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Mother's Day: दो साल की ये 'कोरोना वारियर बच्ची', मां संग करती है अस्पताल में ड्यूटी

उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में चल रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज में एक स्टाफ नर्स ऐसी भी हैं जो अपनी दो साल की बेटी को गोद मे लेकर कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रही हैं।

Ashiki
Published on: 9 May 2020 4:12 PM GMT
Mothers Day: दो साल की ये कोरोना वारियर बच्ची, मां संग करती है अस्पताल में ड्यूटी
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कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में चल रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज में एक स्टाफ नर्स ऐसी भी हैं जो अपनी दो साल की बेटी को गोद मे लेकर कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रही हैं। कोरोना वारियर्स की भूमिका अच्छे से निभा रही हैं।

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जनपद कन्नौज से करीब 14 किमी दूर राजकीय मेडिकल कॉलेज में रजनी सिंह की स्टाफ नर्स पद पर तैनाती है। करीब 10 वर्षों से वह यहां तैनात हैं। मेडिकल कॉलेज में कोरोना सम्बन्धी आइसोलेशन वार्ड भी बना है। कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों को यहां पर रखा गया है। पैरामेडिकल स्टाफ की यहां शिफ्टवार ड्यूटी लगती है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज की स्टाफ नर्स रजनी सिंह का कहना है कि उन्होंने ऐसे क्षेत्र में करियर बनाया है, कि अपनी चिंता से ज्यादा मरीजों की सेवा करनी पड़ती है। आगे बताया कि बीमारी कोई भी हो, मरीजों की देखभाल करना तो फर्ज है। रजनी ने बताया कि उनकी दो साल की बेटी रितिका सिंह भी है, जिसे साथ लेकर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी करनी पड़ती है।

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उन्होंने बताया कि सात मई तक कोरोना वार्ड में ड्यूटी थी, सात दिन हो जाने के बाद अब मेडिसिन में ड्यूटी लग गई है। उनके पति बाहर रहते हैं, मेडिकल कैम्पस में वह अपनी दो साल की बेटी के साथ रहती हैं। वैसे तो माता-पिता आते रहते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से कोई नही आ सका है।

ड्यूटी के दौरान बेटी को भी साथ रखती हैं

स्टाफ नर्स का कहना है कि बेटी छोटी है तो ज्यादा देर तक किसी के पास रुक भी नही सकती है, इसलिए खुद ही गोद मे लेकर खिलाने की जिम्मेदारी सम्भाल रखी है। वह बताती हैं कि कोरोना का वार्ड है तो क्या हुआ पूरे एहतियात के साथ मरीजों की देखभाल करना पड़ता है। भगवान का नाम लेकर अपना फर्ज निभा रही हैं, ड्यूटी के दौरान वह बेटी को भी साथ रखती हैं। उन्होंने बताया कि वह मूल रूप से शहजहांपुर जिले की निवासी हैं।

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नन्ही सी जान को जोखिम में डालकर फर्ज निभा रही हैं

यहां करीब 10 सालों से तैनात हैं। बीच मे सहारनपुर समेत दो मेडिकल कॉलेजों में सम्बद्ध भी रहीं, बाद में मूल तैनाती वाले कन्नौज मेडिकल कॉलेज में आ गईं। स्टाफ नर्स कुसुम मौर्य बताती हैं कि रजनी सिंह वाकई तारीफ वाला काम कर रही हैं, अपनी नन्ही सी जान को जोखिम में डालकर फर्ज निभा रही हैं। जरा सी लापरवाही में कोरोना का संक्रमण फैल जाता है।

सीएमएस डॉ. दिलीप सिह बताते हैं कि उनके यहां आइसोलेशन वार्ड में संदिग्ध मरीज रखे जाते हैं। अब गम्भीर मरीजों का इलाज करने की तैयारी हो रही है। 100 बेड का इंतजाम कर दिया गया है। समझा-बुझाकर सबकी ड्यूटी लगती रहती है।

रिपोर्ट: अजय मिश्रा

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