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प्राथमिक शिक्षा बनेगी और बेहतर: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
सुल्तानपुर के पंडित रामनरेश त्रिपाठी सभागार में आज प्राथमिक विद्यालयों को प्राइवेट विद्यालय की तरह बेहतर व आधुनिक बनाने वाले 207 सामाजिक, राजनैतिक व चिकित्सकों को सम्मान देने का मौका था। ऐसे में प्रदेश की महामहिम आनंदीबेन पटेल कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मौजूद रही।
सुल्तानपुर: प्राथमिक शिक्षा को बेहतर बनाने के मकसद से सुल्तानपुर जनपद में प्राथमिक शिक्षा जागृति अभियान के अंतर्गत जिले के 207 विद्यालयों को क्षेत्र के विशिष्ट जनों ने गोद लिया और प्राइमरी शिक्षा को बेहतर बनाया। आज उन्ही विशष्ट जनों के सम्मान में सुल्तानपुर के रामनरेश त्रिपाठी सभागार में एक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुई महामहीम राज्यपाल के साथ उत्तरप्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री डॉ सतीश चन्द्र द्विवेदी ने भी कार्यक्रम में शिरकत की।
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सुल्तानपुर के पंडित रामनरेश त्रिपाठी सभागार में आज प्राथमिक विद्यालयों को प्राइवेट विद्यालय की तरह बेहतर व आधुनिक बनाने वाले 207 सामाजिक, राजनैतिक व चिकित्सकों को सम्मान देने का मौका था। ऐसे में प्रदेश की महामहिम आनंदीबेन पटेल कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मौजूद रही।
आनंदीबेन पटेल के साथ प्रदेश की बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने भी कार्यक्रम में शिरकत की। राज्यपाल आनंदीबेन ने कार्यक्रम की शुरुवात माँ सरस्वती के चित्र पर फूल-माला व दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
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कार्यक्रम में महामहिम ने दिव्यांग बच्चों को फल देकर उनका अभिनंदन किया। महामहिम ने कहा की बेसिक शिक्षा से ज्यादा उच्चशिक्षा में पैसा खर्च होता है। हमें चाहिए की हम प्रथमिक शिक्षा की बेहतरी के बारे में सोचे उन्होंने कहा की जब वह गुजरात की शिक्षा मंत्री थी।
उन्होंने गुजरात की प्राथमिक शिक्षा पर बहुत कार्य किया और गुजरात की बेसिक शिक्षा को मॉडल शिक्षा के रूप में देश में पहचान बनाई उन्होंने कहा की प्राईमरी स्कूलों के अध्यापक मेहनत करते है पर समाज को भी चहिये की शिक्षा की अलख सभी में जगाये।
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उन्होंने कहा की अमीर गरीब का भेदभाव खत्म होना चाहिये सभी के बच्चे साथ पढ़े, साथ भोजन करे तभी समाज आगे होगा। उन्होंने कहा की आज अध्यपको पर बड़ी जिम्मेदारी है की वह समय से विद्यालय पहुँचे बच्चो के साथ अच्छा व्यवहार रखे मध्यान भोजन की गुणवक्ता की जांच करे उन्होंने कहा की शिक्षक अपने गुणवक्ता से बच्चों को एक अच्छा भविष्य दे सकता है।