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राजकीय बालिका गृहः सपा ने विधायक ने की जूडिशियल इन्क्वायरी की मांग

उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्वरूप नगर स्थित बालिका संरक्षण एवं राजकीय बालिका गृह की 7 संवासिनियों के गर्भवती होने तथा 57 कोरोना पॉजिटिव...

Ashiki
Published on: 22 Jun 2020 7:48 PM IST
राजकीय बालिका गृहः सपा ने विधायक ने की जूडिशियल इन्क्वायरी की मांग
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कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्वरूप नगर स्थित बालिका संरक्षण एवं राजकीय बालिका गृह की 7 संवासिनियों के गर्भवती होने तथा 57 कोरोना पॉजिटिव निकलने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। जिला प्रशासन के साथ प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा करने के लिए सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने विरोध दर्ज कराया है। घटना को शर्मनाक बताते हुए राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर प्रकरण की गहन जांच कराने की मांग उठाई है।

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मामले की जांच कराने की मांग

बताते चलें कि आज कानपुर के आर्यनगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अमिताभ बाजपेई ने घटना को शर्मनाक बताया है। राज्यपाल से मसले की गहन जांच कराने की मांग करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता को ज्ञापन सौपा है। ज्ञापन में विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा है कि संवासिनी ग्रह में युवतियों का करोना पाजिटिव व गर्भवती होना एक गंभीर विषय है। बिना जांच के यहां पर किस प्रकार का आना व जाना हुआ जिसके रहते 57 युवतियां संक्रमित निकलीं और सात संवासीनी गर्भवती, उनमें भी एक गर्भवती एचआईवी पॉजिटिव व एक गर्भवती युवती हेपेटाइटिस-सी का होना एक गंभीर विषय है।

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सभी को एक साथ रखा जाना यह भी गंभीर बात है। पूर्व में पिछले वर्षों में एक युवती द्वारा आत्महत्या कर ली गई और छह युवतियों का अपहरण किए जाने का प्रयास किया जा चुका है। यह सब एक बड़ा गंभीर मुद्दा है। लगातार यह राजकीय सुधार ग्रह शंका के दायरे में रहता है। अतः महोदय इस अति संवेदनशील मुद्दे की जांच माननीय हाईकोर्ट के किसी रिटायर न्यायाधीश से कराए जाने की समाजवादी पार्टी मांग करती है।

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गौरतलब है कि मामले को लेकर आना देर रात मंडलायुक्त डॉ. सुधीर एवं बोबडे की मौजूदगी में जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया था कि राजकीय बाल संरक्षण गृह (बालिका) में कुल 57 कोविड संक्रमित पाये गये जिनमें गर्भवती सात संवासिनियों में दो की रिपोर्ट निगेटिव आयी है जबकि पांच कोरोना से ग्रसित हैं। पांचो संक्रमित आगरा, एटा, कन्नौज फिरोजाबाद एवं कानपुर के बाल कल्याण समिति से संदर्भित करने के पश्चात यहां रह रही थीं।

संवेदनहीनता का उदाहरण...

ये पांचों प्रवेश के समय से ही गर्भवती थीं। संक्रमित संवासिनियों में दो को एलएलआर में तथा तीन का रामा मेडिकल कॉलेज में कॉविड प्रोटोकाल के अनुसार इलाज के लिये भर्ती कराया गया है। साथ ही साथ जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा कानपुर संवासिनी गृह को लेकर ग़लत उद्देश्य से पूर्णतया असत्य सूचना फैलाई गई है। आपदाकाल में ऐसा कृत्य संवेदनहीनता का उदाहरण है। कृपया किसी भी भ्रामक सूचना को जाँचें बिना पोस्ट ना करें। ज़िला प्रशासन इस संबंध में आव़श्यक कार्रवाई हेतु लगातार तथ्य एकत्र कर रहा है।

रिपोर्ट: अवनीश कुमार

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