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Jhansi News: अफसर हो तो ऐसे, इनकी ईमानदारी के आप भी हो जाएंगे दीवाने
Jhansi News: एशिया के सबसे बड़े वैगन मरम्मत कारखाने में पूर्व में पदस्थ रहे मुख्य कारखाना प्रबंधक आर डी मौर्या और वर्तमान में पदस्थ डिप्टी सीएमई गौरव यादव व उनकी टीम की ईमानदारी के बारे में जान कर आप भी दीवाने हो जाएंगे।
Jhansi News: एशिया के सबसे बड़े वैगन मरम्मत कारखाने में पूर्व में पदस्थ रहे मुख्य कारखाना प्रबंधक आर डी मौर्या और वर्तमान में पदस्थ डिप्टी सीएमई गौरव यादव व उनकी टीम की ईमानदारी के बारे में जान कर आप भी दीवाने हो जाएंगे। इनके पास जो भी रेल कर्मचारी आते हैं। वे तुरंत अपनी टीम के साथ उसके समाधान में लग जाते हैं।
सरकारी अधिकारियों के बारे में आप भले ही नकारात्मक विचार रखते हो पर सारे अफसर एक जैसे नहीं होते हैं। वैगन मरम्मत कारखाना में तैनात रहे मुख्य कारखाना प्रबंधक आर डी मौर्या और वर्तमान में पदस्थ डिप्टी सीएमई गौरव यादव ऐसे भी अफसर हैं जिनकी ईमानदारी की कहानी जानकर आप भी उनके दीवान हो जाएंगे। लोगों की शिकायत मिलते ही यह अफसर अपनी टीम के साथ बिना कुछ सोचे कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ जाते हैं। उनकी इस कार्यशैली के आज वैगन मरम्मत कारखाना का कर्मचारी हर कोई दीवाने हैं। इन्हीं कारणों से आज वैगन मरम्मत कारखाना का नाम एशिया में चुना जाता है। इस समय वैगन मरम्मत कारखाना में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैँ। इनके कार्यों की केंद्रीय मंत्री नेता तो दूर रेलवे बोर्ड से आए अफसरों ने काफी प्रशंसा की है। यही नहीं, एक लाख का वैगन मरम्मत कारखाना के कर्मचारियों के इनाम भी दिया है। इस समय वैगन मरम्मत कारखाना का हैरीटेज पार्क पर्यटन स्थल के नाम से जाना जाने लगा है।
छह रेलवे कर्मियों पर होगी दंडात्मक कार्रवाई, 11 को चेतावनी देकर किया माफ
एक जून 2022 को रेलवे वर्कशॉप में रेल कर्मचारियों द्वारा की गई हड़ताल का असर अब दिखना लगा है। जांच कमेटी ने हड़ताल में शामिल हुए लोगों की गोपनीय जांच की। जांच में छह लोगों के महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं। इन सभी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की पूरी संभावना है। जबकि कुछ लोगों को भी जांच में दोषी माना था मगर इन लोगों को चेतावनी देकर माफ कर दिया गया। इसकी संख्या 11 है। इन कर्मचारियों में काफी खुशी का माहौल बना हुआ है।
इस मामले में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी। इनमें आरपीएफ, कार्मिक व प्रशासनिक अफसर शामिल हुए थे। इस कमेटी ने कई बिन्दुओं को लेकर जांच की थी।
जांच के दौरान मोबाइल फोन की कॉल डिटेल, बीडियो फोटो, कौन ड्यूटी पर था, कौन नहीं था, कौन छुट्टी से वापस आया था। इन बिन्दुओं पर जांच हुई थी। जांच में 17 रेल कर्मचारियों के नाम प्रकाश में आए थे। इनमें छह लोगों को मेजर चार्जशीट की गई हैं। यही नहीं, 11 रेलकर्मचारियों को चार्जशीट जारी की। इस मामले में रमाकांत शर्मा और सनी बांगवार को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया, जबकि मुकेश पटेल को निष्कासित किया था। इसके अलावा हेमंत विश्वकर्मा, रजक मौर्या, के पी साहू आदि की जांच अभी भी विचाराधीन है। संभावना है कि शेष लोगों को जल्द से जल्द बर्खास्त किया जाएगा। यह प्रक्रिया जारी है। वहीं, 11 रेल कर्मचारियों को चेतावनी देकर माफ कर दिया गया। इसको लेकर वैगन मरम्मत कारखाना के कर्मचारियों में खुशी का माहौल बना हुआ है।
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रेलवे बोर्ड और मुख्यालय की नजर संगठन के नेता पर
