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भाजपा सरकार की अदूरदर्शी नीतियों से पिछड़ गया यूपी: अखिलेश यादव

अखिलेश ने कहा कि भाजपा नेतृत्व के पास न कोई लक्ष्य है और नहीं कोई विजन है। वे अब तक एक भी अपनी योजना नहीं लागू कर सके हैं।

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Published on: 31 July 2020 6:00 PM GMT
भाजपा सरकार की अदूरदर्शी नीतियों से पिछड़ गया यूपी: अखिलेश यादव
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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा सरकार के समय में यूपी जितना आगे गया था, भाजपा सरकार की अदूरदर्शी नीतियों के चलते उतना ही पीछे चला गया है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा नेतृत्व के पास न कोई लक्ष्य है और नहीं कोई विजन है। वे अब तक एक भी अपनी योजना नहीं लागू कर सके हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को गांव-गांव, घर-घर हमें जनता को भाजपा के झूठे दावों की सच्चाई बतानी होगी।

प्रदेश में बढ़ीं अपराध की घटनाएं- अखिलेश

सपा अध्यक्ष शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करते हुए प्रदेश में कानून व्यवस्था, फर्जी एनकाउण्टर, किसानों की स्थिति, नौजवानों के भविष्य और कोरोना संकट के दौर में लॉकडाउन से उत्पन्न हालात पर सबके विचार जाने। कानून व्यवस्था के सम्बंध में सभी का मत था कि प्रदेश में अपराधिक स्थिति गम्भीर होती जा रही है। भाजपा सरकार में बढ़ती अराजकता से अब भाजपा के विधायक और सांसद भी परेशान है।

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जंगलराज से डरे एक विधायक ने मुख्यमंत्री, डीजीपी को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की। सपा नेताओं ने कहा कि जब सत्ता दल के विधायक-सांसद तथा महापौर अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं उनकी सुनवाई नहीं हो रही तो जनसामान्य की क्या पूछ होगी? चर्चा में भाजपा नेताओं के अवैध खनन, शराब तस्करी आदि धंधों में संलिप्तता की बातें भी आईं। इस बात पर भी गम्भीर चिंता जताई गई कि प्रदेश में हत्या, लूट, अपहरण और फर्जी एनकाउण्टर की घटनाएं बढ़ी है। प्रदेश में माफिया, नेता और नौकरशाही के गठजोड़ से अपराध थम नहीं रहे।

कोरोना मरीजों की देखभाल में लापरवाही- सपा प्रमुख

चर्चा में यह बात भी उभरकर आई कि कोरोना संक्रमण के दौर में दिन प्रतिदिन संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी के मुकाबले सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं नाकाफी हैं। मुख्यमंत्री के तमाम आदेशों के बावजूद संक्रमित मरीजों की देखभाल में लापरवाही हो रही है। कोविड-19 कोरोना मरीज की भर्ती में दिक्कतें हैं। एम्बुलेंस में ही कई बीमार दम तोड़ चुके हैं। मृतकों के शव ले जाने के लिए शव वाहन भी नहीं मिल रहे हैं। हर तरफ अव्यवस्था का बोलबाला है। घटिया खाना भी दिया जाता है। सपा नेताओं ने कहा कि किसानों, नौजवानों को इस भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा बदहाली उठानी पड़ रही है।

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किसान असमय वर्षा का शिकार हुआ। उसको मुआवजा नहीं मिला। किसान को फसल बीमा नहीं मिलता। बीमा कम्पनी फायदा उठा रही हैं। किसान को फसल का न्यूनतम निर्धारित मूल्य भी नहीं मिला। उसे कर्ज पर कर्ज लेना पड़ा जिसके दबाव में उसे फांसी लगाने को बाध्य होना पड़ा। नौजवान को नौकरी नहीं मिलीं। सरकार झूठे आंकड़े देकर भुलावा देती है। करोड़ों नौकरियां जाने की भविष्यवाणी हो रही है। भाजपा मूल मुद्दों से भटकाना चाहती है।

भाजपा सरकार में अंदर ही अंदर हो रहे घोटाले

इस चर्चा में यह बात भी सामने आई कि भाजपा राज में अन्याय, अत्याचार और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। अंदर ही अंदर घोटाले हो रहे हैं। भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बनती जा रही है। भाजपा राज में सवाल पूछना बर्दाश्त नहीं होता है। भाजपा जातिवादी पार्टी है। असहिष्णुता और रागद्वेष की भावना से विपक्ष के साथ व्यवहार होता है। सपा कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों को राहत-राशन दिया तो उन पर ही मुकदमें लगा दिए गए। चर्चा में सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के झूठे वायदों की अब जनता में पोल खुलती जा रही है।

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सपा अपने मजबूत संगठन और जुझारू कार्यकर्ताओं की ताकत से इसको टक्कर देने में सक्षम हैं। प्रदेश की जनता को विकल्प देने के लिए हमें 351 के लक्ष्य के साथ विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़नी है। सपा मुखिया के साथ चर्चा में पूर्व विधानसभाध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम तथा सपा सरकार में काबीना मंत्री रहे मनोज पाण्डेय, अभिषेक मिश्र और राजेन्द्र चैधरी ने हिस्सा लिया।

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