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Kannauj News: आफत की बारिश और अनदेखी का दंश, इस गांव में लोगों का जीना हुआ दुश्वार

Kannauj News: जिले के छिबरामऊ विकासखंड क्षेत्र का पलिया बूचपुर गांव अफसरों की अनदेखी का दंश झेल रहा है। विकास के नाम पर गांव में मूलभूत सुविधाओं की ही मुहर नहीं लग सकी है। बारिश में गांव की गलियां कीचड़ से लथपथ हो गई हैं।

Pankaj Srivastava
Published on: 20 July 2023 3:31 PM IST
Kannauj News: आफत की बारिश और अनदेखी का दंश, इस गांव में लोगों का जीना हुआ दुश्वार
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अफसरों की अनदेखी का दंश झेल रहा छिबरामऊ विकासखंड क्षेत्र का पलिया बूचपुर गांव: Photo- Newstrack

Kannauj News: जिले के छिबरामऊ विकासखंड क्षेत्र का पलिया बूचपुर गांव अफसरों की अनदेखी का दंश झेल रहा है। विकास के नाम पर गांव में मूलभूत सुविधाओं की ही मुहर नहीं लग सकी है। बारिश में गांव की गलियां कीचड़ से लथपथ हो गई हैं। ग्रामीणों को दलदल जैसी हालत में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। लगातार शिकायत करने के बावजूद समस्या से निजात नहीं मिल सकी है।

गांव की गलियों में अभी भी कच्चे मार्ग

विकास खंड कार्यालय से नौ किलोमीटर दूर स्थित पलिया बूचपुर ग्राम पंचायत की गलियों का अबतक सीसीकरण तक नहीं हो सका है। इस वजह से बारिश में ही रास्तों में गंदगी व जलभराव की विकराल समस्या खड़ी हो गई है। ग्रामीणों के अनुसार गली से पानी की निकासी सही तरीके से नहीं होने की वजह से सड़क पर ही पानी ठहर रहा है और कीचड़ की स्थिति बन रही है। जिसमें मुश्किल से गुजरकर लोगों को आवागमन करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। जमीनी स्तर पर गंदगी होने से जलस्रोत भी गंदे हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में गांव के हालात खराब हो रहे हैं।

संक्रामक रोग फैलने का खतरा

सड़क में पानी का ठहराव होने से दलदल की स्थिति होने से मच्छर व कीड़े पनप रहे हैं। गंदगी की वजह से गांव में बीमारी फैलने की आशंका भी बनी हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की लापरवाही ग्रामीणों को समस्या में डाल सकती है, लेकिन समस्या के निराकरण के लिए गंभीरता बिलकुल भी नजर नहीं आ रही। यहां आएदिन बच्चे बीमार हो रहे हैं। संक्रामक रोग फैलने का खतरा बना हुआ है।

गांवों में साफ-सफाई को लेकर डीपीआरओ द्वारा किया गया दावा भी हवाई साबित हो रहा है। तैनाती के बावजूद यहां सफाई कर्मी नहीं पहुंच रहे हैं। गांवों में ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था न होने से सड़क पर बारिश के पानी का ठहराव होता है। स्थानीय स्तर पर सहयोग न मिलने से समस्या बढ़ती है।



Pankaj Srivastava

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