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Meerut News: महिला अधिवक्ता की सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा, दो साजिशकर्ताओं समेत तीन अभियुक्त गिरफ्तार
Meerut News: मेरठ जिले में महिला अधिवक्ता हत्याकांड में पुलिस ने खुलासा कर अपराधियों को किया गिरफ़्तार।जिसमें एक शूटर है और दो साजिशकर्ता ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था।
Meerut News: मेरठ के थाना टीपीनगर में महिला अधिवक्ता हत्याकांड मामले का पुलिस ने आज खुलासा करने का दावा करते हुए घटना के दो साजिशकर्ताओं और एक शूटर को गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिरीक्षक, मेरठ परिक्षेत्र, मेरठ के द्वारा घटना के सफल अनावरण एवं गिरफ्तार करने वाली टीम को उत्साहवर्धन हेतु प्रशस्ति-पत्र एवं 50 हजार रूपये नकद पुरस्कार दिये जाने की घोषणा की गयी है।
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सात जून को थाना टीपीनगर के न्यू मेवला हाफिजाबाद कालोनी में महिला अधिवक्ता अंजली गर्ग की घर के सामने दिन-दहाड़े अज्ञात बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी जिसके सम्बन्ध में थाना टीपीनगर पर मु0अ0सं0 211/2023 धारा 302/120बी भादवि पंजीकृत किया गया था। घटना के अनावरण के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ के निर्देशन एवं पुलिस अधीक्षक नगर, मेरठ के पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी ब्रहमपुरी के नेतृत्व में थाना टीपीनगर पुलिस व सर्विलांस टीम के द्वारा अथक प्रयास कर घटना में संलिप्त तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया जिनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त स्कूटी व अवैध असलाह बरामद किया गया है।
नगर पुलिस अधीक्षक पीयूष कुमार सिंह के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम यशपाल(56) पुत्र स्व0 जुगराज सिंह निवासी प्रेम विहार माधवपुरम,नीरज शर्मा(37) पुत्र राकेश शर्मा निवासी हफीजाबाद मेवला थाना टीपीनगर मेरठ हैं। यह दोंनो घटना के साजिशकर्ता हैं। तीसरा गिरफ्तार अभियुक्त शूटर अनुज उर्फ मनिहार (28) पुत्र महेन्द्र सिंह निवासी मौ0 लिसाडी रेलवे लाईन के पास थाना लिसाडीगेट मेरठ है। घटना में सुरेश भाटी पुत्र लेखराम, गोल्डी उर्फ सागर व रोहित उर्फ काकुल पुत्र योगेश भी शामिल थे,जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास कियो जा रहे हैं। एसएसपी के अनुसार गरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त एक स्कूटी, दो फोन व सिम कार्ड के अलावा एक तंमचा 315 बोर आदि सामान भी बरामंद किया गया है।
नगर पुलिस अधीक्षक पीयूष कुमार सिंह के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा पूछताछ पर बताया गया कि उक्त घटना की साजिश सुरेश भाटी, यशपाल एवं नीरज शर्मा के द्वारा रची गयी थी। सुरेश भाटी व यशपाल का अंजली गर्ग के साथ मकान के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा था। इनके विरूद्ध अंजली गर्ग द्वारा डकैती के अभियोग भी पंजीकृत कराये गए थे। साथ ही नीरज शर्मा के विरूद्ध भी अंजली गर्ग द्वारा अभियोग पंजीकृत कराये हुए थे। इसके अतिरिक्त अंजली गर्ग द्वारा विभिन्न अधिकारियों एवं माननीय न्यायालय में परिवाद के रूप में कई प्रार्थना पत्र दिये हुए थे। पंजीकृत कराये गये अभियोगों एवं मा न्यायालय में योजित परिवाद के कारण उक्त व्यक्तियों द्वारा अंजली गर्ग की हत्या करने की योजना बनायी गयी। सुरेश भाटी और यशपाल के द्वारा एक-एक लाख रूपये नीरज शर्मा को देने की बात तय हुई थी। नीरज के द्वारा भाड़े पर शूटर नियत किये गये थे तथा असलाह का इंतजाम गोल्डी उर्फ सागर ने किया था एवं हत्या के लिए नीरज ने वाहन (स्कूटी) भी उपलब्ध कराया।
नगर पुलिस अधीक्षक पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि 6 जून को नीरज के द्वारा दोनों शूटर रोहित उर्फ काकुल तथा अनुज उर्फ मनिहार को अपने प्रताप विहार स्थित फ्लैट पर लाकर रोका गया तथा सात जून को जब अंजली गर्ग दूध लेकर अपने घर का गेट खोल रही थी तभी उक्त शूटरो द्वारा यह घटना कारित की गयी।