सालों से एक ही सीट पर जमा लोगों के तबादला प्रक्रिया शुरु हो गई थी, तभी एक नेता को छोड़कर बाकी लोगों के तबादले हो गए मगर उक्त नेता उसी सीट पर जमा रहना चाहता था। इस पर वैगन मरम्मत कारखाना के मुख्य कारखाना प्रबंधक ने आपत्ति दर्ज की थी। इस कर्मचारी से कारखाना के अफसरों से मनमाफिक सीट के बारे में चर्चा की थी मगर मना किया गया था।
इस मामले में उक्त कर्मचारी को निलंबित कर दिया था लेकिन मुख्य कारखाना प्रबंधक के निर्देशित पर आदेश जारी नहीं किया था। बाद में उक्त कर्मचारी के पक्ष में 45 लोगों ने कारखाने में नारेबाजी करते हुए चेंबर के दरवाजे पर लगी नेम प्लेट तोड़ दी थी। यह सभी सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुए फुटेज में देखा जा सकता है। बाद में उक्त कर्मचारी अपने साथियों के साथ सीएमएलआर वर्कशॉप चले गए थे। इसके अलावा 12 नवंबर 2021 को भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया था, जब उनसे स्टॉफ के डिस्ट्रीब्यूशन के बारे में इनसे पूछा गया था। इस मामले को रेलवे बोर्ड और मुख्यालय के अफसरों ने गंभीरता से लिया है। इस कर्मचारी की रेलवे बोर्ड व मुख्यालय के अफसरों के द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
एक संगठन के पदाधिकारियों की आ रही हैं शिकायतें
उप मुख्य कार्मिक अधिकारी ने एक संगठन के महामंत्री को पत्र लिखा था। पत्र में कहा था कि पूर्व में भी लिखित एक मौखिक कई सूचनाएं प्राप्त हुई है। जिसमें संगठन के पदाधिकारियों द्वारा दुर्व्यहार की बातें बताई गई है। वर्तमान प्रकरण में संगठन के पदाधिकारी द्वारा दुर्व्यहार की ऑडियो भी प्राप्त हुई है। जिसमें स्पष्ट है कि संगठन के पदाधिकारी द्वारा आपत्तिजनक व्यवहार किया गाया। प्रशासन व संगठन के मध्य तालमेल व औद्योगिक संबंध सौहार्दपूर्ण रखने के लिए परस्पर वार्ता किया जाना आवश्यक है किन्तु यह भी आवश्यक है कि सभी का सहयोग व आचरण रेल सेवक के अनुरुप हो। आपके संज्ञाप में ये तथ्य लाये जाए तथा आपसे अपेक्षा है कि संगठन के पदाधिकारियों को काउंन्सिलिंग करेंगे तथा कारखाने में औद्योगिक संबंध एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखने में सकारात्मक सहयोग प्रदान करेंगे तथा यदि संभव हो तो एक पदाधिकारी के स्थान पर झाँसी कारखाने की पीएनएम में किसी अन्य पदाधिकारी को नामित कर पीएनएम कराने में सहयोग प्रदान करे।
एनसीआरईएस करेगी आंदोलन
नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लॉईज संघ झांसी के मंडल कार्यालय में आयोजित बैठक में संघ के मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल ने कहा कि 01&02-06-2022 को कारखाना झांसी में जो औद्योगिक अशांति हुई थी उसके लिए मांग पूरी न करने की चुनौती, तथा उत्पादन से जुड़े लोगों को बोनस न देना एवं जो लोग उत्पादन से सीधे नहीं जुड़े थे उनको बोनस दिया जाना, जिम्मेदार है। इस घटनाक्रम के दरम्यान मुख्यालय से आए अधिकारियों सी एम ई, पी सी पी ओ, डिप्टी सी पी ओ के साथ मान्यता प्राप्त यूनियन की वार्ता हुई एवं इस दौरान प्रशासन ने आश्वासन दिया कि कर्मचारी अपने मासिक लक्ष्य को यदि पूरा करते हैं तो अनुशासनात्मक कार्यवाही नहीं की जाएगी।
नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लॉईज संघ ने समय समय पर कर्मचारियों के उत्पीड़न को रोकने के लिए महाप्रबंधक और पी सी एम ई के झांसी आगमन पर ज्ञापन भी दिया था इसके बावजूद कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है इसलिए संघ अब शीघ्र ही आंदोलनात्मक कार्यवाही के लिए बाध्य है। इस अवसर पर मंडल संगठन सचिव विवेक चढ्ढा, कारखाना शाखा सचिव इन्द्र विजय सिंह, कामता प्रसाद साहू, संजीव नायक इत्यादि उपस्थित रहे।