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PM मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट जल्द होगा पूरा, गंगा स्नान के बाद ऐसे होंगे बाबा के दर्शन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का काम तेजी हो रहा है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बन रहा यह कॉरिडोर का अपना आकार लेने लगा है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का काम तेजी हो रहा है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बन रहा यह कॉरिडोर का अपना आकार लेने लगा है। काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर को लेकर कई बार विवाद हुआ, लेकिन अब श्री काशी विश्वनाथ मंदिर को मां गंगा को जोड़ने वाला मार्ग करीब बनकर तैयार हो चुका है।
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का कार्य अगस्त 2021 तक पूरा होना है जिसकी वजह से काम में तेजी लाई गई है। इस ड्रीम प्रोजेक्ट की लागत 800 करोड़ रुपए अनुमानित है।
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बता दें कि बाबा विश्वनाथ मंदिर को सीधे गंगा के किनारे ललिता घाट और मणिकर्णिका घाट से जोड़ा जाना था। इस प्रोजेक्ट में शामिल मणिकर्णिका घाट और जलासेन घाट के बीच से काशी विश्वनाथ के गर्भ गृह तक जाने वाले रास्ता तैयार हो चुका है।
इस कॉरिडोर के बारे में जानकारी देते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने कहा कि कॉरिडोर के निर्माण का मूल मकसद ही है कि बाबा विश्वनाथ के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं देना है। इसके साथ ही श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद सीधे आसानी से बाबा के दर्शन के लिए जा सकें।
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मंदिर के मुख्य कार्यपालक ने बताया कि ललिता घाट पर काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस बात का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान किसी तरह का मलबा गंगा में न गिरने पाए। एक बार जेटी बन जाने के बाद श्रद्धालु सीधे गंगा स्नान करने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर पाएंगे।
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काशी विश्वनाथ मंदिर को जोड़ने वाले दो रास्ते बन रहे हैं। एक रास्ता मणिकर्णिका घाट से और दूसरा ललिता घाट से। उन्होंने आगे जानकारी दी कि कॉरिडोर के काम में थोड़ी देरी लॉकडाउन के कारण हुई है, लेकिन अब एक बार फिर काम शुरू हो गया है। कॉरिडोर के पूरे काम को अगस्त 2021 तक खत्म कर दिया जाएगा।