतजार किया, लेकिन उसके बाद भी नहीं पहुंची।
Jalaun News: जालौन के जिला अस्पताल से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जहां मरीज को घायल अवस्था में हाथ ठेले पर इलाज के लिए परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे इलाज के लिए स्ट्रेचर नहीं दिया गया, बल्कि उसका इलाज 4 पहिए के ठेले पर ही किया गया। यह वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया।
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ठेले पर मरीज को लेकर हास्पिटल पहुंचे परिजन
बता दें कि पूरा मामला उरई जिला अस्पताल की इमरजेंसी ट्रामा सेंटर का है। जहां राजेंद्र नगर का रहने वाला रवि नाजुक हालत में इलाज के लिए जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचा हुआ था, परिजन उसे एंबुलेंस न मिलने पर चार पहिए के ठेले पर लेकर पहुंचे थे। जहां मौजूद चिकित्सकों ने उसकी हालत देखते हुए उसे स्ट्रेचर देना मुनासिब नहीं समझा और उसका इलाज ठेले पर ही करना शुरू कर दिया। उसकी हालत नाजुक होने पर प्रथम उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज झांसी के लिए रेफर कर दिया गया।
एंबुलेंस को कई बार फोन किया, नहीं पहुंची
ठेले पर इलाज के बारे में जब घायल की मां पिंकी से बात की तो उसने बताया कि एंबुलेंस को कई बार फोन किया, जहां एंबुलेंस के कर्मियों ने कहा कि वह जल्द एंबुलेंस पहुंचा रहे हैं, मगर 30 मिनट तक एंबुलेंस नहीं पहुंची, जिसके बाद हालत नाजुक देखते हुए उसे तत्काल इलाज के लिए रात में ठेले पर लाना पड़ा। वहीं मामले को लेकर एसीएमओ वीरेंद्र सिंह ने जांच की बात कही है।
इस घटना को लेकर परिजनों में जहां रोष है तो वहीं इसको लेकर लोगों में काफी चर्चा है। जिस एंबुलेंस सेवा पर लोग भरोसा करते हैं अगर वही समय पर नहीं पहुंचे तो सोचिए मरीज का क्या हाल होगा। यह पहली बार नहीं है जब एंबुलेंस किसी मरीज के लिए नहीं पहुंची। इससे पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।