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20 हजार यूनिटों को कराना होगा फिर से रजिस्ट्रेशन, ये है बड़ी वजह

एमएसएमई सेक्टर में आने वाली इकाईयों को निवेश और टर्नओवर के आधार पर चिन्हित किया गया है। नई परिभाषा के तहत ऐसा सूक्ष्म उद्यम जहा संयंत्र और मशीनरी में निवेश एक करोड़ रुपए से अधिक का नहीं है और टर्नओवर पाच करोड़ रुपए से अधिक नहीं है।

Rahul Joy
Published on: 29 Jun 2020 12:47 PM GMT
20 हजार यूनिटों को कराना होगा फिर से रजिस्ट्रेशन, ये है बड़ी वजह
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नोएडा। लॉकडाउन में एमएसएमई सेक्टर को राहत देने के लिए इसके स्लैब में बदलाव किए गए। एक जुलाई नए स्लैब के तहत सभी एमएसएमई सेक्टर से जुड़े उद्यमियों को दोबारा से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। जनपद में एमएसएमई इकाईयों की संख्या करीब 2० हजार से आसपास है। जिनको रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

एमएसएमई सेक्टर में आने वाली इकाईयों को निवेश और टर्नओवर के आधार पर चिन्हित किया गया है। नई परिभाषा के तहत ऐसा सूक्ष्म उद्यम जहा संयंत्र और मशीनरी में निवेश एक करोड़ रुपए से अधिक का नहीं है और टर्नओवर पाच करोड़ रुपए से अधिक नहीं है। इसी तरह ऐसे उद्योग जिनका निवेश 1० करोड़ रुपए से अधिक नहीं है और टर्नओवर 5० करोड़ व जिनका निवेश (मशीनरी) 5० करोड़ रुपए से अधिक नहीं है और टर्नओवर 25० करोड़ रुपए अधिक नहीं है।

एमएसएमई सेक्टर की श्रेणी में है। इन स्लैब में आने वाली कंपनियों के उद्यमियों को अपना रजिस्ट्रेशन नए सिरे से एक जुलाई को उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टर पर कराना होगा। साथ ही 3० जून तक रजिस्टर्ड सभी उद्यमियों को नए स्लैब के अनुसार ही वर्गीकृत किया जाएगा।

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ऐसा कराना होगा रजिस्ट्रेशन

यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। रजिस्ट्रेशन के लिए उद्यम राजिस्ट्रेशन पोर्टल पर फार्म मिलेगा। रजिस्ट्रेशन फाइल करने की कोईफीस नहीं होगी। रजिस्ट्रेशन के लिए आधार संख्या जरूरी होगी। कंपनी या सीमित पाटर्नशिप , सोसायटी या ट्रास्ट के मामले में संगठन या उसके प्राधिकृत हस्ताक्षरकर्ता अपने आधार संख्या सहित अपनी जीएसटी और पैन उपलब्ध कराना होगा। कोई भी उद्यम एक से अधिक उद्यम राजिस्ट्रीकरण फाइल नहीं करेगा।

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जनपद में यह है इस प्रकार की एमएसएमई इंडस्ट्री

फूड प्रोडेक्ट, ब्रिवरेज और तंबाकू प्रोडेक्ट, कॉटम टेक्सटाइल, जूट टेक्सटाइल, वूल और सिल्क सैंथेटिक प्रोडेक्ट, हौजरी एंड गारमेंट, टिंबर एंड वुड प्रोडेक्ट, पेपर, पेपर प्रोडेक्ट और प्रिटिंग, लेदर और लेदर प्रोडेक्ट, रबर प्लास्टिक और पेट्रोलियम, केमिकल एंड केमिकल्स प्रोडेक्ट, नॉन फीरियस मेटल, मेटर प्रोडेक्ट, मशिनरी और मशीन टूल्स, इलेक्ट्रिक मशीनरी अपलाईंसेस , ट्रांसपोर्ट इक्यूप्मेंट, इलेक्ट्रानिक इंडस्ट्रीस, इसके अलावा अन्य औद्योगिक इकाईयां एमएसएमई सेक्टर में शामिल है।

रिपोर्टर- दीपंकार जैन, नोएडा

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